जनजीवन अस्त-व्यस्त: बदरीनाथ में पांच फीट, हेमकुंड साहिब में सात फीट बर्फ जमी, चमोली में 200 से अधिक गांव बर्फ से ढंके


संवाद न्यूज एजेंसी, गोपेश्वर/जोशीमठ
Published by: Vikas Kumar
Updated Fri, 04 Feb 2022 10:20 PM IST

सार

चमोली जिले में बुधवार रात से शुरू हुए बारिश और बर्फबारी जिले में जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। शुक्रवार सुबह कुछ देर के लिए धूप खिली, लेकिन फिर दोपहर में बादल छा गए और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई। 

ख़बर सुनें

चमोली जिले में दूसरे दिन भी मौसम खराब रहा और बदरीनाथ सहित ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी हुई। बदरीनाथ धाम में पांच फीट तक बर्फ जम चुकी है, जबकि हेमकुंड साहिब में करीब सात फीट बर्फ जम गई है। जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में स्थित 200 से अधिक गांव बर्फ से ढंक गए हैं, जिससे ग्रामीण अपने गांवों में ही कैद होकर रह गए हैं और जनजीवन प्रभावित हो गया है। वहीं जिले के विभिन्न संपर्क मार्गों पर बर्फबारी से आवाजाही प्रभावित हो गई है। बारिश-बर्फबारी होने से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है।

चमोली जिले में बुधवार रात से शुरू हुए बारिश और बर्फबारी जिले में जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। शुक्रवार सुबह कुछ देर के लिए धूप खिली, लेकिन फिर दोपहर में बादल छा गए और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई। बदरीनाथ धाम में तापमान शून्य से नीचे जा रहा है, जिससे मंदिर की सुरक्षा में तैनात मंदिर समिति के कर्मचारी व सुरक्षा कर्मियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। 

वहीं गौरसों बुग्याल, औली, फूलों की घाटी के अलावा रुद्रनाथ, लाल माटी, जोशीमठ, सुतोल, कनोल, डुमक, कलगोठ, उर्गम, भेंटी, पाणा, ईराणी सहित दर्जनों गांव बर्फ से ढके हैं। इससे पूरे जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। वहीं जिले में गोपेश्वर-चोपता, बदरीनाथ हाईवे हनुमान चट्टी से आगे, जोशीमठ-औली, जोशीमठ-मलारी हाईवे पर वाहनों की आवाजाही ठप पड़ गई है। कई सड़कों पर बर्फ जमने से फिसलन हो गई है, जिससे वाहनों के आवागमन में दिक्कतें आ रही हैं। 

विकास खंड पोखरी के भी कई गांव बर्फ से ढके हुए हैं। कलगोठ गांव के अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में तैनात फार्मेसिस्ट गोविंद बल्लभ पंत ने बताया कि डुमक और कलगोठ गांव में करीब दो फीट तक बर्फ जम गई है, जिससे ग्रामीण घरों में ही कैद हो गए हैं। पैदल रास्ते और खेत-खलियान भी बर्फ से ढक गए हैं।

विस्तार

चमोली जिले में दूसरे दिन भी मौसम खराब रहा और बदरीनाथ सहित ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी हुई। बदरीनाथ धाम में पांच फीट तक बर्फ जम चुकी है, जबकि हेमकुंड साहिब में करीब सात फीट बर्फ जम गई है। जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में स्थित 200 से अधिक गांव बर्फ से ढंक गए हैं, जिससे ग्रामीण अपने गांवों में ही कैद होकर रह गए हैं और जनजीवन प्रभावित हो गया है। वहीं जिले के विभिन्न संपर्क मार्गों पर बर्फबारी से आवाजाही प्रभावित हो गई है। बारिश-बर्फबारी होने से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है।

चमोली जिले में बुधवार रात से शुरू हुए बारिश और बर्फबारी जिले में जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। शुक्रवार सुबह कुछ देर के लिए धूप खिली, लेकिन फिर दोपहर में बादल छा गए और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई। बदरीनाथ धाम में तापमान शून्य से नीचे जा रहा है, जिससे मंदिर की सुरक्षा में तैनात मंदिर समिति के कर्मचारी व सुरक्षा कर्मियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। 

वहीं गौरसों बुग्याल, औली, फूलों की घाटी के अलावा रुद्रनाथ, लाल माटी, जोशीमठ, सुतोल, कनोल, डुमक, कलगोठ, उर्गम, भेंटी, पाणा, ईराणी सहित दर्जनों गांव बर्फ से ढके हैं। इससे पूरे जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। वहीं जिले में गोपेश्वर-चोपता, बदरीनाथ हाईवे हनुमान चट्टी से आगे, जोशीमठ-औली, जोशीमठ-मलारी हाईवे पर वाहनों की आवाजाही ठप पड़ गई है। कई सड़कों पर बर्फ जमने से फिसलन हो गई है, जिससे वाहनों के आवागमन में दिक्कतें आ रही हैं। 

विकास खंड पोखरी के भी कई गांव बर्फ से ढके हुए हैं। कलगोठ गांव के अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में तैनात फार्मेसिस्ट गोविंद बल्लभ पंत ने बताया कि डुमक और कलगोठ गांव में करीब दो फीट तक बर्फ जम गई है, जिससे ग्रामीण घरों में ही कैद हो गए हैं। पैदल रास्ते और खेत-खलियान भी बर्फ से ढक गए हैं।

image Source

Enable Notifications OK No thanks