RT-PCR रिपोर्ट नेगेटिव लेकिन मौजूद हैं कोरोना के लक्षण, ये हो सकती है वजह


नई दिल्‍ली. भारत में ओमिक्रॉन (Omicron) संक्रमण के चलते कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कोविड संक्रमितों के अब डेढ़ लाख से ऊपर केस रोजाना आ रहे हैं. पिछले 24 घंटों में देश में कोविड के 1.79 लाख मामले दर्ज किए गए हैं. हालांकि नई गाइडलाइंस के मुताबिक अब कोविड मरीजों के लिए क्‍वारंटीन या आइसोलेशन का पीरियड 14 दिनों से घटाकर 7 दिन कर दिया गया है. कहा जा रहा है कि सात दिन में यह संक्रमण खत्‍म हो रहा है. इसके बावजूद कई मरीजों में देखा जा रहा है कि आरटी-पीसीआर की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर भी कोविड के दौरान हुए लक्षण खत्‍म नहीं हो रहे हैं. मरीजों में खांसी, जुकाम, सिरदर्द, गले में दर्द या बदनदर्द आदि बने हुए हैं. लिहाजा सबसे बड़ा सवाल है कि रिपोर्ट नेगेटिव आने और संक्रमण से उबरने के बाद भी लक्षण क्‍यों बने हुए हैं? अगर ये परेशानियां मौजूद हैं तो क्‍या ये खतरे की बात है?

इस संबंध में गुरुग्राम स्थित मैक्‍स अस्‍पताल के एसोसिएट डायरेक्‍टर डॉ. शैलेश सहाय न्‍यूज 18 हिंदी से बातचीत में बताते हैं कि फिलहाल जो भी कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं, वे असिम्‍टोमैटिक, माइल्‍ड या मॉडरेट लक्षणों वाले हैं. चाहे ओमिक्रॉन (Omicron) या कोरोना वैक्‍सीनेशन (Corona Vaccination) जो भी वजहें हों, लेकिन अभी गंभीर मरीज सामने नहीं आ रहे हैं. ऐसे में आईसीएमआर की भी गाइडलाइंस हैं कि इस बार कोविड (Covid) होने पर सात दिन में मरीज संक्रमण से ठीक हो रहा है. वहीं अगर अस्‍पताल में भर्ती नहीं हुआ है तो मरीज को खुद को संक्रमण मुक्‍त घोषित करने के लिए दोबारा आरटी-पीसीआर टेस्ट (RT-PCR Test) की भी जरूरत नहीं है.

नेगेटिव रिपोर्ट के बावजूद लक्षण बरकरार तो ये हो सकती है परेशानी
डॉ. सहाय कहते हैं कि कई मामलों में देखा जा रहा है कि सात दिन गुजरने के बाद मरीज की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट कोरोना नेगेटिव आ रही है, लेकिन कोरोना के लक्षण हैं, जैसे सर्दी, खांसी, जुकाम, बदन दर्द, सिरदर्द (headache) या बुखार आदि अभी भी बाकी हैं तो इनकी कोई और वजह भी हो सकती है. डॉ. सहाय कहते हैं कि इन्‍फेक्‍शन खत्‍म होने के बाद भी इन लक्षणों के होने का मतलब है कि मरीज को कोई और दिक्‍कत या परेशानी है. मरीज को गले, पेट या छाती का संक्रमण हो सकता है या फिर यूरिन इन्‍फेक्‍शन की वजह से भी बुखार और अन्‍य परेशानियां हो सकती हैं. ऐसे में जरूरी है कि डॉक्‍टर को दिखाकर इन बीमारियों की जांच कराई जाए और इलाज कराया जाए.

इस स्थिति में डरने की जरूरत नहीं
डॉ. सहाय कहते हैं कि नई गाइडलाइंस के अनुसार इस पूरे कोविड पीरियड में अगर सांस नहीं फूल रही, बुखार नहीं है और ऑक्‍सीजन का स्‍तर ठीक बना हुआ है तो 7 दिन के क्‍वारंटीन के बाद संक्रमण से खुद-ब-खुद मुक्‍त हो रहे हैं. वहींं मान लीजिए कि सर्दी, खांसी या बदन दर्द आदि संक्रमण के लक्षण बचे भी हैं लेकिन सेचुरेशन यानि ऑक्‍सीजन का स्‍तर अगर 94 से ऊपर है और नीचे नहीं जा रहा है तो घबराने की या डरने की कोई जरूरत ही नहीं है. इसलिए कोई भी परेशानी या लक्षण होने पर मरीज नियमित रूप से पल्‍स-ऑक्‍सीमीटर में ऑक्‍सीजन (Oxygen) का स्‍तर नापते रहें. 94 से कम होने पर चिकित्‍सक से संपर्क करें.

Tags: Corona Virus, Corona virus in india, COVID 19, RTPCR Negative Report

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