Expert Tips : माइक्रोफाइनेंस प्‍लेटफॉर्म पर उधार लेते समय याद रखें ये 5 बातें, आसानी से मिल जाएगा सस्‍ता कर्ज


नई दिल्‍ली. माइक्रोफाइनेंसिंग उन देशों में बेहतर काम कर सकती हैं, जहां बड़ी आबादी में बैंकिंग की कम सुविधा वाले या इस सुविधा से वंचित लोग हैं. इसके अलावा क्रेडिट हिस्‍ट्री का अभाव, क्रेडिट स्‍कोर में पीछे होना, डॉक्‍यूमेंट और पहचान पत्र आदि की कमी के कारण भी जिन लोगों को लोन नहीं मिल पाता, उनके लिए भी माइक्रोफाइनेंसिंग प्‍लेटफॉर्म्‍स असरदार साबित हो सकते हैं.

दरअसल, बिना किसी पारंपरिक प्रक्रिया को पूरा किए ही अगर ये माइक्रोलेंडिंग प्‍लेटफॉर्म्‍स लोगों को कर्ज मुहैया करा रहे हैं तो इसके पीछे डाटा साइंस, एआई और मशीन लर्निंग एल्‍गोरिदम का सबसे बड़ा रोल है. ऐसे में यहां न सिर्फ लोन पाना आसान हो गया है, बल्कि पैसा जल्‍दी भी मिल जाता है. स्मार्टकॉइन के सीईओ और को-फाउंडर रोहित गर्ग का कहना है कि तमाम मुश्किलों को आसान करने वाले माइक्रोफाइनेंस प्‍लेटफॉर्म्‍स पर लोन के लिए आवेदन करने से पहले कुछ चीजों को सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है, ताकि आगे परेशानी न हो.

ये भी पढ़ें – Gold Loan : कौन से बैंक सबसे कम ब्याज दर पर दे रहे हैं गोल्ड लोन, समझिए पूरा हिसाब-किताब

क्रेडिट हिस्‍ट्री को सकारात्‍मक रखें
एक अच्‍छी क्रेडिट हिस्‍ट्री समय पर लोन चुकाने की आपकी विश्‍वसनीयता एवं क्षमता को दर्शाती है. एक अनुकूल क्रेडिट स्‍कोर एक अच्‍छी क्रेडिट हिस्‍ट्री की बुनियाद है, जो 300 से 900 के बीच रहता है और 750 से ऊपर का कोई भी स्‍कोर बेहतर माना जाता है.मजबूत क्रेडिट स्‍कोर बरकरार रखना आसान है, बस आपको सभी बकाया समय पर चुकाने की जरूरत है. अपने क्रेडिट कार्ड की संख्‍या घटाकर भी स्‍वस्‍थ क्रेडिट स्‍कोर बनाया जा सकता है. क्रेडिट कार्ड पर कभी 30 फीसदी से ज्‍यादा राशि खर्च न करें.

अलग-अलग ब्‍याज दरों का आकलन करना
कर्ज के लिए अप्‍लाई करते समय देखें कि आपको सबसे कम ब्‍याज दर मिल रही हो, आपको अलग-अलग लेंडर्स द्वारा पेश की जाने वाली ब्‍याज दरों की तुलना करनी चाहिए. पैसाबाजार, बैंकबाजार जैसे अनेक वित्‍तीय प्‍लेटफॉर्म्‍स पर ब्‍याज दरों की तुलना आसानी से की जा सकती है.

हर लागत का मूल्‍यांकन करें
जब भी आप कोई लोन लेते हैं तो उससे कई लागत भी जुड़ी होती हैं. जैसे प्रोसेसिंग शुल्‍क, प्री पेमेंट फीस और विलंब से भुगतान करने की फीस. इससे आप अपने फाइनेंस को ज्‍यादा असरदार तरीके से मैनेज कर सकते हैं और इस बात को आसानी से समझ सकते हैं कि क्‍या लोन के लिए आवेदन करना मायने रखता है या नहीं.

ये भी पढ़ें – IDFC First Bank दे रहा छोटी जमाओं पर बड़ा मुनाफा, देखें एफडी पर कितनी बढ़ाई ब्‍याज दर?

लोन चुकाने की क्षमता का आकलन करें
लोन के लिए आवेदन करने से पहले ही लोन का भुगतान करने की तैयारी जरूरी है. आप निवेश से मिलने वाली अपनी आय से सीधे ईएमआई का भुगतान कर सकते हैं. बस सुनिश्चित करें कि यह रकम लोन राशि का भुगतान करने के लिए पर्याप्‍त है. उधार लेने से पहले अपने अलग-अलग वित्‍तीय दायित्‍वों और कर्ज के पुनर्भुगतान का आकलन करना भी जरूरी है.

जरूरत के मुताबिक लोन चुनें
अपनी जरूरतों पर गौर करें जिसके लिए लोन लेना है. हमारे सामने कुछ आम घटक हैं जिनके लिए अमूमन लोन लिया जाता है, जैसे कि वाहन खरीदने के लिए, शादी के खर्चों को पूरा करने के लिए, मेडिकल इमरजेंसी के दौरान अस्‍पताल के बिलों का भुगतान करने के लिए और नया घर खरीदने के लिए. यह निर्णय आपको करना है कि आपकी वित्‍तीय जरूरतें क्‍या हैं और आपके खर्च और लागत के आधार पर कौन सी लोन राशि सही रहेगी.

Tags: Interest Rates, Loan offers

image Source

Enable Notifications OK No thanks