धोखाधड़ी मामला: सीएम गहलोत के बेटे के खिलाफ शिकयत दर्ज कराने के बाद पलटा शिकायतकर्ता, बोला- मैं भ्रमित हो गया था


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव
Updated Wed, 23 Mar 2022 02:49 PM IST

सार

शिकायतकर्ता ने बताया कि, गुजरात के कांग्रेस कार्यकर्ता एवं मामले के मुख्य आरोपी सचिन वलेरा के द्वारा उन्हें भ्रमित करने के कारण उन्होंने वैभव गहलोत का नाम लिया था। वह वैभव गहलोत से कभी नहीं मिला और न ही प्रत्यक्ष रूप से उन्हें कोई पैसा दिया और न ही कोई पैसा भेजा।

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मुंबई के नासिक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव समेत 14 लोगों के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी मामले में नया मोड़ आया गया है। शिकायतकर्ता अब अपनी शिकायत से सीएम गहलोत के बेटे वैभव गहलोत का नाम वापस लेना चाहता है। बुधवार को एक पुलिस अधिकारी की ओर से इसकी पुष्टि की गई। 

दरअसल, एक व्यापारी सुशील पाटिल की ओर से पिछले सप्ताह वैभव गहलोत समेत 14 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया था। शिकायतकर्ता के अनुसार, आरोपी ने उसे उच्च रिटर्न के वादे के साथ अपनी कंपनी में एक गैर-सक्रिय भागीदार की भूमिका की पेशकश की और कथित तौर पर उसे 6.8 करोड़ रुपये का चूना लगाया।

पुलिस को दिए बयान में पलटा
पुलिस धिकारी ने बताया कि गंगापुर पुलिस ने सोमवार को पाटिल का पूरक बयान दर्ज किया था, जिसमें उसने दावा किया कि गुजरात के कांग्रेस कार्यकर्ता एवं मामले के मुख्य आरोपी सचिन वलेरा के द्वारा उन्हें भ्रमित करने के कारण उन्होंने वैभव गहलोत का नाम लिया था। पाटिल के बयान दर्ज करने के बाद, नासिक के पुलिस आयुक्त दीपक पांडे ने मंगलवार को मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दी।

कभी नहीं हुई वैभव गहलोत से मुलाकात
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पाटिल ने उन्हें बताया कि सचिन वलेरा वैभव गहलोत का नाम लेता था, जिसके कारण पाटिल ने शिकायत में उसका नाम लिया, लेकिन अब उन्हें वैभव गहलोत के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है। इससे पहले, नासिक की एक अदालत के निर्देश के बाद, पुलिस ने 420, 406 और 468 सहित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत 14 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। अधिकारी ने कहा कि पूरक बयान में पाटिल ने पुलिस को बताया कि वह वैभव गहलोत से कभी नहीं मिले और न ही प्रत्यक्ष रूप से उन्हें कोई पैसा दिया और न ही कोई पैसा भेजा।

विस्तार

मुंबई के नासिक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव समेत 14 लोगों के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी मामले में नया मोड़ आया गया है। शिकायतकर्ता अब अपनी शिकायत से सीएम गहलोत के बेटे वैभव गहलोत का नाम वापस लेना चाहता है। बुधवार को एक पुलिस अधिकारी की ओर से इसकी पुष्टि की गई। 

दरअसल, एक व्यापारी सुशील पाटिल की ओर से पिछले सप्ताह वैभव गहलोत समेत 14 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया था। शिकायतकर्ता के अनुसार, आरोपी ने उसे उच्च रिटर्न के वादे के साथ अपनी कंपनी में एक गैर-सक्रिय भागीदार की भूमिका की पेशकश की और कथित तौर पर उसे 6.8 करोड़ रुपये का चूना लगाया।

पुलिस को दिए बयान में पलटा

पुलिस धिकारी ने बताया कि गंगापुर पुलिस ने सोमवार को पाटिल का पूरक बयान दर्ज किया था, जिसमें उसने दावा किया कि गुजरात के कांग्रेस कार्यकर्ता एवं मामले के मुख्य आरोपी सचिन वलेरा के द्वारा उन्हें भ्रमित करने के कारण उन्होंने वैभव गहलोत का नाम लिया था। पाटिल के बयान दर्ज करने के बाद, नासिक के पुलिस आयुक्त दीपक पांडे ने मंगलवार को मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दी।

कभी नहीं हुई वैभव गहलोत से मुलाकात

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पाटिल ने उन्हें बताया कि सचिन वलेरा वैभव गहलोत का नाम लेता था, जिसके कारण पाटिल ने शिकायत में उसका नाम लिया, लेकिन अब उन्हें वैभव गहलोत के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है। इससे पहले, नासिक की एक अदालत के निर्देश के बाद, पुलिस ने 420, 406 और 468 सहित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत 14 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। अधिकारी ने कहा कि पूरक बयान में पाटिल ने पुलिस को बताया कि वह वैभव गहलोत से कभी नहीं मिले और न ही प्रत्यक्ष रूप से उन्हें कोई पैसा दिया और न ही कोई पैसा भेजा।



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