दिल्ली: यमुना किनारे आज शुरू होगा आजादी का अमृत महोत्सव, डीडीए की ओर से 15 दिन तक होगा कार्यक्रमों का आयोजन


अमर उजाला नेटवर्क, नई दिल्ली
Published by: पूजा त्रिपाठी
Updated Sat, 19 Feb 2022 01:12 AM IST

सार

डीडीए शनिवार को डीएनडी फ्लाईवे के पास अपनी यमुना परियोजनाओं में से एक कालिंदी अविरल में उद्घाटन समारोह का आयोजन करेगी। इस दौरान आजादी दर्शन, एक रेत कला कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।

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देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ, अपने लोगों के गौरवशाली इतिहास, संस्कृति और उपलब्धियों के उपलक्ष्य में देशवासी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे है। इसी कड़ी में डीडीए ने स्मार्ट सिटी, स्मार्ट शहरीकरण के एक हिस्से के रूप में यमुना नदी के बाढ़ के मैदानों के कायाकल्प के विषय पर आधारित कार्यक्रमों की एक श्रृंखला के माध्यम से आजादी का अमृत महोत्सव मनाने का निर्णय लिया है।

डीडीए 19 फरवरी से छह मार्च तक यमुना नदी के बाढ़ के मैदानों के साथ प्रकृति उन्मुख गतिविधियों की योजना बनाई गई है, जिसमें सभी आयु वर्ग के नागरिकों को नदी से जोड़ने और इसके महत्व के बारे में जागरूक करने की मंशा है।

डीडीए शनिवार को डीएनडी फ्लाईवे के पास अपनी यमुना परियोजनाओं में से एक कालिंदी अविरल में उद्घाटन समारोह का आयोजन करेगी। इस दौरान आजादी दर्शन, एक रेत कला कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। भारत की रेत कला को विश्व मंच पर ले जाने वाले प्रसिद्ध रेत कलाकार मानस कुमार साहू इस कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे, जिसमें स्कूली बच्चे शामिल होंगे।

डीडीए के अनुसार श्रृंखला का एक अन्य कार्यक्रम रविवार को शहर की हलचल से दूर यमुना बायोडायवर्सिटी पार्क (चरण -2) में एक नेचर वॉक आयोजित किया जाएगा। यह यमुना नदी के सक्रिय बाढ़ के मैदानों का हिस्सा है। यहां पक्षी विशेषज्ञों का एक समूह अन्य प्रमुख संगठनों और स्थानीय समुदायों के साथ साझेदारी और सहयोग के माध्यम से देशी और प्रवासी पक्षियों की पहचान करने और उन्हें खोजने के लिए शहर के चारों ओर खुली जगहों का पता लगाता है।

 डीडीए यमुना की महिमा को पुनर्जीवित करने के लिए उसके बाढ़ के मैदानों के जीर्णोद्धार और कायाकल्प पर काम कर रहा है। यह योजना नदी को उसकी प्राचीन स्थिति में वापस लाने और नदी के लोगों के साथ संबंध को पुनर्जीवित करने पर केंद्रित है।

विस्तार

देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ, अपने लोगों के गौरवशाली इतिहास, संस्कृति और उपलब्धियों के उपलक्ष्य में देशवासी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे है। इसी कड़ी में डीडीए ने स्मार्ट सिटी, स्मार्ट शहरीकरण के एक हिस्से के रूप में यमुना नदी के बाढ़ के मैदानों के कायाकल्प के विषय पर आधारित कार्यक्रमों की एक श्रृंखला के माध्यम से आजादी का अमृत महोत्सव मनाने का निर्णय लिया है।

डीडीए 19 फरवरी से छह मार्च तक यमुना नदी के बाढ़ के मैदानों के साथ प्रकृति उन्मुख गतिविधियों की योजना बनाई गई है, जिसमें सभी आयु वर्ग के नागरिकों को नदी से जोड़ने और इसके महत्व के बारे में जागरूक करने की मंशा है।

डीडीए शनिवार को डीएनडी फ्लाईवे के पास अपनी यमुना परियोजनाओं में से एक कालिंदी अविरल में उद्घाटन समारोह का आयोजन करेगी। इस दौरान आजादी दर्शन, एक रेत कला कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। भारत की रेत कला को विश्व मंच पर ले जाने वाले प्रसिद्ध रेत कलाकार मानस कुमार साहू इस कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे, जिसमें स्कूली बच्चे शामिल होंगे।

डीडीए के अनुसार श्रृंखला का एक अन्य कार्यक्रम रविवार को शहर की हलचल से दूर यमुना बायोडायवर्सिटी पार्क (चरण -2) में एक नेचर वॉक आयोजित किया जाएगा। यह यमुना नदी के सक्रिय बाढ़ के मैदानों का हिस्सा है। यहां पक्षी विशेषज्ञों का एक समूह अन्य प्रमुख संगठनों और स्थानीय समुदायों के साथ साझेदारी और सहयोग के माध्यम से देशी और प्रवासी पक्षियों की पहचान करने और उन्हें खोजने के लिए शहर के चारों ओर खुली जगहों का पता लगाता है।

 डीडीए यमुना की महिमा को पुनर्जीवित करने के लिए उसके बाढ़ के मैदानों के जीर्णोद्धार और कायाकल्प पर काम कर रहा है। यह योजना नदी को उसकी प्राचीन स्थिति में वापस लाने और नदी के लोगों के साथ संबंध को पुनर्जीवित करने पर केंद्रित है।



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