अमर उजाला नेटवर्क, पुलवामा
Published by: विमल शर्मा
Updated Wed, 27 Apr 2022 04:27 PM IST
सार
घाटी में सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिए हैं। सुरक्षाबलों को कश्मीर के विभिन्न इलाकों में आतंकियों के ग्रुप सक्रिय होने की सूचना लगातार मिल रही है। इसके बाद ऑपरेशन तेज कर दिए गए हैं।
![जम्मू-कश्मीर: पुलवामा में आतंकियों की तलाश जारी, सुरक्षाबलों और दहशतगर्दों में मुठभेड़ शुरू पुलवामा में जवान](https://spiderimg.amarujala.com/cdn-cgi/image/width=414,height=233,fit=cover,f=auto/assets/images/2022/04/24/750x506/encounter-pulwama_1650809108.jpeg)
पुलवामा में जवान
– फोटो : बासित जरगर
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विस्तार
पुलवामा के मित्रिगम में आतंकियों के मौजूद होने के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया। इस बीच एक ठिकाने में दहशतगर्दों के ग्रुप की हलचल देखी गई। सुरक्षाबलों ने इसके बाद पूरे इलाके में संयुक्त अभियान चलाया। पूरे क्षेत्र को चारों ओर से घेरा गया। आतंकियों ने अपने आप को घिरा देख जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। अधिकारियों ने बताया कि मौके पर तीन से चार आतंकियों के होने की सूचना है। इस बीच क्षेत्र में आने-जाने के सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं।
कश्मीर में तीन मददगार व जैश के दो हाइब्रिड आतंकी गिरफ्तार
कश्मीर घाटी में मंगलवार को आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने कुलगाम में पंच के हत्यारे हिजबुल मुजाहिदीन के मॉड्यूल का भंडाफोड़ कर तीन मददगारों को गिरफ्तार किया है। एक अन्य घटना में बारामुला में जैश-ए-मोहम्मद के दो हाइब्रिड आतंकी भी हत्थे चढ़े हैं। पकड़े गए आतंकियों व मददगारों से असलहे, ग्रेनेड तथा अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई हैं। पुलिस ने बताया कि कुलगाम के कुलपोरा के पंच मोहम्मद याकूब डार की दो मार्च को आतंकियों ने हत्या कर दी थी। मामले की जांच के दौरान पता चला कि इसमें हिजबुल का हाथ है।
पाकिस्तानी हैंडलरों के निर्देश, कुलगाम में पंचायत प्रतिनिधियों को निशाना बनाएं
हिजबुल के सक्रिय आतंकी फारूक अहमद भट निवासी चेकी यारीपोरा को पाकिस्तानी हैंडलरों से निर्देश मिला था कि वह कुलगाम में पंचायत प्रतिनिधियों को निशाना बनाए। इसके आधार पर उसने आतंकी अब्दुल रहमान राथर निवासी अशमुजी को वारदात की जिम्मेदारी सौंपी। इसमें मददगार नसर अहमद वानी, आदिल मंजूर राथर व माजिद मोहम्मद राथर को भी साथ लेने की हिदायत दी गई।
इदरीस अहमद डार की भूमिका भी सामने आई
जांच में एक अन्य कुलपोरा निवासी इदरीस अहमद डार की भूमिका भी सामने आई। पता चला है कि उसने आतंकी संगठन का दामन थाम लिया है। पुलिस ने बताया कि जिस मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया है वह 11 मार्च को हुई सरपंच मोहम्मद अब्दुल्लाह मीर की हत्या से जुड़े मॉड्यूल के भी संपर्क में था। इस आधार पर पुलिस ने तीन मददगारों को गिरफ्तार कर लिया।