Panchayat 3: कब आएगा पंचायत का तीसरा सीजन? प्रधान जी की बेटी रिंकी ने किया बड़ा खुलासा, पढ़िए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू


क्या आप सभी को फुलेरा गांव में पानी की टंकी पर बैठी रिंकी याद है…जिसकी पंचायत के पहले सीजन में सचिव जी से मुलाकात हुई थी। हां, प्रधानजी की वही बेटी, जिसने ‘पंचायत 2’ में सचिव जी के साथ-साथ हम सभी का दिल जीत लिया है। सीरीज में सीधी-सादी दिखने वाली रिंकी उर्फ सान्विका असल में बेहद शैतान हैं, उन्होंने उमर उजाला से खास बातचीत में पंचायत के तीसरे सीजन से जुड़े कई खुलासे किए हैं। यदि आप भी सचिव जी, रिंकी और प्रधान जी के प्रशंसक हैं और पंचायत के बारे में जानने की उत्सुकता रखते हैं, तो हमारी यह खबर आपके लिए मददगार साबित होगी। पढ़िए…. 

दो कप चाय, एक बार लालटेन और समोसा चाट… पहले सीजन के टंकी वाले सीन से लेकर दूसरे सीजन में रिंकी और सचिव जी की हर मुलाकात में लव एंगल की शुरुआत होने की अटकलें लगती रहीं? क्या सचिव जी के तबादले की खबर से आप दोनों का रिश्ता रफ्तार पकड़ेगा?

रफ्तार पकड़ेगा या नहीं यह कह पाना तो अभी मुश्किल है। अभी पंचायत के तीसरे भाग की स्क्रिप्ट पर काम कर रहे हैं। लेकिन हां, रिंकी को सचिव जी के तबादले की वजह से बुरा जरूर लगा है। क्योंकि वह सचिव जी से बात करना चाहती थी, उनसे मिलना चाहती थी। लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाया। 

सीरीज में बेटी की शादी को लेकर मां की एजयूजुअल चिंता दिखाई गई, लेकिन पिता यानी प्रधान जी बार-बार बेटी के भविष्य और अच्छे जीवनसाथी का जिक्र करते हैं? आमतौर पर यह कल्चर शहरों का है। क्या आपको लगता है कि बेटियों की शादियों के प्रति अब गांवों में भी माहौल बदलने लगा है?

जी हां, पहले के मुकाबले गांवों का माहौल काफी हद तक बदल गया है। वहां के लोग काफी जागरूक हो गए हैं। लेकिन हां, कहीं-कहीं आज भी लोगों को लड़कियों की शादी की हड़बड़ी होती है। जैसे ही लड़की 18 साल की होती है, वैसे ही उसके लिए रिश्ते आने लगते हैं। मां-बाप पर समाज यह कहकर शादी का दबाव डालने लगता है कि ‘अरे अब तो ये बड़ी हो गई है, अब तो इसकी शादी करवा देनी चाहिए’ आदि। हालांकि अब यह सोच बदल रही है। पहले तो एक समय ऐसा था जब हमारी पूरी जिंदगी शादी के इर्द-गिर्द ही प्लान की जाती थी। लेकिन अब धीरे-धीरे लोगों की सोच में बदलाव आ रहा है। हां, एक उम्र के बाद शादी का दबाव अब भी बना रहता है, फिर चाहे वो लड़का हो, या लड़की। लेकिन यह भी समय के साथ बदल जाएगा।   

सीरीज में लड़के वालों का ईगो दिखाया है, लेकिन उसे सेटिस्फाई करने की कोशिश नहीं की गई। आपको क्या लगता है? हकीकत में ऐसा होता है क्या?

जी, बहुत होता है। मैंने खुद ऐसा माहौल देखा है। जब रिश्ता पक्का हो जाता है, तब लड़के वाले इशारों ही इशारों में दहेज की मांग करने लगते हैं। सीधे तौर पर कुछ नहीं कहते हैं, बस कहेंगे- आप अपनी इच्छा से अपनी बेटी को जो देना चाहें वो दे सकते हैं। हैरान कर देने वाली बात तो ये है कि आज की युवा पीढ़ी की भी सोच ऐसी ही है। हालांकि इस सोच में भी बदलाव आ रहा है। कुछ लड़के ऐसे होते हैं, जो दहेज लेने से साफ-साफ मना कर देते हैं। लेकिन इसे पूरी तरह खत्म होने में अभी समय लगेगा।   

जिस लड़के से रिंकी की शादी की बात चलती है, शादी टूटने के बाद वह बार-बार कॉल करता है। तीज का व्रत भी रखता है। एक बार को तो ऐसा लगता है कि वह रिंकी से बेपनाह मोहब्बत करने लगा है। हालांकि, उसे ज्यादा भाव नहीं दिया जाता। यह रील लाइफ का सीन है, लेकिन रियल लाइफ में आपको किस तरह का लाइफ पार्टनर चाहिए?

रियल लाइफ में मुझे ऐसा जीवनसाथी चाहिए जो मुझसे बेपनाह मोहब्बत करे और मेरे प्रति वफादार रहे। चाहे सुख की घड़ी हो और दुख का पहाड़ टूटा हो, वो हमेशा मेरा साथ दे, मेरे साथ रहे। क्योंकि अक्सर ये देखा जाता है कि जब व्यक्ति सफलता की सीढ़ियां चढ़ रहा होता है, तब लोगों को उससे ईर्ष्या होने लगती है, फिर चाहे वह आपका पार्टनर ही क्यों न हो। 



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