पकड़ा गया चोर: चेहरा छिपाया लेकिन टैटू ने कराया गिरफ्तार, दो करोड़ से ज्यादा के गहने चुराकर हो गया था फरार


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कारोबार में करोड़ों का घाटा होने के बाद एक ज्वेलर ने करोल बाग के नामी ज्वेलर के यहां से 2.12 करोड़ के दुर्लभ जेवरात उड़ा लिए। आरोपी ने वारदात को बेहद शातिर तरीके से अंजाम दिया। लेकिन पुलिस ने सूझबूझ से काम लेते हुए टैटू की मदद से आरोपी की पहचान कर ली। बाद में टेक्निकल सर्विलांस की मदद से उसका पीछा करते हुए पंजाब के अमृतसर पहुंच गई। वहां पुलिस की भनक लगते ही आरोपी कार में सवार होकर भागने लगा। करीब 40 किलोमीटर पीछा कर आरोपी को दबोच लिया गया। पकड़े गए आरोपी की पहचान कर्मपुरी दिल्ली निवासी विक्रांत गौरव (38) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी की रिमांड लेकर इससे चोरी की गई सभी जूलरी बरामद कर ली है। करोल बाग थाना पुलिस पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।

मध्य जिला पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि 24 जुलाई को करोल बाग के लाल ओमप्रकाश ज्वेलर्स के यहां से संदीप गर्ग ने चोरी की शिकायत दी थी। संदीप ने पुलिस को बताया कि उनके यहां एक व्यक्ति दुर्लभ जेवरात खरीदने के बहाने आया था। जेवरात देखने के दौरान वह करीब 2.12 करोड़ रुपये के जेवरात लेकर फरार हो गया। मध्य जिला पुलिस उपायुक्त श्वेता चौहान ने बताया कि संदीप के बयान पर मामला दर्ज कर करोल बाग थाना पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच की गई तो पता चला कि वारदात के समय आरोपी ने अपने मुंह पर मास्क लगाया हुआ था। यहां तक शोरूम में मौजूद लड़के ने आरोपी को पानी पिलाने का प्रयास किया तो उसने मास्क न उतारने की वजह से पानी पीने से भी मना कर दिया। बाद में आरोपी फरार हो गया। थाना प्रभारी दीपक कुमार मलिक, एसआई विक्रम सिंह, एएसआई जितेंद्र कुमार, हवलदार दिलशाद, मोनू कुमार और पंकज कुमार की टीम ने छानबीन शुरू की।

जांच के दौरान टीम को आरोपी के हाथ पर एक गहरा टैटू गुदा हुआ मिला। उस पर अंग्रेजी में रासराज लिखा हुआ था। पुलिस ने उसके आधार पर आरोपी की पहचान का प्रयास किया। 400-500 दुकानदारों को टैटू दिखाने के बाद आरोपी की पहचान विक्रांत गौरव के रूप में हुई। पता चला कि वह ईस्ट पटेल नगर इलाके में रहता है। एक टीम को वहां भेजा गया तो पता चला कि चार साल पहले ही उसने अपना घर छोड़ दिया था। उसके पुराने मोबाइल का पता किया। उसकी मदद से पुलिस ने आरोपी का मौजूदा मोबाइल नंबर पता कर लिया। उसकी लोकेशन की जांच की तो पता चला कि आरोपी फिलहाल पंजाब के अमृतसर में मौजूद है। एएसआई जितेंद्र, हवलदार दिलशाद और मोनू कुमार को रविवार को फौरन अमृतसर भेजा गया। वहां पुलिस को देखते ही आरोपी ने भागने का प्रयास किया, लेकिन उसे दबोच लिया गया। दिल्ली लाकर उसे दो दिन की रिमांड पर लिया गया। बाद में उसकी निशानदेही पर चोरी किए गए सारे जेवरात बरामद कर लिए गए।

करोड़ों का नुकसान होने के बाद ज्वेलर बन गया था चोर…
पूछताछ के दौरान विक्रांत ने बताया कि उसका खुद का करोल बाग इलाके में जेवरात का बड़ा काम था। उसे कारोबार में बड़ा घाटा हुआ। उसका पार्टनर भी उसके चार करोड़ से अधिक का माल लेकर कनाडा भाग गया। उसने लोगों से कर्जा लेकर मार्केट का रुपया लौटाया। यहां तक उसके पास कई मकान थे जो बिक गए। उसे मोटी रकम की जरूरत थी। इसलिए उसने चोरी करने का मन बनाया और वारदात को अंजाम दिया।

कारोबार में करोड़ों का घाटा होने के बाद एक ज्वेलर ने करोल बाग के नामी ज्वेलर के यहां से 2.12 करोड़ के दुर्लभ जेवरात उड़ा लिए। आरोपी ने वारदात को बेहद शातिर तरीके से अंजाम दिया। लेकिन पुलिस ने सूझबूझ से काम लेते हुए टैटू की मदद से आरोपी की पहचान कर ली। बाद में टेक्निकल सर्विलांस की मदद से उसका पीछा करते हुए पंजाब के अमृतसर पहुंच गई। वहां पुलिस की भनक लगते ही आरोपी कार में सवार होकर भागने लगा। करीब 40 किलोमीटर पीछा कर आरोपी को दबोच लिया गया। पकड़े गए आरोपी की पहचान कर्मपुरी दिल्ली निवासी विक्रांत गौरव (38) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी की रिमांड लेकर इससे चोरी की गई सभी जूलरी बरामद कर ली है। करोल बाग थाना पुलिस पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।



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