क्या है लीन डायबिटीज? यह शरीर को कैसे करता है प्रभावित, यहां जानें सब कुछ


हाइलाइट्स

लीन डायबिटीज के शुरुआती लक्षण पहचान में नहीं आते.
लीन डायबिटीज पोषक तत्‍वों की कमी के कारण हो सकती है.
लीन डायबिटीज किसी भी उम्र में हो सकती है.

What Is Lean Diabetes-  दुनियाभर में डायबिटीज के मामले बढ़ रहे हैं जिसमें सबसे ज्‍यादा मरीज टाइप-2 डायबिटीज के हैं. टाइप-2 डायबिटीज को मोटापे और अधिक वजन से जोड़ा जाता है लेकिन दुबले व्‍यक्ति भी इसके शिकार हो सकते हैं. डायबिटीज मुख्‍य रूप से इंसुलिन रेजिस्‍टेंस और लाइफस्‍टाइल के कारण होती है. टाइप-2 डायबिटीज में शरीर में उत्‍पादित इंसुलिन की मात्रा में कमी आ जाती है.

शरीर में ग्‍लूकोज लेवल को मेंटेन करने के लिए इंसुलिन की आवश्‍यकता पड़ती है. हालांकि भारत में लीन डायबिटीज की संख्‍या अन्‍य डायबिटिक पेशेंट्स की तुलना में कम हैं. लीन डायबिटीज के लक्षणों को पहचानने में काफी परेशानी आती है क्‍योंकि इसके लक्षण आसानी से महसूस नहीं होते. चलिए जानते हैं क्‍या है लीन डायबिटीज और कैसे करें इसकी पहचान.

क्‍या है लीन डायबिटीज
डायबिटीज को अधिकतर मोटापे या अधिक वेट से जोड़ा जाता है. माना जाता है कि अधिक वेट वाले व्‍यक्ति को डायबिटीज के लक्षण आसानी से हो सकते हैं लेकिन ऐसा बिल्‍कुल नहीं है. हेल्‍थ शॉट्स के अनुसार डायबिटीज टाइप-2 से ग्रसित 10-15 प्रतिशत लोग ऐसे होते हैं जिनका वेट उनकी हाईट के अनुसार एकदम सही है और वह अन्‍य लोगों की अपेक्षा अधिक फिट हैं. इस डायबिटीज को लीन डायबिटीज के नाम से जाना जाता है. लीन डायबिटीज का शिकार पतले व्‍यक्ति भी हो सकते हैं.

किन लोगों को सकती है लीन डायबिटीज
लीन डायबिटीज के लिए जीन और लाइफस्‍टाइल जिम्‍मेदार हो सकती है. जिन लोगों के परिवार में डायबिटीज की हिस्‍ट्री है उन्‍हें ये आसानी से हो सकती है. लीन डायबिटीज का एक कारण पोषक तत्‍वों की कमी भी हो सकती है. लीन डायबिटीज का शिकार बच्‍चे भी हो सकते हैं.

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इसके लक्षणों को पहचानना मुश्‍किल
लीन डाय‍बिटीज के लक्षणों को पहचानना काफी मुश्किल होता है. खासकर शुरुआत में इसके लक्षण दिखाई ही नहीं देते. कई लोगों को अधिक यूरिन की समस्‍या हो सकती है तो कुछ लोगों को ऐसा कोई लक्षण महसूस नहीं होता. लीन डायबिटीज में न हाथ-पैरों में झुनझुनी होती है और न ही अधि‍क प्‍यास लगती है. इसके लिए स्‍मोकिंग, नींद में कमी, पोषक तत्‍वों की कमी और आलस को जिम्‍मेदार माना जा सकता है. लेकिन इसका पता रेगूलर ब्‍लड शुगर लेवल चेक करवा कर लगाया जा सकता है. 35 साल के बाद सभी को शुगर लेवल का चेकअप कराना चाहिए.

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लीन डायबिटीज से कैसे करें बचाव
–  मीठा खाने से बचें
–  अधिक ऑयली फूड न खाएं
–  शराब का सेवन न करें
–  लीन प्रोटीन का सेवन करें
–  हाई फाइबर फूड का सेवन बढ़ाएं
–  फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाएं

Tags: Diabetes, Health, Lifestyle

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