जल्दी लेना चाहते हैं Retirement तो अपनाएं ये पांच तरीके, पैसों की नहीं होगी दिक्कत


नई दिल्ली. अगर आप जल्दी रिटायरमेंट (Retirement) लेना चाहते हैं और पैसों की कमी का भी सामना नहीं करना चाहते हैं तो इसके लिए शुरुआत से ही खास तरह की रणनीति बनानी होगी. उस रणनीति के तहत निवेश करने पर आपके रिटायरमेंट के बाद कभी पैसों की दिक्कत नहीं होगी.

निवेश सलाहकारों का कहना है कि पिछले कुछ दशकों में समय के साथ वित्तीय स्वतंत्रता पर विचार बदले हैं. लोग पहले के मुकाबले जल्दी रिटायर होकर फाइनेंशियल फ्रीडम का मजा लेना चाहते हैं. इसके लिए वे शुरुआत से ही स्मार्ट तरीके से निवेश करते हैं. इनमें वे अपने मौजूदा खर्चे, भविष्य की महंगाई और अन्य जरूरतों को देखते हुए निवेश करते हैं. अगर आप भी इन तरीकों से निवेश करते हैं तो जल्द रिटायरमेंट के बाद आपको पैसों की दिक्कत नहीं होगी.

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तय करें फाइनेंशियल गोल
हर व्यक्ति को अपने वर्तमान खर्चे और भविष्य में महंगाई को ध्यान में रखते हुए एक रिटायरमेंट योजना तैयार करना चाहिए. अपनी आवश्यक रिटायरमेंट राशि की गणना करने का सबसे आसान तरीका है कि आप अपने वर्तमान मासिक खर्च को जानें और महंगाई को ध्यान में रखते हुए अगले 20-30 वर्षों की योजना बनाएं. इससे आपको बचत और निवेश का विश्लेषण करने के साथ यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि आपको कितना पैसा चाहिए होगा। एक बार जब आप उस फंड के बारे में जान जाते हैं, जिसका आपको लक्ष्य रखना है तो आप उसके लिए सबसे अच्छे बचत और निवेश के रास्ते तय कर सकते हैं.

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एसेट का एलोकेशन
एसेट एलोकेशन के जरिये लंबी अवधि के वित्तीय लक्ष्य प्राप्त किए जा सकते हैं. एक सही और लंबी अवधि के पोर्टफोलियो में इक्विटी, डेट, रियल एस्टेट और बुलियन जैसे कई एसेट क्लास का संयोजन शामिल होता है. इसलिए इस रणनीति को तैयार करते समय वित्तीय सलाहकारों की भूमिका भी उतनी ही महत्वपूर्ण है.

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एसेट एलोकेशन के फायदे
एक अच्छी तरह से तैयार की गई सेट एलोकेशन रणनीति निवेशकों को एक ऐसा पोर्टफोलियो बनाने में मदद करती है, जो ओवरऑल पोर्टफोलियो के जोखिम को कम और रिटर्न की अस्थिरता को कम कर सकता है. इसका फायदा यह है कि मान लीजिए इक्विटी में गिरावट आ रही है तो गोल्ड मुनाफा कराके आपके रिटर्न को कम नहीं होने देगा. विभिन्न एसेट क्लास में निवेश करने से निवेशकों को लंबी अवधि में लाभ होता है.

निवेश पोर्टफोलियो की समीक्षा
नियमित पोर्टफोलियो समीक्षा से निवेशकों को बेंचमार्क के साथ-साथ अपेक्षित रिटर्न का मूल्यांकन करने में मदद मिलती है. इससे पता चलता है कि कितने रिटर्न की जरूरत है और आपको कितना मिल रहा रहा है. नियमित पोर्टफोलियो समीक्षा निवेशकों को जरूरी एसेट एलोकेशन को बनाए रखने के लिए आवश्यक होने पर पोर्टफोलियो को फिर से बैलेंस करने में मदद करती हैं.

एसआईपी में करते रहें निवेश
बचत और निवेश के अनुशासन को डेवलप करने के लिए एसआईपी की मदद लें. एसआईपी का मतलब है कि तय तारीख (जैसे हर महीने की पहली तारीख को किसी म्यूचुअल फंड में एक छोटी राशि का निवेश करना. एसआईपी निवेश का लोकप्रिय तरीका है. यह इक्विटी और डेट मार्केट में समान रूप से निवेश करने का सबसे अनुशासित तरीका भी ऑफर करता है.

Tags: Investment, Retirement fund, Retirement savings

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