अति पिछड़ों को अपने पाले में करने की JDU की बेचैनी बढ़ी, ललन सिंह बोले- CM नीतीश सच्चे हितैषी


पटना. अति पिछड़ा वर्ग को कभी जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) का सबसे मजबूत वोटबैंक माना जाता था, लेकिन पिछले बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) में उसके द्वारा गच्चा दे देने के बाद जेडीयू (JDU) ने एक बार फिर अति पिछड़ा वोटरों पर अपनी नज़रें गड़ा दी है. जेडीयू अति पिछड़ों की हितैषी बताने वाली पार्टियों पर निशाना साधते हुए यह जताना नहीं भूल रही कि जितना काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने अति पिछड़ा समाज (Extremely Backward Class) के लिए किया है, उतना आज तक किसी भी नेता ने नहीं किया.

रविवार को पटना में जेडीयू कार्यालय में अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के नवनियुक्त पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने जो कहा उसके कई अर्थ निकाले जा रहे हैं. ललन सिंह ने कहा कि अति पिछड़ों के नाम पर छद्म राजनीति कोई भी करे, पर उनके स्वाभिमान को ताकत नीतीश कुमार ने दी है. देश की राजनीतिक एवं सामाजिक विमर्श में अति पिछड़ा के नाम पर कोई भी छद्म राजनीति करे या करने का अभिनय करे, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अति पिछड़ा समुदाय को चिन्हित कर उनके लिए जो कार्य किये हैं, चाहे वो पंचायती राज में आरक्षण देना हो या उस वर्ग के छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक उन्नयन का कार्य हो या फिर विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उनके सामाजिक स्तर को ऊंचा करने का काम किया है.

जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार ने उनके स्वाभिमान को ताकत और शक्ति प्रदान करने का कार्य किया है, वो देश के किसी भी राजनीतिक दल के लिए आईना है.

JDU को इस बात का एहसास- पिछड़ा वोटर उससे छिटक रहा

दरअसल जेडीयू से अति पिछड़ा वोटर छिटक रहा है, पार्टी को इस बात का अहसास है. तभी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा कहते हैं कि अति पिछड़ा समाज को फिर से जेडीयू के नजदीक लाने के लिए नीतीश सरकार के द्वारा चलाए जा रहे कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाएं एवं अति पिछड़ा वर्ग के लोगों की स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप रणनीति बनाकर उन्हें पार्टी के साथ जोड़े रखने की रणनीति बनानी होगी.

अति पिछड़ा वोटरों के जेडीयू से छिटकने की बेचैनी पार्टी को कितनी है यह जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा के बयान से समझा जा सकता है जो कहते हैं कि बिहार में अति पिछड़ा समाज के लोग यदि आज नहीं समझे तो आने वाले समय में सबसे ज्यादा नुकसान उनका ही होगा. उन्होंने कहा कि जेडीयू का गठन ही कर्पूरी ठाकुर की विशेष विचारधारा को लेकर हुआ है. जेडीयू की मजबूती अति पिछड़े समाज की मजबूती है. उन्होंने कहा कि दूसरे दलों की सरकारों ने अति पिछड़े समाज के लिए क्या किया, यह सवाल उनसे पूछा जाना चाहिए.

Tags: Bihar News in hindi, Bihar politics, CM Nitish Kumar, Lalan Singh



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