नई दिल्ली. जेरोधा (Zerodha) के को-फाउंडर नितिन कामत (Nithin Kamath) ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे 31 मार्च के पहले टैक्स-लॉस हार्वेस्टिंग (Tax-Loss Harvesting) का फायदा जरूर उठाएं. यह एक ऐसी रणनीति है, जिससे निवेशक अपनी टैक्स लायबिलिटी घटा सकते हैं. शेयरों से निवेशकों पर कैपिटल गेन्स पर कर देयता (tax liability) बन रही है तो फिर टैक्स-लॉस हार्वेस्टिंग बहुत फायदेमंद है.
नितिन कामत ने अपने ट्वीट करके निवेशकों को इसी कर देयता को कम करने का सुझाव दिया है. ट्वीट में नितिन ने लिखा है कि निवेशकों को यह चेक कर लेना चाहिए कि क्या उन्हें कोई शॉर्ट टर्म कैपिटल गेंस (STCG) हुआ है, जिस पर 15 फीसदी का टैक्स बन रहा है. अगर कैपिटल गेंस बन रहा है तो निवेशक को अपने पोर्टफोलियो को जांचना चाहिए और देखना चाहिए कि उसके पोर्टफोलियो में कोई ऐसा शेयर है, जिस पर शॉर्ट-टर्म लॉस हो रहा है. जिन शेयरों पर लॉस हो रहा है उन्हें बेच दें.
ये भी पढ़ें : आखिर Paytm के शेयरों ने किया हरे निशान में कारोबार, जानिए 4 महीने में आई इस सबसे बड़ी तेजी का कारण
क्या है टैक्स-लॉस हार्वेस्टिंग? (what is tax-loss harvesting)
अगर किसी निवेशक को शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन हुआ है, जिस पर उसकी टैक्स देनदारी बन रही है तो वह टैक्स-लॉस हार्वेस्टिंग रणनीति अपनाते हुए टैक्स लायबिलिटी कम कर सकता है. इसके लिए उसे अपने पोर्टफोलियो के ऐसे शेयरों को बेचने होगा, जिन पर उसे नुकसान हो रहा है. इसका मतलब है कि आपने जिस मूल्य पर शेयर खरीदे थे, उसके मुकाबले रेट नीचे आ गया है.
अभी शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स 15 फीसदी है. अगर आप किसी शेयर को खरीदने के एक साल के अंदर बेच देते हैं तो उससे हुए मुनाफे को शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन कहते हैं. मान लीजिए किसी निवेशक ने क नाम की कंपनी के शेयर 100 रुपये में खरीदे हैं. 9 महीने बाद उस शेयर की कीमत बढ़कर 150 रुपये हो जाती है. अगर आप प्रॉफिट कमाने के लिए इस शेयर को बेच देते हैं तो 50 रुपये के मुनाफे को शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन कहा जाएगा.
शेयर से हुए 50 रुपये के मुनाफे पर निवेशक को शार्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स देना होगा. इसकी दर 15 फीसदी है. इस तरह टैक्स 7.5 रुपये (50 रुपये का 15 फीसदी) बनेगा. अगर किसी निवेशक ने क कंपनी के 1000 शेयर खरीदे थे तो उसे टैक्स बहुत ज्यादा देना होगा. 15 फीसदी टैक्स चुकाने से उसका कुल रिटर्न घट जाएगा. यहां टैक्स-लॉस हार्वेस्टिंग निवेशक की काफी मदद कर सकता है.
ये भी पढ़ें : Ruchi Soya FPO : क्या आपको लगाना चाहिए इसमें पैसा, जानिए क्या है एनालिस्ट्स की राय
ऐसे होगा फायदा
उसी निवेशक के पोर्टफोलियो में ऐसे शेयर हैं, जो उसे नुकसान दे रहे हैं. इन्हें उसने एक वर्ष की अवधि में खरीदा था. ऐसे शेयर को आप नुकसान में बेच सकते हैं. मान लेते हैं कि किसी निवेशक ने ख कंपनी के शेयर कुछ महीने पहले खरीदे थे. एक शेयर के लिए उसने 100 रुपये की कीमत चुकाई थी. लेकिन, अब शेयर का भाव गिरकर 50 रुपये पर आ गया है. वह निवेशक इन्हें बेचकर होने वाले नुकसान को क कंपनी के शेयर से कैपिटल गेन के साथ एडजस्ट कर सकता है. इससे उसकी टैक्स लायबिलिटी घट जाएगी.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Personal finance, Stock market