Mahua Moitra : पूर्व CJI पर टिप्पणी से लेकर जैन को मांसाहारी बताने तक, महुआ मोइत्रा के वो बयान जिन पर मचा बवाल


तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा एक बार फिर से चर्चा में हैं। उन्होंने दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में कुत्ता घुमाने वाली आईएएस दंपत्ति के ट्रांसफर को लेकर विवादास्पद बयान दिया है। मोइत्रा ने लिखा, ‘आईएएस रिंकु दुग्गा व खिरवार के उत्तर पूर्वी राज्यों में तबादला कर गृह मंत्रालय ने बता दिया है कि ये राज्य उसकी नजर में ‘कचरा फेंकने का मैदान’ हैं।’  

ये पहली बार नहीं है जब सांसद महुआ मोइत्रा ने कोई विवादास्पद टिप्पणी की है। इसके पहले भी वह अपने बयानों के कारण चर्चा में रही हैं। आइए जानते हैं महुआ मोइत्रा ने कब-कब और क्या बयान दिया? 

 

जैन लड़कों को मांसाहारी बताने पर हुआ बवाल

चार फरवरी 2022 को लोकसभा में महुआ मोइत्रा ने गुजरात के नगरपालिका क्षेत्रों की सड़कों पर मांसाहारी भोजन पर प्रतिबंध लगाने का मुद्दा उठाया। इस दौरान महुआ ने कहा था, ‘आप हमारे सिर के अंदर जाना चाहते हैं, हमारे घरों के अंदर, आप हमें बताना चाहते हैं कि क्या खाना चाहिए, क्या पहनना चाहिए, किससे प्यार करना चाहिए… आप एक ऐसे भारत से डरते हैं जो अपने आप में आरामदायक हो…गणतंत्र के नागरिकों को अब लड़ने की जरूरत है। आप गुजरात की नगरपालिका में नॉन वेजिटेरियन स्ट्रीट फूड पर पाबंदी लगा देते हैं। आप उस भारत से डरते हैं जहां एक जैन लड़का घर से छिपकर अहमदाबाद की सड़क पर एक ठेले से काठी कबाब खाता है।’ महुआ के इस बयान पर जैन समुदाय के लोगों ने विरोध किया। जैन समुदाय ने इसे अपने समुदाय का अपमान बताया और महुआ से माफी की मांगने की मांग की। 

 

पूर्व चीफ जस्टिस पर की गई टिप्पणी से हुआ हंगामा

08 फरवरी 2021 को लोकसभा में चर्चा के दौरान महुआ ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। महुआ ने कहा था, ‘भारत का दुर्भाग्य यह नहीं है कि उसकी सरकार ने उसे धोखा दिया, बल्कि यह कि मीडिया और न्यायपालिका ने उसे धोखा दिया। जो न्यायपालिका कभी गाय जितनी पवित्र मानी जाति थी, अब वो पवित्र नहीं रही।’ 

इसके बाद पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को निशाने पर लेते हुए महुआ ने कहा, ‘न्यायपालिका उसी दिन अपवित्र हो गई, जिस दिन एक मुख्य न्यायाधीश पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया। लेकिन उसने न इस्तीफा दिया, न ही वह अपने मुकदमे से दूर रहा, और तो और जेड प्लस सेक्युरिटी के साथ रिटायर होने के तीन महीने बाद ही उसे राज्यसभा की सदस्यता भी मिल गई।’ इसको लेकर सदन में महुआ का काफी विरोध हुआ। 

 

मीडिया को बताया दो पैसे की कीमत वाली प्रेस

08 दिसंबर 2020 को कोलकाता में महुआ पार्टी की एक बैठक कर रहीं थीं। इस दौरान उन्होंने मीडिया के पहुंचने पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था, ‘किसने यहां दो पोइसर (दो पैसे की कीमत) वाली प्रेस को बुलाया है? इन तत्वों को कार्यक्रम स्थल से हटा दें।’

महुआ ने आगे कहा, ‘हमारी पार्टी के कुछ सदस्य ऐसे लोगों को टीवी पर अपना चेहरा दिखाने के लिए बंद-दरवाजे की बैठकों में आमंत्रित करते हैं। यह नहीं किया जाना चाहिए।’ तब प्रेस क्लब-कोलकाता ने एक बयान में मोइत्रा की टिप्पणियों को निंदनीय बताया और कहा कि उन्हें अपनी टिप्पणियां वापस लेनी चाहिए तथा माफी मांगनी चाहिए। 

 

जय श्रीराम कहने पर भी भड़कीं

18 फरवरी 2021 को पश्चिम बंगाल के अलग-अलग इलाकों में भाजपा ने रैलियां निकालीं। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम का जयकारा लगाया। इसपर महुआ ने कहा, ‘चंदा अगर कोई न दे तो कहते हैं हिंदू नहीं हो। हिटलर की जर्मनी में यही होता था। सारे लोगों को घर के बाहर क्रॉस लगाना चाहिए। नेता जी का मतलब था जय हिंद मतलब जय हिंदुस्तान। हम भी पूजा करते हैं। जय श्री राम के नाम से माइनॉरिटी को डराना चाहते हैं।’

 



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