भारतीय अर्थव्यवस्था इस साल सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ेगी, इन्फोसिस सीईओ ने जताई उम्मीद


नई दिल्ली. महामारी के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था ने विकास की तेज रफ्तार पकड़ ली है. इससे इस बात की उम्मीद बढ़ गई है कि चालू वित्त वर्ष में दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत की विकास दर सबसे ज्यादा रह सकती है. देश की दिग्गज आईटी कंपनी इन्फोसिस के सीईओ सलिल पारेख ने यह उम्मीद जताई है.

स्विटजरलैंड के दावोस में चल रहे विश्व आर्थिक मंच के शिखर सम्मेलन में सीएनबीसी-टीवी18 से बातचीत में इन्फोसिस के सीईओ ने कहा कि इस साल संभवतः भारत बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे बड़ी बढ़त वाली अर्थव्यवस्था होगी. सलिल पारेख ने कहा कि बड़ी कंपनियों का फोकस अभी डिजिटल पर है. उनमें डिजिटल बदलाव अभी शुरुआती दौर में है.

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डिजिटल परिवर्तन का दौर
सलिल पारेख ने कहा कि वे डिजिटल बदलाव के गवाह हैं. उन्होंने अपने ग्राहकों का सफल डिजिटल बदलाव देखा है. इससे आने वाले 2-3 सालों में क्वांटम और मेटावर्स में रुचि और बढ़ने की उम्मीद है. उन्होंने कहा, “अभी मांग की स्थिति अच्छी है. कंपनियों का मुख्य फोकस ऑर्गेनिक ग्रोथ पर है, लेकिन कुछ रणनीतिकार इनऑर्गेनिक अवसरों को भी भुना सकते हैं.”

महाराष्ट्र में आएगा 30 हजार करोड़ का निवेश
इस बीच, वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम, 2022 के दूसरे दिन महाराष्ट्र सरकार ने ग्लोबल कंपनियों के 23 निवेश प्रस्ताव के एमओयू (सहमति पत्र) पर दस्तखत किए. मैग्नेटिक महाराष्ट्र 2.0 प्रोग्राम के 10वें एडिशन के तहत ये समझौते किए गए. इससे राज्य में 30,379 करोड़ रुपये (4 अरब डॉलर) का निवेश आएगा. इनमें 55 फीसदी से ज्यादा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) होगा. इससे रोजगार के 66,000 मौके उपलब्ध होंगे. ये एमओयू सिंगापुर, इंडोनेशिया, अमेरिका और जापान जैसे देशों की कंपनियों से किए गए हैं. इन कंपनियों में फार्मास्युटिकल्स एवं मेडिकल डिवाइस, आईटी, डेटा सेंटर्स, टेक्सटाइल्स, फूड प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, पेपर एवं पल्प, स्टील आदि क्षेत्र की कंपनियां शामिल हैं.

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जिन कंपनियों से एमओयू किए गए हैं उनमें टेक्सटाइल क्षेत्र की दिग्गज इंडोरामा कॉरपोरेशन और इंडोकाउंट इंडस्ट्रीज शामिल हैं. ये दोनों कंपनियां महाराष्ट्र के टेक्सटाइल हब नागपुर और कोल्हापुर में निवेश करेंगी. आईटी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट पुणे में डेटा सेंटर स्थापित करने पर 3,200 करोड़ रुपये निवेश करेगी. इंडोनेशिया की अग्रणी पल्प एवं पेपर कंपनी सिनारमस पल्प एंड पेपर प्राइवेट लिमिटेड रायगड में पेपर एवं पल्प मैनयुफैक्चरिंग प्लांट लगाने पर 10,500 करोड़ रुपये निवेश करेगी. इसके अलावा आईटी कंपनी ग्रामस्की बिजनेस हब प्राइवेट लिमिटेड (Gramsci Business Hub pvt) राज्य में 5,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी.

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