बूस्टर में कॉर्बेवैक्स का किया जायेगा उपयोग, सरकार की मंजूरी का इंतजार, ये पहली बार होगा जब प्राथमिक टीकाकरण से अलग होगा बूस्टर


हाइलाइट्स

कॉर्बेवैक्स टीका ‘बायोलॉजिकल ई’ द्वारा विकसित किया गया है.
अगर सरकार मंजूरी देती है तो ये पहली बार होगा जब प्राथमिक टिका के बाद बूस्टर में कोई अलग टिका लगाया जायेगा.
कॉर्बेवैक्स से 12 से 14 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा है.

नई दिल्ली. कोविड टीकाकरण पर गठित सरकारी समिति ने कोविशील्ड या कोवैक्सीन की दोनों खुराक लगवा चुके लोगों को एहतियाती खुराक (बूस्टर डोज या तीसरी खुराक) के तौर पर बायोलॉजिकल ई द्वारा विकसित कॉर्बेवैक्स टीका देने की सिफारिश की है. आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि अगर सरकार इस सिफारिश को मंजूरी दे देती है तो देश में पहली बार होगा जब प्राथमिक टीकाकरण के दौरान जो टीका लिया गया है, उससे इतर एहतियाती खुराक दी जाएगी.

आधिकारिक सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के कोविड-19 कार्य समूह (सीडब्ल्यूजी) ने 20 जुलाई को हुई 48वीं बैठक में यह सिफारिश की. सिफारिश में कहा गया, ‘‘ 18 साल से अधिक उम्र की आबादी जिसने पहली और दूसरी खुराक के तौर पर कोवैक्सीन या कोविशील्ड टीका लिया है और छह महीने की अवधि पूरी हो गई है, उन्हें कॉर्बेवैक्स तीसरी/एहतियाती खुराक के तौर पर देने पर विचार किया जा सकता है.’’

भारत की पहली स्वदेशी आरबीटी प्रोटीन सबयूनिट टीका कॉर्बेवैक्स का इस्तेमाल इस समय देश में 12 से 14 साल उम्र के बच्चों के टीकाकरण में किया जा रहा है. कोविड-19 कार्य समूह ने 20 जुलाई की बैठक में तीसरे चरण के आंकडों की समीक्षा की. इसमें 18 से 80 साल उम्र के कोविड-19 निगेटिव ऐसे लोगों को जिन्होंने पहली दो खुराक कोविशील्ड या कोवैक्सीन की ली थी कॉर्बेवैक्स टीका तीसरी खुराक के तौर पर दिए जाने के बाद उनके प्रतिरोधक क्षमता पर होने वाले असर का आकलन किया गया था.

सूत्रों ने बताया, ‘‘ आंकड़ों का परीक्षण करने के बाद सीडब्ल्यूजी ने पाया कि पहली और दूसरी खुराक के तौर पर कोवैक्सीन या कोविशील्ड लेने वालों को कॉर्बेवैक्स तीसरी खुराक के तौर पर दिया जा सकता है, जो उल्लेखनीय स्तर पर एंटीबॉडी (वायरस से लड़ने के लिए) पैदा करता है और तटस्थ आंकड़ों के मुताबिक संभवत: रक्षात्मक भी है. गौरतलब है कि भारत के औषधि महानियंत्रक (जीसीजीआई) ने चार जून को तीसरी खुराक के तौर पर कॉर्बेवैक्स को 18 या इससे अधिक उम्र के लोगों को लगाने की अनुमति दी थी.

मौजूदा समय में पहली और दूसरी खुराक के तौर पर जिस कोविड-19 टीके को लिया गया था, उसी टीके की तीसरी खुराक दी जा रही है.

Tags: Corbevax, Corona vaccine



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