Naagin 6, February 12 Written Update: शो ने दिलाई ‘मनी हाइस्ट’ के प्रफेसर की याद, देश को बचाने का मिशन हुआ शुरू


‘नागिन 6’ (Naagin 6) की इस कहानी में किसी एक नागिन की पर्सनल दुश्मनी की कहानी नहीं है, बल्कि यहां बात देश के दुश्मनों की है जिसके लिए नागिन आ गई है। यहां दुश्मनी है चीन जैसे देश की साजिश से बदले की, जहां नागिन में इस बार देशभक्ति कूट-कूट कर भरा है। शुरुआत में प्रफेसर (मनित जौरा) आपको ‘मनी हाईस्ट’ के प्रफेसर की याद दिलाते हैं, जहां कोरोना है, प्रलय है, दुश्मन हैं और उनसे बदला लेना और देश को बचाना सबसे बड़ा मिशन है।

प्रफेसर ने सबको बुलाया
‘नागिन 6’ की शुरुआत होती है बर्फीली पहाड़ों के बीच साधुओं, संतों, संन्यासियों और अघोड़ियों के झुंड़ों से जो एक ही तरफ चलते हैं। सभी हैरान परेशान हैं कि आखिर प्रफेसर ने उन्हें क्यों बुलाया है। वे कहते नजर आते हैं कि जो गुप्त बैठक 100 साल में एक बार होती है, अचानक ऐसा क्या हुआ जिसके लिए प्रफेसर ने संत ज्ञानी ऋषि मुवियों और अघोड़ियों को भी बुला लिया है।


अचानक हाहाकार मचा
साल 2020 में सृष्टि कुदरत बदलने वाला है जिसे लेकर अचानक हाहाकार मचा है। गुप्त गुफा में बैठक होती है जिसमें प्रफेसर कहते हैं कि इस साल 2020 में सबकुछ बदलने वाला है। प्रफेसर अपने कैलकुलेशन के आधार पर यह भांप लेता है कि इस साल सबकुछ तबाह होने वाला है।

यानी प्रलय निश्चित है
बर्फ से भरी वादियों में प्रफेसर के सामने अचानक शेर आ जाता है और फिर बीच में नाग देवता उसे बचा ले जाते हैं और फिर अचानक उस मंदिर का दरवादा खुल जाता है , जिसके बाद साल 2020 के आनेवाले प्रलय का पूरा कैलकुलेशन भी समझ आ जाता है। अंदर समुद्र मंथन का दृश्य है यानी प्रलय निश्चित है, लेकिन इस प्रलय से बचाने देवताओं को आना होगा।

बैकग्राउंड में भारत और दुनिया पर महामारी का अटैक
और फिर कहानी के बैकग्राउंड में भारत और दुनिया पर महामारी के अटैक की तैयारी की कहानी चलती है। इस कहानी में भारत को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने की बात सामने आ रही है। इसके बाद शुरू होता है महामारी का खेल, जिसमें देश में महामारी का अटैक और मौत का खेल शुरू हो चुका है।


शेषनाग ने उपाय बताया
साधु और ऋषि मुनियों ने प्रफेसर से पूछा कि शेषनाग ने इस प्रलय से बचने का क्या उपाय बताया, कैसे होगी इससे सुरक्षा। इसपर प्रफेसर कहते हैं- वो बचाएगी, शेषनागिन, 100 नागरानियों से बनती है एक नागिन, वह देश और दुनिया को बचाने आएगी, उसे आना ही होगा।

सांप का महासपेरों पर अटैक
शेषनागिन को बुलाने के लिए महासपेरों को बुलाया जाता है लेकिन कोई काम नहीं आता और सापों का झुंड उनपर वार कर देता है और सभी सपेरे बेहोश हो जाते हैं। और उसके बाद प्रफेसर को दिखता है रास्ता जहां से शेषनागिन आती है।

देशभक्ति गाने के साथ नागिन आती है सामने

‘तेरी मिट्टी में मिल जावां गुल बनके मैं खिल जावां इतनी सी है दिल की आरजू’ गाने के साथ सामने आती है नागिन (महक चहल) जो भगवान शिव के सामने नतमस्तक हो जाती है। अब प्रफेसर नागिन का समझाता है कि उसे 20 असुरों की तलाश करनी है और फिर होगा अमृत मंथन जो तुम्हें ही करना होगा।


कैप्टन ऋषभ गुजराल की एंट्री
प्रफेसर कहते हैं- आपको जगह पता होगा, ये 20 असुर जिसके चेहरे हम नहीं जानते लेकिन हर नागिन को वो चेहरा दिखाई देता था जिससे उसे अपना बदला लेना होता था, शेशनागिन को उन 20 चेहरों में से एक-एक को सामने लाना है। प्रफेसर गवर्नमेंट को भी महामारी के इस खतरे के बारे में खबर भेजता है। कैप्टन ऋषभ गुजराल (सिम्बा नागपाल) एक आर्मी ऑफिसर के किरदार में है जो मौके पर एक बच्चे की जान भी बचाता है और देश की शान तिरंगे को भी।

प्रथा के रोल में तेजस्वी जो जॉब के लिए परेशान
दूसरी तरफ प्रथा (तेजस्वी प्रकाश) अपने काम पर जा रही है और उसके रास्ते को कुछ आवारा लड़के रोक लेते हैं। तेजस्वी को छेड़ने की कोशिश कर रहे लड़कों के सामने अचानक नागिन आ जाती है और वह प्रथा को छोड़ने को कहती है। प्रथा वहां से चली जाती है और नागिन उन लड़कों को मजा चखाती है।

ऋषभ गुजराल को प्रफेसर का आधा मेसेज मिलता है
प्रफेसर के भेजा लड़का आर्मी ऑफिसर कैप्टन ऋषभ गुजराल को वह मेसेज देने की कोशिश करता है, लेकिन उसे वे गलत समझते हैं और उसे पकड़ने के लिए उसके पीछे पड़ जाते हैं। वह लड़का ऑफिसर को आधा ही पेपर दे पाता है, जिसपर लिखा है- देश को दुश्मनों से खतरा है। वह लड़का आधे पेपर प्रथा के बैग में रखकर भाग जाता है।

मंदिर में प्रथा और ऋषभ की मुलाकात
प्रथा को जॉब मिलने की खबर आती है और भागकर मंदिर जाती है। मंदिर में कैप्टन ऋषभ गुजराल और उसके भाई रितेश की शादी के लिए पूजा रखी गई है। उनकी शादी उनकी मां की बेस्ट फ्रेंड (उर्वशी ढोलकिया) वहां प्रथा भी आती है और पंडित उससे कहते हैं कि तुम जहां भी जाओगी कुछ बहुत अच्छा करोगी तुम्हारा हाथ बहुत अच्छा है।

ऋषभ और उसके भाई का ऐक्सिडेंट
इसके बाद प्रथा वहां से निकल जाती है और ऋषभ औऱ रितेश भी अपनी गाड़ी से जा रहे हैं। अचानक दोनों का ऐक्सिडेंट हो जाता है और दोनों ऊंचाई से लटके हुए दिखते हैं। इसके बाद प्रथा दौड़ती है और ऋषभ को बचाने की कोशिश करती है, लेकिन आखिर में उसका हाथ छूट जाता है।

प्रफेसर नागिन से कहता नजर आता है- इंतकाम के आखिर वक्त तक तुम्हें दुश्मनों का चेहरा साफ दिखाई नहीं देगा। प्रफेसर उसे दुश्मनों के बारे में बताता दिख रहा।



image Source

Enable Notifications OK No thanks