पश्चिम बंगाल उपचुनाव: बाबुल सुप्रियो से हार के बाद बोलीं नसरुद्दीन शाह की भतीजी- कोई शर्म नहीं 


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कोलकाता
Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव
Updated Sun, 17 Apr 2022 09:03 AM IST

सार

बालीगंज उपचुनाव में साइरा हलीम शाह दूसरे स्थान पर रहीं थीं। यहां टीएमसी उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो को 51,199 वोट मिले तो साइरा हलीम को 30,971 वोट मिले। वहीं भाजपा की केया घोष यहां तीसरे स्थान पर रहीं।

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पश्चिम बंगाल के उपचुनाव में जीत के बाद बाबुल सुप्रियो ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी व अभिनेता नसरुद्दीन शाह की भतीजी साइरा शाह हमील पर निशाना साधा।ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा कि, झूठ और छल से भरे एक गंदे अभियान के बाद भी साइरा शाह हमीन ने कोई क्लास नहीं दिखाया, शर्म तक तो भूल जाओ। उनकी पार्टी विधानसभा में बड़ा शून्य साबित हुई है। अब वह महिला हार को स्वीकार नहीं कर रही है। बल्कि मुझे ‘भ्रष्ट’ कह रही है। हालांकि, मैं शांति से जीत का आनंद लूंगा। 

दरअसल, सुप्रियो की यह टिप्पणी तब आई है, जब मतदान से पहले खुद नसरुद्दीन शाह ने अपनी भतीजी के पक्ष में वोट करने की अपील की थी। इस अपील के बाद भी बाबुल सुप्रियो ने उनकी आलोचना की थी। सुप्रियो ने कहा था कि, ऐसा लग रहा है कि वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए सीपीएम ने उन्हें मजबूर किया था। 

साइरा बोलीं- कोई शर्म नहीं 
विधानसभा उपचुनाव में मिली हार के बाद साइरा ने कहा कि, उन्हें इस बात की बिल्कुल भी शर्म नहीं है कि मैं चुनाव हार गई। सीपीएम ने वास्तव में कई वार्डों में अच्छा प्रदर्शन किया और इस धारण का खंडन किया कि टीएमसी और भाजपा ही राज्य में प्रमुख दावेदार हैं। उन्होंने कहा कि लोगों ने एक ऐसे व्यक्ति, जो विवादों से दूर रहा और सीपीएम को अपना समर्थन दिया है। 
 

दूसरे स्थान पर रहीं थीं साइरा
बालीगंज उपचुनाव में साइरा हलीम शाह दूसरे स्थान पर रहीं थीं। यहां टीएमसी उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो को 51,199 वोट मिले तो साइरा हलीम को 30,971 वोट मिले। वहीं भाजपा की केया घोष यहां तीसरे स्थान पर रहीं, जिन्हें 13,220 वोट मिले। जीत के बाद बाबुल सुप्रियो ने कहा कि चुनाव परिणाम भाजपा के लिए एक तमाचा हैं, जिस तरह से वे बंगालियों को नीचा दिखाते हैं।

विस्तार

पश्चिम बंगाल के उपचुनाव में जीत के बाद बाबुल सुप्रियो ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी व अभिनेता नसरुद्दीन शाह की भतीजी साइरा शाह हमील पर निशाना साधा।ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा कि, झूठ और छल से भरे एक गंदे अभियान के बाद भी साइरा शाह हमीन ने कोई क्लास नहीं दिखाया, शर्म तक तो भूल जाओ। उनकी पार्टी विधानसभा में बड़ा शून्य साबित हुई है। अब वह महिला हार को स्वीकार नहीं कर रही है। बल्कि मुझे ‘भ्रष्ट’ कह रही है। हालांकि, मैं शांति से जीत का आनंद लूंगा। 

दरअसल, सुप्रियो की यह टिप्पणी तब आई है, जब मतदान से पहले खुद नसरुद्दीन शाह ने अपनी भतीजी के पक्ष में वोट करने की अपील की थी। इस अपील के बाद भी बाबुल सुप्रियो ने उनकी आलोचना की थी। सुप्रियो ने कहा था कि, ऐसा लग रहा है कि वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए सीपीएम ने उन्हें मजबूर किया था। 

साइरा बोलीं- कोई शर्म नहीं 

विधानसभा उपचुनाव में मिली हार के बाद साइरा ने कहा कि, उन्हें इस बात की बिल्कुल भी शर्म नहीं है कि मैं चुनाव हार गई। सीपीएम ने वास्तव में कई वार्डों में अच्छा प्रदर्शन किया और इस धारण का खंडन किया कि टीएमसी और भाजपा ही राज्य में प्रमुख दावेदार हैं। उन्होंने कहा कि लोगों ने एक ऐसे व्यक्ति, जो विवादों से दूर रहा और सीपीएम को अपना समर्थन दिया है। 

 

दूसरे स्थान पर रहीं थीं साइरा

बालीगंज उपचुनाव में साइरा हलीम शाह दूसरे स्थान पर रहीं थीं। यहां टीएमसी उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो को 51,199 वोट मिले तो साइरा हलीम को 30,971 वोट मिले। वहीं भाजपा की केया घोष यहां तीसरे स्थान पर रहीं, जिन्हें 13,220 वोट मिले। जीत के बाद बाबुल सुप्रियो ने कहा कि चुनाव परिणाम भाजपा के लिए एक तमाचा हैं, जिस तरह से वे बंगालियों को नीचा दिखाते हैं।



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