करारी हार की टीस से उबरी प्रियंका गांधी, फिर याद आया उत्तर प्रदेश


ममता त्रिपाठी

लखनऊ. एक तरफ भारतीय जनता पार्टी (BJP) पूरे देश में अपने आठ सालों के सफल शासन का भव्य जश्न मना रही है, जनता के बीच अपनी कल्याणकारी योजनाओं के रिपोर्ट कार्ड के साथ जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस (Congress) पार्टी चिंतन शिविर कर रही है, ताकि अपनी गलतियों को सुधार सके और अगले चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा हो. उदयपुर के चिंतन शिविर के बाद कांग्रेस पार्टी लखनऊ में दो दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन कर रही है. उत्तर प्रदेश के चुनावों में मिली करारी हार के बाद प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने प्रदेश की सुध ली और वो लखनऊ पहुंची हैं, उनका ये दौरा 82 दिनों बाद हुआ है.

कांग्रेस पार्टी इस वक्त अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है, देश के सबसे बड़े सूबे में कांग्रेस के महज दो विधायक और एक सांसद है. प्रियंका गांधी का ये दौरा राज्य में पार्टी को मजबूत करने के लिहाज से है. 1-2 जून तक प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कांग्रेस का दो दिवसीय चिंतन शिविर हो रहा है जिसमें उदयपुर के चिंतन शिविर के नवसंकल्पों को आम जन तक कैसे पहुंचाया इसको लेकर मंथन होगा.  2022 के विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने “लड़की हूं,लड़ सकती हूं” के नारे के साथ जनता के बीच एक अलग पहचान बनाने की कोशिश की थी. लखीमपुर थार जीप से किसानों के कुचलने वाले मामले में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी से पहले प्रियंका वहां तक पहुंची थी. उनकी सभाओं में अच्छी भीड़ भी हो रही थी मगर वो भीड़ वोटों में तब्दील नहीं हो सकी.

प्रियंका गांधी की सक्रियता पहले से काफी कम 

आश्चर्य की बात ये है कि चुनाव नतीजों के बाद से ही प्रियंका गांधी यूपी के राजनीतिक परिदृश्य से गायब हो गई थी. सोशल मीडिया पर उनकी सक्रियता भी पहले से काफी कम हो गई है. प्रियंका की प्रदेश में मौजूदगी से पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं में जिस ऊर्जा का संचार हुआ था वो जोश अब बिल्कुल ठंडा पड़ चुका है. कुशीनगर की तमकुहीराज विधानसभा सीट से हारने के बाद अजय कुमार लल्लू ने नैतिक आधार पर प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था, एक महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है मगर अभी तक प्रदेश अध्यक्ष का पद खाली है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि विधानसभा चुनाव की हार के बाद से कार्यकर्ताओं को 2024 लोकसभा के चुनाव के लिए तैयार करना कठिन है. इसलिए शीर्ष नेतृत्व ने उदयपुर के चिंतन शिविर की नीति रीति को लागू करने के लिए अभी से उत्तर प्रदेश में काम करना शुरू कर दिया है. इस शिविर के बाद प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा जल्द ही होगी.

Tags: BJP, Congress, Priyanka gandhi



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