Job Alert! इन कंपनियों में नौकरियों की बहार, बीते साल 2 लाख लोगों को मिली जॉब, आगे भी उम्‍मीद


नई दिल्‍ली. कोविड-19 महामारी से उबर रहे रोजगार क्षेत्र को तकनीकी कंपनियों की ओर से सबसे ज्‍यादा सहारा मिला है. आईटी क्षेत्र की कंपनियों ने बीते वित्‍तवर्ष 2021-22 में जमकर भर्तियां की हैं. महज तीन कंपनियों ने ही करीब दो लाख लोगों को भर्ती किया है.

आईटी क्षेत्र की टीसीएस, इन्‍फोसिस और एचसीएल टेक (TCS, Infosys and HCL Tech) ने मार्च, 2022 को समाप्‍त वित्‍तवर्ष में 1.97 लाख लोगों को नौकरियां दी हैं. इन कंपनियों ने करीब 2.08 लाख फ्रेशर्स को अपने साथ जोड़ा है, जबकि चालू वित्‍तवर्ष में भी 1.35 लाख छात्रों का कैंपस सेलेक्‍शन करने की तैयारी है. एक्‍सपर्ट का कहना है कि आईटी क्षेत्र में इतनी ज्‍यादा भर्तियों का कारण नौकरियां बदलने वालों की बढ़ती संख्‍या है.

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चूंकि, सभी कंपनियां अब कारोबार का विस्‍तार कर रही हैं जिससे टैलेंट की मांग लगातार बनी हुई है. कंपनियों को बेहतर कर्मचारियों को अपने साथ रोके रखने के लिए आकर्षक सैलरी पेश करनी पड़ रही है. इस कमी को पूरा करने के लिए ही लगातार फ्रेशर्स की भर्तियां की जा रही हैं. एक्‍सपर्ट का कहना है कि चालू वित्‍तवर्ष की पहली छमाही में नौकरियां बदलने या छोड़ने वालों की संख्‍या और बढ़ेगी. सितंबर के बाद इसमें स्थिरता आने का अनुमान है.

एट्रिशन रेट बढ़ने से क्‍यों परेशान हैं कंपनियां
आईटी कंपनियों में एट्रिशन रेट (नौकरियां बदलने या छोड़ने की दर) काफी ज्‍यादा हो गया है. देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी TCS की एट्रिशन रेट मार्च में बढ़कर 17.4 फीसदी पहुंच गई थी, जो 2021 की शुरुआत में 8.6 फीसदी और दिसंबर तिमाही में 11.9 फीसदी था. इसी तरह, Infosys की एट्रिशन रेट बढ़कर 27.7 फीसदी पहुंच गई है, जो बीते साल की शुरुआत में 13.9 फीसदी था.

HCL Tech भी नौकरियां छोड़ने या बदलने वालों से परेशान है और उसकी एट्रिशन रेट साल की शुरुआत में रही 11.8 फीसदी से बढ़कर मार्च में 21.8 फीसदी हो गई है. TCS के मुख्‍य कार्यकारी राजेश गोपीनाथन का कहना है कि सुधार आने से पहले एट्रिशन रेट अभी और खराब स्‍तर तक जाएगा. Infosys के फाइनेंस चीफ निलंजन रॉय का कहना है कि आने वाले समय में एट्रिशन रेट घटेगी, क्‍योंकि और ज्‍यादा फ्रेशर्स को लाने की तैयारी है.

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TCS ने की सबसे ज्‍यादा भर्तियां
एट्रिशन रेट बढ़ने की वजह से कंपनियों के लिए टैलेंट को बनाए रखना महंगा होता जा रहा है. इस लागत से बचने के लिए ही कंपनियां ज्‍यादा से ज्‍यादा फ्रेशर्स की भर्तियां कर रही हैं. बीते वित्‍तवर्ष सबसे ज्‍यादा भर्ती TCS ने की और कुल 1,03,546 कर्मचारियों को अपने साथ जोड़ा. इसके अलावा Infosys ने 54,396 और HCL Tech ने 39,900 लोगों को नौकरियां दीं.

फ्रेशर्स पर लगा रहे सबसे ज्‍यादा दांव
आईटी क्षेत्र की तीनों शीर्ष कंपनियों ने सबसे ज्‍यादा दांव फ्रेशर्स पर लगाया है. TCS ने पहले सिर्फ 40 हजार फ्रेशर्स को भर्ती करने का प्‍लान बनाया था, लेकिन इसे बढ़ाकर 1 लाख कर दिया. Infosys भी 26 हजार भर्तियां करने की तैयारी में थी, लेकिन जरूरत को देखते हुए 85 हजार फ्रेशर्स को भर्ती किया. HCL Tech ने भी अपना प्‍लान बदल दिया और 12 हजार फ्रेशर्स के बजाए बीते वित्‍तवर्ष में 23 हजार फ्रेशर्स को भर्ती किया.

इस भी 1.35 लाख फ्रेशर्स भर्ती होंगे
आईटी कंपनियों की ओर से फ्रेशर्स को भर्ती करने का सिलसिला चालू वित्‍तवर्ष में भी जारी रहेगा. कंपनियों ने इस साल 1.35 लाख फ्रेशर्स की भर्ती करने का अनुमान जताया है. TCS के गोपीनाथन का कहना है कि फ्रेशर्स को भर्ती करके तैयार करना लंबी प्रक्रिया है और यह ट्रेंड पूरी इंडस्‍ट्री में दिख रहा. हमारी तैयारी है कि हम बड़ी संख्‍या में टैलेंट को भविष्‍य के लिए तैयार करेंगे.

Tags: Infosys, Job opportunity, TCS

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