1. अरुणाचल प्रदेश : जब कांग्रेस के 42 विधायक हो गए बागी
ये बात 2016 की है। अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई थी। लेकिन पार्टी के अंदर विवाद हो गया। इसके बाद कांग्रेस के 42 विधायकों ने बागी रूख अख्तियार कर लिया। इन सभी ने पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (PPA) बना ली और भाजपा के साथ गठबंधन सरकार बनाई। बाद में PPA का भाजपा में विलय हो गया था।
2. कर्नाटक : जेडीएस-कांग्रेस के विधायकों ने बना दी भाजपा की सरकार
ये बात साल 2018 की है। कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी लेकिन बहुमत के आंकड़ों से दूर थी। उस समय जेडीएस और कांग्रेस ने मिलकर सरकार बना ली। फिर ऑपरेशन ‘लोटस’ चला। एक साल बाद इन दोनों पार्टियों के कई विधायकों ने एकसाथ इस्तीफा दे दिया। इसके चलते कुमार स्वामी की सरकार गिर गई। भाजपा ने कर्नाटक में अपनी सरकार बनाई। तब विपक्ष ने भाजपा पर ऑपरेशन लोटस चलाने का आरोप लगाया था।
3. मध्य प्रदेश : जब सिंधिया बन गए बागी
ये मामला भी साल 2020 का ही है। तब ऑपरेशन लोटस मध्य प्रदेश में भी सफल हुआ था। यहां 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में 15 साल बाद कांग्रेस सत्ता में वापस आई थी। कमलनाथ मुख्यमंत्री बनाए गए थे। तब मुख्यमंत्री का सपना देख रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी सामने आई। कुछ समय बाद उन्होंने बगावत कर दी। सिंधिया के पास 22 विधायकों का साथ था। सभी ने कांग्रेस से समर्थन वापस ले लिया और सरकार गिर गई। सिंधिया गुट के 22 विधायक भाजपा के साथ चले गए। भाजपा के शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बने। वहीं, सिंधिया को राज्यसभा का सांसद बनाकर भाजपा ने केंद्रीय मंत्री बना दिया।
4. गोवा : कांग्रेस में बगावत, खिला कमल
साल 2017 का मामला है। यहां भी चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी लेकिन भाजपा ने खेल बिगाड़ दिया। यहां भी भाजपा ने ऑपरेशन लोटस चलाया और कांग्रेस के 10 विधायकों ने एक साथ राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। सभी भाजपा में शामिल हो गए। यहां भी भाजपा सरकार बनाने में कामयाब हो गई।