नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट (Coronavirus Omicron Variant) के सब वेरिएंट BA.4 और BA.5 के मामले सामने आने के बाद कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग बढ़ा दी गई है. ताकि इन सब वेरिएंट के सोर्स का पता लगाया जा सके. बुधवार को हेल्थ एक्सपर्ट ने इसकी जानकारी दी. भारत में रविवार को इस सब वेरिएंट के पहले केस की पुष्टि हुई थी.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए डॉ एन के अरोरा ने कहा कि तमिलनाडु में BA.4 और BA.5 के केस मिलने के बाद कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग बढ़ा दी गई है. डॉ अरोरा कोविड वर्किंग ग्रुप, एनटीएजीआई के अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने कहा कि ये सब वेरिएंट्स तमिलनाडु और हैदराबाद में पाए गए हैं और इन पर करीब से नजर रखी जा रही है. साथ ही स्थानीय स्तर पर कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग तेज कर दी गई है.
यहां ज्यादातर कोविड के मामले उन लोगों में देखे गए हैं जो पिछले 2 सालों से सुरक्षित व आइसोलेशन में रहे. यहां ओमिक्रॉन के ये दोनों सबवेरिएंट मिले हैं लेकिन कोई स्थानीय विस्फोट नहीं हुआ है. इस वक्त हमारे पास कोई सबूत नहीं है कि कोरोना की एक और लहर आएगी. उन्होंने कहा कि, जनवरी और फरवरी की शुरुआत में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग को कम कर दिया गया था. चूंकि यह वायरस अति संक्रामक और कई लोग इससे संक्रमित हुए हैं लेकिन इनमें लक्षण नहीं दिखे हैं.
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डॉ अरोरा ने समझाते हुए कहा कि, इस वायरस की पहचान के लिए सरकार ने बड़े स्तर पर सर्विलांस शुरू कर दिया है. इसके तहत देश के 50 बड़े शहरों में निगरानी को बढ़ाया जा सकता है.
बता दें कि तमिलनाडु में एक 19 साल की लड़की BA.4 से संक्रमित पाई गई है जबकि तेलंगाना का एक 80 वर्षीय बुजुर्ग में BA.5 से संक्रमित पाया गया है.
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Tags: Coronavirus, Omicron variant
FIRST PUBLISHED : May 25, 2022, 20:43 IST