Nepal : काठमांडू में पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट की नृशंस हत्या, भारत में भेजता था जाली नोट


ख़बर सुनें

नेपाल की राजधानी काठमांडू मं पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट लाल मोहम्मद उर्फ मोहम्मद दर्जी की सोमवार शाम नृशंस हत्या कर दी गई। उसे दौड़ा दौड़ाकर मारा गया। लाल मोहम्मद भारत में  जाली करंसी नोटों का बड़ा सप्लायर था। 

लाल मोहम्मद की हत्या की वारदात कागेश्वरी मनोहरा नगर पालिका काठमांडू के गोथार इलाके में हुई। बताया गया है कि वह कार से अपने घर पहुंचा ही था कि अज्ञात हमलावरों ने उसके सिर, पेट व सीने में गोलियां दाग दीं। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार मोटर साइकिल पर आए दो अज्ञात हमलावरों ने उस पर गोलियां चलाई और भाग निकले। लाल मोहम्मद ने गोलियों से बचने की कोशिश की, लेकिन वह बुरी तरह घायल हो गया। उसके तुरंत महाराजागंज अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। 

बचाने के लिए बेटी छत से कूदी पर विफल रही
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि लाल मोहम्मद को बचाने के लिए उसकी बेटी छत से कूद गई थी, लेकिन वह अपने पिता को बचा नहीं सकी। लाल मोहम्मद पाक खुफिया एजेंसी के इशारे पर पाकिस्तान और बांग्लादेश से भारतीय जाली मुद्रा मंगवाकर नेपाल के रास्ते भारत भेजता था। 

लाल मोहम्मद आईएसआई का एजेंट होने के साथ ही दाउद इब्राहिम के गिरोह से भी जुड़ा है। पाक खुफिया एजेंसी लाल मोहम्मद का इस्तेमाल भारत में जाली नोटों के साथ ही उसकी आतंकी गतिविधियों के मददगार के रूप में करती थी। वह अन्य आईएसआई एजेंटों को नेपाल में पनाह देने और उन्हें हर तरह के संसाधन मुहैया कराने का काम करता था। उसकी गिनती नेपाल के हिस्ट्रीशीटर बदमाशों में होती थी। 

इससे पहले 2007 में काठमांडू के अनामनगर में जाली नोट कारोबारी पटुवा की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में नेपाल पुलिस ने लाल मोहम्मद समेत नेपाल में डी कंपनी के शार्प शूटर मुन्ना खान उर्फ इल्ताफ हुसैन अंसारी को गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपियों केा 10 साल कैद की सजा सुनाई थी। लाल मोहम्मद जुलाई 2017 में जेल से रिहा हुआ था। इसके बाद उसने कपड़ों का कारोबार शुरू किया था। पुलिस का दावा है कि उसकी हत्या गैंगवार के चलते की गई है। 

विस्तार

नेपाल की राजधानी काठमांडू मं पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट लाल मोहम्मद उर्फ मोहम्मद दर्जी की सोमवार शाम नृशंस हत्या कर दी गई। उसे दौड़ा दौड़ाकर मारा गया। लाल मोहम्मद भारत में  जाली करंसी नोटों का बड़ा सप्लायर था। 

लाल मोहम्मद की हत्या की वारदात कागेश्वरी मनोहरा नगर पालिका काठमांडू के गोथार इलाके में हुई। बताया गया है कि वह कार से अपने घर पहुंचा ही था कि अज्ञात हमलावरों ने उसके सिर, पेट व सीने में गोलियां दाग दीं। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार मोटर साइकिल पर आए दो अज्ञात हमलावरों ने उस पर गोलियां चलाई और भाग निकले। लाल मोहम्मद ने गोलियों से बचने की कोशिश की, लेकिन वह बुरी तरह घायल हो गया। उसके तुरंत महाराजागंज अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। 

बचाने के लिए बेटी छत से कूदी पर विफल रही

मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि लाल मोहम्मद को बचाने के लिए उसकी बेटी छत से कूद गई थी, लेकिन वह अपने पिता को बचा नहीं सकी। लाल मोहम्मद पाक खुफिया एजेंसी के इशारे पर पाकिस्तान और बांग्लादेश से भारतीय जाली मुद्रा मंगवाकर नेपाल के रास्ते भारत भेजता था। 

लाल मोहम्मद आईएसआई का एजेंट होने के साथ ही दाउद इब्राहिम के गिरोह से भी जुड़ा है। पाक खुफिया एजेंसी लाल मोहम्मद का इस्तेमाल भारत में जाली नोटों के साथ ही उसकी आतंकी गतिविधियों के मददगार के रूप में करती थी। वह अन्य आईएसआई एजेंटों को नेपाल में पनाह देने और उन्हें हर तरह के संसाधन मुहैया कराने का काम करता था। उसकी गिनती नेपाल के हिस्ट्रीशीटर बदमाशों में होती थी। 

इससे पहले 2007 में काठमांडू के अनामनगर में जाली नोट कारोबारी पटुवा की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में नेपाल पुलिस ने लाल मोहम्मद समेत नेपाल में डी कंपनी के शार्प शूटर मुन्ना खान उर्फ इल्ताफ हुसैन अंसारी को गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपियों केा 10 साल कैद की सजा सुनाई थी। लाल मोहम्मद जुलाई 2017 में जेल से रिहा हुआ था। इसके बाद उसने कपड़ों का कारोबार शुरू किया था। पुलिस का दावा है कि उसकी हत्या गैंगवार के चलते की गई है। 



Source link

Enable Notifications OK No thanks