आजकल के लाइफस्टाइल में खानपान की आदतों की वजह ही हमारे खराब स्वास्थ्य का सबसे अहम कारण माना जाता है. जानकारों के अनुसार, हमारे लाइफस्टाइल और खानपान की आदतों में अगर लंबे समय तक गड़बड़ी रहे, तो बॉडी की फंक्शनिंग या यूं कहें कि कार्यप्रणाली भी गड़बड़ाने लगती है. इन्हीं गड़बड़ियों की एक वजह डायबिटीज भी है, जो कि ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ जाने की वजह से होती है. इंग्लैंड की न्यूकैसल यूनिवर्सिटी (Newcastle University) के रिसर्चर्स द्वारा की गई स्डडी में दावा किया गया है कि अगर खाने से पहले थोड़ी मात्रा में प्रोटीन सप्लीमेंट की खुराक ली जाए, तो इससे टाइप-2 डायबिटीज रोगियों को ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है.
इस स्टडी का निष्कर्ष ‘बीएमजे ओपेन डायबिटीज रिसर्च एंड केयर’ (BMJ Open Diabetes Research & Care) में प्रकाशित किया गया है. दरअसल, डायबिटीज में हमारे पैनक्रियाज काम करना बंद कर देते हैं. पैंक्रियाज में बीटा सेल्स होती हैं. ये सेल इंसुलिन जेनरेट करने का काम करते हैं. जब हम खाना खाते हैं, तो उससे ग्लूकोज (शुगर) बनता है. ये इंसुलिन उसी शुगर को कंट्रोल करने का काम करती है. कई बार इंसुलिन पैदा करने वाले यही बीटा सेल्स कम या खत्म हो जाते हैं. ऐसे में खाने पर शरीर में बनने वाली शुगर अनियमित हो जाती है, क्योंकि इंसुलिन बनाने वाली बीटा सेल्स ही नहीं हैं.
कैसे हुई स्टडी
इस स्टडी के दौरान टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों को भोजन से पहले व्हे प्रोटीन (whey protein) की थोड़ी सी मात्रा पीने को दी गई. इसके बाद एक हफ्ते तक उनकी निगरानी कई गई, जिसमें पाया कि ऐसा करने से मरीजों के नॉर्मल लाइफ पर पॉजिटिव इफैक्ट पड़ा.
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वहीं, इन्हीं मरीजों की जब एक सप्ताह तक बिना व्हे प्रोटीन दिए निगरानी की गई, तो इसके विपरीत प्रभाव पड़ा. डाइट से पहले व्हे प्रोटीन लेने वाले मरीजों के ब्लड में ग्लूकोज की लगातार निगरानी में पाया गया कि ऐसा करने से ग्लूकोज का लेवल काफी हद तक कंट्रोल (Controlled) रहा. आंकड़ों के मुताबिक, बिना व्हे प्रोटीन वाले मरीजों की तुलना में व्हे प्रोटीन लेने वाले मरीजों में औसतन दो घंटे ज्यादा ब्लड शुगर नियंत्रित रहा.
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क्या कहते हैं जानकार
रिसर्च टीम को लीड करने वाले और न्यूकैसल यूनिवर्सिटी के सीनियर लेक्चरर डॉ. डेनियल वेस्ट कहते हैं कि ऐसा पहली बार देखने में आया कि व्हे प्रोटीन किस तरह डायबिटीज मरीजों में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करता है. दरअसल, व्हे प्रोटीन जिम जाने वाले लोग मसल्स बनाने के लिए सप्लीमेंट के रूप में यूज करते हैं. ये मिल्क प्रोडक्ट्स से बना एक पाउडर है, जो बाजार में उपलब्ध है.
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Tags: Diabetes, Health, Health News, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : May 31, 2022, 06:30 IST