Delhi Mundka Fire: बिल्डिंग मालिक दो दिन की पुलिस रिमांड पर, पूछताछ से खुलेंगे कई राज


सार

मामले की छानबीन कर रही एक टीम के अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार शाम को जब इमारत में आग लगी थी तो उस समय मनीष लाकड़ा अपने पूरे परिवार के साथ वहां बैठकर चाय पी रहा था। आग लगते ही वह बराबर वाली बिल्डिंग से कूदकर परिवार के साथ फरार हो गया। 

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मुंडका अग्निकांड मामले में गिरफ्तार किए गए किए बिल्डिंग मालिक मनीष लाकड़ा को अदालत ने दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर घटनाक्रम से जुड़े तथ्यों को पिरोने में लगी है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस अग्निकांड वाली इमारत के पेपर प्राप्त करने का प्रयास कर रही है। 

इसी कड़ी में पुलिस को आरोपी मनीष और उसके परिवार की कई संपत्तियों का पता चला है। इनमें एक संपत्ति विदेश में भी बताई जा रही है। मामले की छानबीन के दौरान पुलिस व एफएसएल की टीम ने अब तक कुल 26 लोगों के डीएनए सैंपल इकट्ठा कर लिये। एक शव का डीएनए सैंपल नहीं लिया जा सका है। 

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार को इस प्रक्रिया को भी पूरा कर लिया जाएगा। सोमवार दोपहर राष्ट्रीय मानवाधिकारी आयोग की टीम भी घटना स्थल पहुंची। दमकल विभाग के अधिकारी भी जांच के लिए वहां पहुंचे।

मामले की छानबीन कर रही एक टीम के अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार शाम को जब इमारत में आग लगी थी तो उस समय मनीष लाकड़ा अपने पूरे परिवार के साथ वहां बैठकर चाय पी रहा था। आग लगते ही वह बराबर वाली बिल्डिंग से कूदकर परिवार के साथ फरार हो गया। मनीष की मां सुशीला और पत्नी सुनीता कहां, आरोपी से पूछताछ उनका भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। 

सूत्रों के मुताबिक मनीष के मकान की तलाशी के दौरान रविवार को टीम को भारी मात्रा में सोने के जेवरात मिले हैं। इसके अलावा दिल्ली व एक विदेशी प्रॉपर्टी का भी पता चला है। पुलिस को हादसे वाली इमारत के पेपर नहीं मिल पाए हैं। मनीष से पूछताछ बिल्डिंग के पेपर प्राप्त करने का प्रयास किया जाएगा। 

इसके अलावा फरार होने के बाद आरोपी कहां-कहां गया, उसका भी पता किया जाएगा। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि उसने हादसे के बाद हरियाणा में अपना मोबाइल तोड़कर फेंक दिया था। पुलिस उसको भी बरामद करने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने मनीष के मोबाइल का सीडीआर भी निकलवाया है।

रविवार को पुलिस ने चौथी मंजिल पर लगे डीवीआर को भी अपने कब्जे में लिया था। जांच कर रही टीम के अधिकारी ने बताया कि चूंकि हादसे वाली इमारत में मिलीभगत से सबकुछ चल रहा था। उन अधिकारियों व मनीष के करीबियों का भी पता किया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि आपराधिक षडयंत्र में इनको भी शामिल किया जा सकता है। 

मामले की जांच कर रहे अधिकारी ने बताया कि हादसे का शिकार हुए लोगों से शनिवार को 20 लोगों का डीएनए सैंपल लिया गया था। इसके बाद रविवार को चार और सोमवार को दो लोगों डीएनए सैंपल लिया गया। एक मृतक का अभी डीएनए नहीं हो पाया है। सोमवार भी हादसे वाली इमारत के बाहर लोगों की भीड़ जुटी रही। इस दौरान कई टीमें भी मामले की जांच करती रही।

विस्तार

मुंडका अग्निकांड मामले में गिरफ्तार किए गए किए बिल्डिंग मालिक मनीष लाकड़ा को अदालत ने दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर घटनाक्रम से जुड़े तथ्यों को पिरोने में लगी है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस अग्निकांड वाली इमारत के पेपर प्राप्त करने का प्रयास कर रही है। 

इसी कड़ी में पुलिस को आरोपी मनीष और उसके परिवार की कई संपत्तियों का पता चला है। इनमें एक संपत्ति विदेश में भी बताई जा रही है। मामले की छानबीन के दौरान पुलिस व एफएसएल की टीम ने अब तक कुल 26 लोगों के डीएनए सैंपल इकट्ठा कर लिये। एक शव का डीएनए सैंपल नहीं लिया जा सका है। 

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार को इस प्रक्रिया को भी पूरा कर लिया जाएगा। सोमवार दोपहर राष्ट्रीय मानवाधिकारी आयोग की टीम भी घटना स्थल पहुंची। दमकल विभाग के अधिकारी भी जांच के लिए वहां पहुंचे।

मामले की छानबीन कर रही एक टीम के अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार शाम को जब इमारत में आग लगी थी तो उस समय मनीष लाकड़ा अपने पूरे परिवार के साथ वहां बैठकर चाय पी रहा था। आग लगते ही वह बराबर वाली बिल्डिंग से कूदकर परिवार के साथ फरार हो गया। मनीष की मां सुशीला और पत्नी सुनीता कहां, आरोपी से पूछताछ उनका भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। 

सूत्रों के मुताबिक मनीष के मकान की तलाशी के दौरान रविवार को टीम को भारी मात्रा में सोने के जेवरात मिले हैं। इसके अलावा दिल्ली व एक विदेशी प्रॉपर्टी का भी पता चला है। पुलिस को हादसे वाली इमारत के पेपर नहीं मिल पाए हैं। मनीष से पूछताछ बिल्डिंग के पेपर प्राप्त करने का प्रयास किया जाएगा। 

इसके अलावा फरार होने के बाद आरोपी कहां-कहां गया, उसका भी पता किया जाएगा। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि उसने हादसे के बाद हरियाणा में अपना मोबाइल तोड़कर फेंक दिया था। पुलिस उसको भी बरामद करने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने मनीष के मोबाइल का सीडीआर भी निकलवाया है।

रविवार को पुलिस ने चौथी मंजिल पर लगे डीवीआर को भी अपने कब्जे में लिया था। जांच कर रही टीम के अधिकारी ने बताया कि चूंकि हादसे वाली इमारत में मिलीभगत से सबकुछ चल रहा था। उन अधिकारियों व मनीष के करीबियों का भी पता किया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि आपराधिक षडयंत्र में इनको भी शामिल किया जा सकता है। 

मामले की जांच कर रहे अधिकारी ने बताया कि हादसे का शिकार हुए लोगों से शनिवार को 20 लोगों का डीएनए सैंपल लिया गया था। इसके बाद रविवार को चार और सोमवार को दो लोगों डीएनए सैंपल लिया गया। एक मृतक का अभी डीएनए नहीं हो पाया है। सोमवार भी हादसे वाली इमारत के बाहर लोगों की भीड़ जुटी रही। इस दौरान कई टीमें भी मामले की जांच करती रही।



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