हरियाणा: जंतर-मंतर के लिए रवाना हुए किसानों के जत्थे को दिल्ली पुलिस ने रोका, सोनीपत पुलिस के किया हवाले


संवाद न्यूज एजेंसी, सोनीपत (हरियाणा)
Published by: भूपेंद्र सिंह
Updated Sun, 30 Jan 2022 05:17 PM IST

सार

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि किसान मोर्चा ने सरकार से मिलीभगत कर मांगें पूरी हुए बिना ही आंदोलन स्थगित कर किसानों के साथ धोखा किया है। वे यहां पर तब तक संघर्ष करते रहेंगे जब तक कि सरकार एमएसपी गारन्टी कानून नहीं बनाती।

किसानों को समझाते पुलिसकर्मी।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी

ख़बर सुनें

एमएसपी पर कानून बनाने व मृत किसानों के परिजनों को मुआवजे की मांग को लेकर कुंडली में आंदोलनरत किसानों के एक जत्थे ने रविवार को जुलूस के रूप में दिल्ली के जंतर मंतर की ओर प्रस्थान किया। सिंघु बॉर्डर के पास ही किसानों के जत्थे को दिल्ली पुलिस ने रोक लिया और वापस जाने को कहा। जब किसान जंतर मंतर की ओर जाने पर अड़ गए तो दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर सोनीपत पुलिस के हवाले कर दिया। कुंडली थाना पुलिस किसानों को थाने ले गई और वहां से रिहा कर दिया। 

सरकार से समझौते पर संयुक्त किसान मोर्चा से अलग राय रखने वाले करीब 50 किसानों के एक जत्थे ने आंदोलन स्थगित होने के बाद से ही वापसी की बजाय कुंडली बॉर्डर के पास धरना शुरू कर दिया था। इनमें से 26 किसानों ने खुद को जंजीरों में बांध रखा है। 

प्रदर्शनकारी सतनाम, नरेश, राजेन्द्र का कहना है कि किसान मोर्चा ने सरकार से मिलीभगत कर मांगें पूरी हुए बिना ही आंदोलन स्थगित कर किसानों के साथ धोखा किया है। वे यहां पर तब तक संघर्ष करते रहेंगे जब तक कि सरकार एमएसपी गारन्टी कानून नहीं बनाती। इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया।

विस्तार

एमएसपी पर कानून बनाने व मृत किसानों के परिजनों को मुआवजे की मांग को लेकर कुंडली में आंदोलनरत किसानों के एक जत्थे ने रविवार को जुलूस के रूप में दिल्ली के जंतर मंतर की ओर प्रस्थान किया। सिंघु बॉर्डर के पास ही किसानों के जत्थे को दिल्ली पुलिस ने रोक लिया और वापस जाने को कहा। जब किसान जंतर मंतर की ओर जाने पर अड़ गए तो दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर सोनीपत पुलिस के हवाले कर दिया। कुंडली थाना पुलिस किसानों को थाने ले गई और वहां से रिहा कर दिया। 

सरकार से समझौते पर संयुक्त किसान मोर्चा से अलग राय रखने वाले करीब 50 किसानों के एक जत्थे ने आंदोलन स्थगित होने के बाद से ही वापसी की बजाय कुंडली बॉर्डर के पास धरना शुरू कर दिया था। इनमें से 26 किसानों ने खुद को जंजीरों में बांध रखा है। 

प्रदर्शनकारी सतनाम, नरेश, राजेन्द्र का कहना है कि किसान मोर्चा ने सरकार से मिलीभगत कर मांगें पूरी हुए बिना ही आंदोलन स्थगित कर किसानों के साथ धोखा किया है। वे यहां पर तब तक संघर्ष करते रहेंगे जब तक कि सरकार एमएसपी गारन्टी कानून नहीं बनाती। इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया।

image Source

Enable Notifications OK No thanks