अविश्वास प्रस्ताव: संसद से सड़क तक विपक्ष का इमरान खान के खिलाफ मोर्च, पीडीएम के नेतृत्व में हजारों लोग पहुंचे इस्लामाबाद


सार

नेशनल असेंबली में बहुमत का आंकड़ा पाने के लिए 172 सीटों की जरूरत है जबकि इमरान की पार्टी पीटीआई के पास अब तक सहयोगियों के समर्थन से 179 सांसदों का समर्थन रहा। लेकिन ताजा घटनाक्रम में उनके 24 सांसद बागी हो गए हैं और गठबंधन से जुड़े कुछ दलों ने भी सत्तापक्ष से हाथ खींच लिया है। ऐसे में तीन या चार अप्रैल को अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाले मतदान में उनकी जीत मुश्किल है।

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पाकिस्तान को नयापन देने का वादा करने वाले प्रधानमंत्री इमरान खान सोमवार की सुबह से ही सियासी जोड़तोड़ में लगे रहे। उधर, विपक्षी नेता शहबाज शरीफ ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया। इसके बाद संसद की कार्यवाई 31 मार्च तक टाल दी गई। जबकि इमरान सरकार संकट में है। इस बीच, विपक्षी दल उन्हें घेरने के लिए देश भर से इस्लामाबाद की सड़कों पर उतर आए हैं।

पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, राजधानी का माहौल आज दिन भर काफी सरगर्म रहा। नेशनल असेंबली में बहुमत का आंकड़ा पाने के लिए 172 सीटों की जरूरत है जबकि इमरान की पार्टी पीटीआई के पास अब तक सहयोगियों के समर्थन से 179 सांसदों का समर्थन रहा। लेकिन ताजा घटनाक्रम में उनके 24 सांसद बागी हो गए हैं और गठबंधन से जुड़े कुछ दलों ने भी सत्तापक्ष से हाथ खींच लिया है।

ऐसे में तीन या चार अप्रैल को अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाले मतदान में उनकी जीत मुश्किल है। उधर, विपक्षी दलों ने एक तरफ संसद में और दूसरी तरफ सड़क पर मोर्चा संभाल रखा है। पाकिस्तान डेमोक्रेट मूवमेंट (पीडीएम) के अध्यक्ष मौलाना फजलुर्रहमान इस्लामाबाद में डटे हैं और जमात-ए-उलेमा-ए-इस्लाम के बैनर तले हजारों की तादाद में उनके समर्थक खैबर-पख्तूनख्वा से इस्लामाबाद पहुंच चुके हैं। इमरान पर उनके हमले जारी हैं। 

पाकिस्तान में सड़कों पर विपक्षी समर्थक
पाकिस्तान में महंगाई हटाओ मार्च के तहत पीडीएम की अगुवाई में कई समर्थक इस्लामाबाद पहुंचे। उन्होंने इमरान के खिलाफ बैनर और पोस्टर लिए हुए थे, जिनमें देश के भीतर बढ़ती महंगाई के लिए उन्हें व उनकी सरकार को जिम्मेदार ठहराया गया। इमरान के खिलाफ नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन का मार्च भी लाहौर से निकला। इसका नेतृत्व शहबाज शरीफ के बेटे हमजा शरीफ और नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज कर रही हैं इस मार्च को बेनजीर भुट्टो वाली पार्टी पीपीपी के कार्यकर्ताओं का भी समर्थन हासिल है। पार्टी प्रमुख बिलावल भुट्टो ने कहा, अब इमरान के लिए सत्ता में कोई जगह नहीं बची है।

सफेदपोश अपराधियों की वजह से गरीब है पाक : इमरान
पाक पीएम इमरान ने विपक्ष को लुटेरा बताते हुए कहा कि सफेदपोश अपराधियों की वजह से पाकिस्तान गरीब बना हुआ है। उन्होंने कहा, देश जानना चाहता है कि लंदन में वह व्यक्ति किससे (नवाज) मिलता है और पाकिस्तान में रहने वाले उन राजनेताओं को कौन निर्देश दे रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास पाकिस्तान के मामले में विदेशी हाथ होने के सबूत हैं।

इमरान के बाद पंजाब प्रांत में बुजदार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश
प्रधानमंत्री इमरान खान के बाद विपक्ष ने सोमवार को पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार की तरफ अपना रुख किया और पंजाब विधानसभा में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया। वरिष्ठ विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब विधानसभा सचिव मुहम्मद खान भट्टी के समक्ष बुजदार के खिलाफ यह प्रस्ताव पेश किया। अब इसे नियमों के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष को पेश किया जाएगा।

भट्टी ने कहा, अध्यक्ष चौधरी परवेज इलाही अविश्वास प्रस्ताव और नोटिस पर संविधान व कानून के तहत कार्रवाई करेंगे। पंजाब देश का सबसे बड़ा राज्य है और रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, प्रस्ताव रखने के बाद मुख्यमंत्री प्रांतीय विधानसभा को भंग नहीं कर सकते हैं, जबकि स्पीकर 14 दिनों के भीतर सत्र बुलाने के लिए बाध्य होंगे। इस प्रस्ताव पर पीएमएल-एन और पीपीपी के नेताओं राणा मशहूद, समीउल्लाह खान, मियां नसीर और अन्य ने हस्ताक्षर किए हैं। प्रांतीय विधानसभा द्वारा जारी एक आधिकारिक जानकारी में कहा गया है कि 127 विधायकों ने बुजदार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए हैं।

विस्तार

पाकिस्तान को नयापन देने का वादा करने वाले प्रधानमंत्री इमरान खान सोमवार की सुबह से ही सियासी जोड़तोड़ में लगे रहे। उधर, विपक्षी नेता शहबाज शरीफ ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया। इसके बाद संसद की कार्यवाई 31 मार्च तक टाल दी गई। जबकि इमरान सरकार संकट में है। इस बीच, विपक्षी दल उन्हें घेरने के लिए देश भर से इस्लामाबाद की सड़कों पर उतर आए हैं।

पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, राजधानी का माहौल आज दिन भर काफी सरगर्म रहा। नेशनल असेंबली में बहुमत का आंकड़ा पाने के लिए 172 सीटों की जरूरत है जबकि इमरान की पार्टी पीटीआई के पास अब तक सहयोगियों के समर्थन से 179 सांसदों का समर्थन रहा। लेकिन ताजा घटनाक्रम में उनके 24 सांसद बागी हो गए हैं और गठबंधन से जुड़े कुछ दलों ने भी सत्तापक्ष से हाथ खींच लिया है।

ऐसे में तीन या चार अप्रैल को अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाले मतदान में उनकी जीत मुश्किल है। उधर, विपक्षी दलों ने एक तरफ संसद में और दूसरी तरफ सड़क पर मोर्चा संभाल रखा है। पाकिस्तान डेमोक्रेट मूवमेंट (पीडीएम) के अध्यक्ष मौलाना फजलुर्रहमान इस्लामाबाद में डटे हैं और जमात-ए-उलेमा-ए-इस्लाम के बैनर तले हजारों की तादाद में उनके समर्थक खैबर-पख्तूनख्वा से इस्लामाबाद पहुंच चुके हैं। इमरान पर उनके हमले जारी हैं। 

पाकिस्तान में सड़कों पर विपक्षी समर्थक

पाकिस्तान में महंगाई हटाओ मार्च के तहत पीडीएम की अगुवाई में कई समर्थक इस्लामाबाद पहुंचे। उन्होंने इमरान के खिलाफ बैनर और पोस्टर लिए हुए थे, जिनमें देश के भीतर बढ़ती महंगाई के लिए उन्हें व उनकी सरकार को जिम्मेदार ठहराया गया। इमरान के खिलाफ नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन का मार्च भी लाहौर से निकला। इसका नेतृत्व शहबाज शरीफ के बेटे हमजा शरीफ और नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज कर रही हैं इस मार्च को बेनजीर भुट्टो वाली पार्टी पीपीपी के कार्यकर्ताओं का भी समर्थन हासिल है। पार्टी प्रमुख बिलावल भुट्टो ने कहा, अब इमरान के लिए सत्ता में कोई जगह नहीं बची है।

सफेदपोश अपराधियों की वजह से गरीब है पाक : इमरान

पाक पीएम इमरान ने विपक्ष को लुटेरा बताते हुए कहा कि सफेदपोश अपराधियों की वजह से पाकिस्तान गरीब बना हुआ है। उन्होंने कहा, देश जानना चाहता है कि लंदन में वह व्यक्ति किससे (नवाज) मिलता है और पाकिस्तान में रहने वाले उन राजनेताओं को कौन निर्देश दे रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास पाकिस्तान के मामले में विदेशी हाथ होने के सबूत हैं।

इमरान के बाद पंजाब प्रांत में बुजदार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश

प्रधानमंत्री इमरान खान के बाद विपक्ष ने सोमवार को पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार की तरफ अपना रुख किया और पंजाब विधानसभा में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया। वरिष्ठ विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब विधानसभा सचिव मुहम्मद खान भट्टी के समक्ष बुजदार के खिलाफ यह प्रस्ताव पेश किया। अब इसे नियमों के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष को पेश किया जाएगा।

भट्टी ने कहा, अध्यक्ष चौधरी परवेज इलाही अविश्वास प्रस्ताव और नोटिस पर संविधान व कानून के तहत कार्रवाई करेंगे। पंजाब देश का सबसे बड़ा राज्य है और रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, प्रस्ताव रखने के बाद मुख्यमंत्री प्रांतीय विधानसभा को भंग नहीं कर सकते हैं, जबकि स्पीकर 14 दिनों के भीतर सत्र बुलाने के लिए बाध्य होंगे। इस प्रस्ताव पर पीएमएल-एन और पीपीपी के नेताओं राणा मशहूद, समीउल्लाह खान, मियां नसीर और अन्य ने हस्ताक्षर किए हैं। प्रांतीय विधानसभा द्वारा जारी एक आधिकारिक जानकारी में कहा गया है कि 127 विधायकों ने बुजदार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए हैं।



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