इटिंग डिसऑर्डर को ठीक करने में मददगार हैं यह योगासन, जानिए


इटिंग डिसऑर्डर से पीड़ित लोग अपनी बॉडी इमेज को लेकर काफी कॉन्शियस होते हैं। लेकिन योग आपको अपने भीतर मानसिक सद्भाव और सकारात्मकता का निर्माण करता है। जिससे आपको कुछ ही समय में अपने भीतर फर्क नजर आता है।

आज के समय में अधिकतर लोग योगाभ्यास अपना वजन कम करने या फिर एक फिट बॉडी पाने के लिए करते हैं। लेकिन योगाभ्यास का एक लाभ यह भी है कि यह कई तरह की बीमारियों को पूरी तरह से ठीक करने में मददगार है। जिसमें इटिंग डिसऑर्डर भी शामिल हैं। इटिंग डिसऑर्डर अक्सर मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दों के कारण होते हैं, इसलिए इनका इलाज योग के माध्यम से किया जा सकता है। आमतौर पर, इटिंग डिसऑर्डर से पीड़ित लोग अपनी बॉडी इमेज को लेकर काफी कॉन्शियस होते हैं। लेकिन योग आपको अपने भीतर मानसिक सद्भाव और सकारात्मकता का निर्माण करता है। जिससे आपको कुछ ही समय में अपने भीतर फर्क नजर आता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही आसनों के बारे में बता रहे हैं, जो इटिंग डिसऑर्डर को ठीक करने में मददगार साबित होते हैं-

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उष्ट्रासन

– उष्ट्रासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर घुटने के सहारे बैठ जाएं।

– अब आप सीधा हों और फिर धीरे-धीरे पीछे की ओर जाने का प्रयास करें।

– इस दौरान अपनी रीढ़ की हड्डी को पीछे की तरफ झुकाते हुए दोनों हाथों को एड़ियों पर टिकाने की कोशिश करें।

– हालांकि, इस समय आपकी गर्दन पर अत्यधिक दबाव नहीं पड़ना चाहिए।

– कुछ क्षण इसी अवस्था में रूकें। अब धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आ जाएं।

पादहस्तासन

यह एक आसान आसन है, जिसे कोई भी आसानी से कर सकता है।

– पादहस्तासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले ताड़ासन की स्थिति में खड़े हो जाएं।

– अब एक गहरी सांस लें और फिर सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकना शुरू करें।

– अपनी उंगलियों या हथेलियों को फर्श पर लाएं।

– कुछ क्षण इस अवस्था में रूकें और फिर सामान्य स्थिति में लौट आएं।

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पश्चिमोत्तानासन

पश्चिमोत्तानासन एक बैठकर किया जाने वाला आसन है। 

– इसके लिए सबसे पहले पैरों को फैलाकर योगा मैट पर बैठ जाएं।

– अब, सांस अंदर लें और हाथों को ऊपर उठाएं।

– अब आप सांस छोड़ें और अपने ऊपरी शरीर को अपने निचले शरीर पर रखने के लिए आगे की ओर झुकें।

– कुछ क्षण इस अवस्था में रूकें और फिर वापिस सामान्य स्थिति में लौट आएं।

– मिताली जैन

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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