पवन सिंह और खेसारी लाला के इस विवाद पर रवि किशन ने नसीहत देते हुए कहा है कि इन दोनों सुपरस्टार्स की लड़ाई भोजपुरी इंडस्ट्री के लिए बहुत बुरी साबित हो सकती है। ‘आज तक’ से बात करते हुए रवि किशन ने कहा, ‘भोजपुरी अब एक बड़ी इंडस्ट्री बन चुकी है। मैंने कुछ 400 से ज्यादा फिल्में की हैं। अब जो ये विवाद सामने आया है, यह बेहद दुखद है। पूरी भोजपुरी इंडस्ट्री में करीब 1 लाख लोगों को रोजगार मिलता है। यह इसी इंडस्ट्री के कारण अपना जीवनयापन कर रहे हैं। ऐसे में इन दोनों का विवाद इंडस्ट्री की बर्बादी का कारण बन सकता है। कहीं ऐसा न हो जाए कि इस इंडस्ट्री की बर्बादी के बाद सभी को पछताना पड़े।’
‘कलाकार की कोई जाति नहीं होती’
रवि किशन ने इस विवाद पर आगे बात करते हुए कहा, ‘मैं भोजपुरी में अपने दोनों जूनियर कलाकारों पवन सिंह और खेसारी लाल से और सरकार से अपील करता हूं कि भोजपुरी में सेंसर बोर्ड आ जाए। यूपी की सरकार इस पर पहल भी कर रही है। इन दोनों की लड़ाई पर बाहर के लोग मजाक उड़ा रहे हैं। जातिवाद का मामला कहां से आ गया है? कलाकार की कोई जाति नहीं होती है। इन दोनों को एकता बनाए रखते हुए अब चुप हो जाना चाहिए। मैं इन दोनों और इनके फैन्स को नसीहत देना चाहता हूं कि इस लड़ाई का कोई अंत नहीं है। इसलिए छोटी बातों से ऊपर उठें और तमिल और तेलुगू इंडस्ट्री की तरह ऊपर उठने की कोशिश करें। इन्हें भोजपुरी इंडस्ट्री को आगे ले जाने की तरफ फोकस करना चाहिए।’
क्या बोले थे खेसारी लाल
खेसारी लाल यादव ने पवन सिंह और उनके फैन्स पर काफी सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। उनका आरोप है कि पिछले 2 साल से पवन सिंह और उनके सपोर्टर्स उन्हें परेशान कर रहे हैं। खेसारी ने कहा कि उनकी बेटी और पत्नी को रेप करने की धमकियां दी जा रही हैं। इसके बाद आगे जाते हुए खेसारी ने बिहार सरकार से मदद की अपील करते हुए कहा कि उनके साथ ठीक वैसा ही व्यवहार किया जा रहा है जैसे बॉलिवुड में सुशांत सिंह राजपूत के साथ हुआ था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि उनके नाम का इस्तेमाल कर राजनीतिक फायदा लिए जाने की कोशिश की जा रही है।