जम्मू-कश्मीर: गुलाम नबी आजाद व प्रो. शास्त्री को आज मिलेगा पद्म सम्मान, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेंगे सम्मानित


अमर उजाला ब्यूरो, नई दिल्ली/जम्मू
Published by: सुशील कुमार
Updated Mon, 21 Mar 2022 01:49 AM IST

सार

राष्ट्रपति भवन की तरफ से दी गई सूचना में कहा गया है कि शाम पांच बजे दरबार हॉल में गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में उन्हें यह सम्मान दिया जाएगा। जम्मू-कश्मीर के निवासी प्रोफेसर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान रणबीर कैंपस जम्मू में 2006-2011 के दौरान प्राचार्य रहे।

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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद और संस्कृत के विद्वान प्रोफेसर विश्वमूर्ति शास्त्री को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित करेंगे। राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले इस समारोह में कई हस्तियों को पुरस्कार दिया जाएगा। 26 जनवरी की पूर्व संध्या पर भारत सरकार ने आजाद को पद्म भूषण व संस्कृत के उत्थान के लिए प्रोफेसर शास्त्री के कार्य को देखते हुए पद्मश्री देने का एलान किया था।

राष्ट्रपति भवन की तरफ से दी गई सूचना में कहा गया है कि शाम पांच बजे दरबार हॉल में गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में उन्हें यह सम्मान दिया जाएगा। जम्मू-कश्मीर के निवासी प्रोफेसर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान रणबीर कैंपस जम्मू में 2006-2011 के दौरान प्राचार्य रहे। साल 2011 के बाद वे मनोनीत चांसलर भी रहे। 

वे संस्कृत पर आठ ग्रंथ लिख चुके हैं। अभी दो प्रकाशन के अधीन हैं। साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सम्मानित होने वाले प्रोफेसर शास्त्री माता वैष्णो देवी गुरुकुल चरण पादुका कटड़ा के निदेशक भी रहे हैं। वे अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सदस्य भी हैं। इनके प्रवचन नवरात्रि के दौरान वैष्णो देवी दरबार से प्रसारित किए जाते हैं।

संस्कृत को बढ़ावा देने पर प्रोफेसर शास्त्री को मिलेगा पद्मश्री सम्मान
26 जनवरी की पूर्व संध्या पर भारत सरकार ने संस्कृत के उत्थान के लिए प्रोफेसर शास्त्री के कार्य को देखते हुए पद्मश्री देने का एलान किया था। राष्ट्रपति भवन की तरफ से दी गई सूचना में कहा गया है कि शाम पांच बजे दरबार हाल में गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में उन्हें यह सम्मान प्रदान किया जाएगा। जम्मू-कश्मीर के निवासी प्रोफेसर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान रणबीर कैंपस जम्मू में 2006-2011 के दौरान प्राचार्य रहे। साल 2011 के बाद वे मनोनीत चांसलर भी रहे। वह संस्कृत पर आठ ग्रंथ लिख चुके हैं। अभी दो  प्रकाशन के अधीन है। 

विस्तार

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद और संस्कृत के विद्वान प्रोफेसर विश्वमूर्ति शास्त्री को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित करेंगे। राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले इस समारोह में कई हस्तियों को पुरस्कार दिया जाएगा। 26 जनवरी की पूर्व संध्या पर भारत सरकार ने आजाद को पद्म भूषण व संस्कृत के उत्थान के लिए प्रोफेसर शास्त्री के कार्य को देखते हुए पद्मश्री देने का एलान किया था।

राष्ट्रपति भवन की तरफ से दी गई सूचना में कहा गया है कि शाम पांच बजे दरबार हॉल में गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में उन्हें यह सम्मान दिया जाएगा। जम्मू-कश्मीर के निवासी प्रोफेसर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान रणबीर कैंपस जम्मू में 2006-2011 के दौरान प्राचार्य रहे। साल 2011 के बाद वे मनोनीत चांसलर भी रहे। 

वे संस्कृत पर आठ ग्रंथ लिख चुके हैं। अभी दो प्रकाशन के अधीन हैं। साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सम्मानित होने वाले प्रोफेसर शास्त्री माता वैष्णो देवी गुरुकुल चरण पादुका कटड़ा के निदेशक भी रहे हैं। वे अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सदस्य भी हैं। इनके प्रवचन नवरात्रि के दौरान वैष्णो देवी दरबार से प्रसारित किए जाते हैं।

संस्कृत को बढ़ावा देने पर प्रोफेसर शास्त्री को मिलेगा पद्मश्री सम्मान

26 जनवरी की पूर्व संध्या पर भारत सरकार ने संस्कृत के उत्थान के लिए प्रोफेसर शास्त्री के कार्य को देखते हुए पद्मश्री देने का एलान किया था। राष्ट्रपति भवन की तरफ से दी गई सूचना में कहा गया है कि शाम पांच बजे दरबार हाल में गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में उन्हें यह सम्मान प्रदान किया जाएगा। जम्मू-कश्मीर के निवासी प्रोफेसर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान रणबीर कैंपस जम्मू में 2006-2011 के दौरान प्राचार्य रहे। साल 2011 के बाद वे मनोनीत चांसलर भी रहे। वह संस्कृत पर आठ ग्रंथ लिख चुके हैं। अभी दो  प्रकाशन के अधीन है। 



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