सवालों के घेरे में दीप सिद्धू की मौत: कांग्रेस बोली- यह सड़क हादसा या हत्या की साजिश, उच्चस्तरीय जांच हो


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़
Published by: ajay kumar
Updated Fri, 18 Feb 2022 12:39 AM IST

सार

पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू की 15 फरवरी की रात हरियाणा के सोनीपत में सड़क हादसे में मौत हो गई थी। अब उनकी मौत सवालों के घेरे में है। कांग्रेस ने राजनीतिक रंजिश के चलते हत्या की आशंका जताई है। पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग भी की गई है।

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दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन के दौरान लाल किला हिंसा के चलते सुर्खियों में आए फिल्म अभिनेता दीप सिद्धू की सड़क हादसे में मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा है कि यह हादसा ऐसे समय में हुआ है जब पंजाब में विधानसभा चुनाव हैं और दीप सिद्धू किसान आंदोलन के एक क्रांतिकारी नेता के रूप में उभरकर सामने आए थे। 

कृषि कानूनों और किसान आंदोलन को लेकर वह कई दलों की भूमिका का विरोध कर रहे थे, जिसे देखते हुए दीप सिद्धू की मौत की उच्चस्तरीय जांच होना जरूरी है कि यह एक सड़क हादसा था या हत्या की कोई साजिश। पंजाब कांग्रेस भवन में हरीश चौधरी और पार्टी के अन्य नेताओं ने कहा कि दीप सिद्धू के साथ हुए हादसे में किसी साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता। 

वह किसान आंदोलन में क्रांतिकारी नेता के रूप में उभरे थे और उनसे रंजिश रखने वालों की भी कमी नहीं थी। आंदोलन के दौरान 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च के समय लाल किले पर झंडा फहराने में दीप सिद्धू ने मुख्य भूमिका निभाई थी, जिसकी कई सियासी दलों ने निंदा की थी। इसलिए दीप सिद्धू की मौत की जांच होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह मांग सभी दलों को मिलकर चुनाव आयोग से करनी चाहिए।

केजरीवाल पंजाब में धर्म के नाम पर मांग रहे वोट
चौधरी ने यह भी कहा कि आप संयोजक अरविंद केजरीवाल पंजाब चुनाव के संबंध में किसी न किसी रूप में साजिश रच रहे हैं। लोगों को गुमराह करने के लिए झूठ का सहारा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दिल्ली मॉडल को पंजाब में लागू करने को लेकर केजरीवाल के सामने कई सवाल उठाए थे लेकिन उनका कोई जवाब नहीं मिला है। केजरीवाल का दिल्ली मॉडल पूरी तरह फेल हो चुका है और अब पंजाब में धर्म के नाम पर वोट बटोरने की रणनीति अपनाई गई है। 

पंजाब के भाईचारे में नफरत का जहर न फैलाएं केजरीवाल: जाखड़
पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने केजरीवाल के उस बयान की कड़ी निंदा की है जिसमें उन्होंने ने कहा था कि पंजाब का हिंदू डरा हुआ है। जाखड़ ने कहा कि इस बयान से केजरीवाल ने खुद को जहां हिंदुओं का हितैषी साबित करने की कोशिश की है वहीं पंजाब के सिख समुदाय को आतंकी होने का दर्जा दे दिया है। इसके साथ ही पंजाब के हिंदुओं पर एक डरपोक और कायर कौम होने का इल्जाम लगाया है। 

उन्होंने कहा कि केजरीवाल के इन बयान से यही समझ आ रहा है कि वह आईएसआई की प्रायोजित एजेंसियां, एसएफजे जैसे लोग जो पंजाब को तोड़ना चाहते हैं और देश से अलग करना चाहते हैं, उनके प्रवक्ता की तरह बयान दे रहे हैं। जाखड़ ने कहा कि पंजाब के सिख आतंकी नहीं हैं और न ही हिंदू डरपोक हैं। केजरीवाल इस तरह की ओछी राजनीति से गुरेज करें।

विस्तार

दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन के दौरान लाल किला हिंसा के चलते सुर्खियों में आए फिल्म अभिनेता दीप सिद्धू की सड़क हादसे में मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा है कि यह हादसा ऐसे समय में हुआ है जब पंजाब में विधानसभा चुनाव हैं और दीप सिद्धू किसान आंदोलन के एक क्रांतिकारी नेता के रूप में उभरकर सामने आए थे। 

कृषि कानूनों और किसान आंदोलन को लेकर वह कई दलों की भूमिका का विरोध कर रहे थे, जिसे देखते हुए दीप सिद्धू की मौत की उच्चस्तरीय जांच होना जरूरी है कि यह एक सड़क हादसा था या हत्या की कोई साजिश। पंजाब कांग्रेस भवन में हरीश चौधरी और पार्टी के अन्य नेताओं ने कहा कि दीप सिद्धू के साथ हुए हादसे में किसी साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता। 

वह किसान आंदोलन में क्रांतिकारी नेता के रूप में उभरे थे और उनसे रंजिश रखने वालों की भी कमी नहीं थी। आंदोलन के दौरान 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च के समय लाल किले पर झंडा फहराने में दीप सिद्धू ने मुख्य भूमिका निभाई थी, जिसकी कई सियासी दलों ने निंदा की थी। इसलिए दीप सिद्धू की मौत की जांच होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह मांग सभी दलों को मिलकर चुनाव आयोग से करनी चाहिए।

केजरीवाल पंजाब में धर्म के नाम पर मांग रहे वोट

चौधरी ने यह भी कहा कि आप संयोजक अरविंद केजरीवाल पंजाब चुनाव के संबंध में किसी न किसी रूप में साजिश रच रहे हैं। लोगों को गुमराह करने के लिए झूठ का सहारा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दिल्ली मॉडल को पंजाब में लागू करने को लेकर केजरीवाल के सामने कई सवाल उठाए थे लेकिन उनका कोई जवाब नहीं मिला है। केजरीवाल का दिल्ली मॉडल पूरी तरह फेल हो चुका है और अब पंजाब में धर्म के नाम पर वोट बटोरने की रणनीति अपनाई गई है। 

पंजाब के भाईचारे में नफरत का जहर न फैलाएं केजरीवाल: जाखड़

पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने केजरीवाल के उस बयान की कड़ी निंदा की है जिसमें उन्होंने ने कहा था कि पंजाब का हिंदू डरा हुआ है। जाखड़ ने कहा कि इस बयान से केजरीवाल ने खुद को जहां हिंदुओं का हितैषी साबित करने की कोशिश की है वहीं पंजाब के सिख समुदाय को आतंकी होने का दर्जा दे दिया है। इसके साथ ही पंजाब के हिंदुओं पर एक डरपोक और कायर कौम होने का इल्जाम लगाया है। 

उन्होंने कहा कि केजरीवाल के इन बयान से यही समझ आ रहा है कि वह आईएसआई की प्रायोजित एजेंसियां, एसएफजे जैसे लोग जो पंजाब को तोड़ना चाहते हैं और देश से अलग करना चाहते हैं, उनके प्रवक्ता की तरह बयान दे रहे हैं। जाखड़ ने कहा कि पंजाब के सिख आतंकी नहीं हैं और न ही हिंदू डरपोक हैं। केजरीवाल इस तरह की ओछी राजनीति से गुरेज करें।



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