Board Exam 2022: बोर्ड परीक्षा में नकल कराने वाले स्कूलों की मान्यता होगी रद्द, पुलिस सुरक्षा देने की मांग


मुंबई: परीक्षा में नकल रोकने के लिए सरकार कठोर कदम उठाएगी। राज्य की स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने कहा कि महाराष्ट्र बोर्ड की कक्षा 12वीं और 10वीं की परीक्षा में नकल कराने वाले स्कूलों की मान्यता रद्द करने का निर्णय लिया है। इसकी शुरुआत औरंगाबाद के पैठण से की गई है। साथ ही भविष्य में उन्हें कभी बोर्ड की परीक्षा आयोजित करने की अनुमति नहीं मिलेगी।

बुधवार को विधान परिषद में कांग्रेस के उम्मीदवार जयंत आसगावकर ने औरंगाबाद के स्कूल में मुख्याध्यापक और कर्मचारी द्वारा नकल कराने का मुद्दा उठाया था। शिक्षा मंत्री गायकवाड ने सदन में कहा कि 15 मार्च को 10वीं की परीक्षा के दौरान मराठी विषय की परीक्षा में नकल कराने के मामले में औरंगाबाद के पैठण तहसील के लक्ष्मीबाई माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूल की मान्यता रद्द करने का फैसला लिया है।

उन्होंने बताया कि औरंगाबाद के कन्नड़ तहसील के परीक्षा केंद्र में उड़न दस्ते ने एक छात्रा की मोबाइल की जांच की तो उसमें प्रश्न पत्र मिला था, लेकिन वह छात्रा परीक्षा केंद्र पर देरी से आई थी। शिक्षा मंत्री ने आगे बताया कि अहमदनगर के श्रीगोंदा में महाराष्ट्र बोर्ड की 12वीं की गणित और संख्या शास्त्र विषय की परीक्षा शुरू होने के बाद पेपर वायरल हुआ था। उन्होंने दावा किया कि 12वीं और 10वीं की परीक्षा में कहीं भी प्रश्न पत्र लीक नहीं हुआ है। हर जगह परीक्षा शुरू होने के बाद प्रश्न पत्र वायरल होने की घटना हुई है।

अतिरिक्त पुलिस मांगी
शिक्षा मंत्री गायकवाड ने कहा कि कोरोना के कारण हर स्कूल को परीक्षा केंद्र बनाया गया है, इसलिए गृह विभाग से परीक्षा केंद्रों पर पुलिस सुरक्षा देने की मांग की है। राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे-पाटील ने पुलिस सुरक्षा के बारे में उचित निर्देश भी दिए हैं। इसके साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी परीक्षा केंद्रों पर दौरा करने के लिए कहा गया है। शिक्षा विभाग की ओर महाराष्ट्र बोर्ड हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा, जहां से परीक्षा से जुड़ी जानकारी मिलती है।

सेंटर पर एक घंटे पहले ही पहुंचें छात्र
12वीं और 10वीं की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों से शिक्षा मंत्री गायकवाड ने परीक्षा केंद्रों पर एक घंटे पहले ही पहुंचने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यदि परीक्षा सुबह 10.30 बजे शुरू होने वाली है तो बेहतर होगा कि वे सुबह 9.30 बजे तक परीक्षा केंद्र पर पहुंच जाएं। उन्होंने कहा कि किसी कारणवश कोई विद्यार्थी अगर परीक्षा केंद्रों पर देरी से पहुंचेगा तो उसकी पूरी जांच की जाएगी। उसके बाद ही उसे परीक्षा में बैठने की अनुमति मिल सकेगी।

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