PhonePe ने आईपीओ की खबरों को किया खारिज, फाउंडर समीर निगम ने कहा- मेरी कंपनी और मुझे ही जानकारी नहीं


नई दिल्ली . डिजिटल पेमेंट से जुड़ी सर्विस देने वाली कंपनी फोनपे (PhonePe) फिलहाल अपना इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) नहीं ला रही है. इससे पहले खबरों में बताया गया था कि अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट (Walmart) के नेतृत्व वाले फ्लिपकार्ट ग्रुप की सहयोगी कंपनी फोनपे ने आईपीओ से जुड़ी तैयारी शुरू कर दी है.

बताया जा रहा था कि फोनपे आइपीओ से जुटाई जाने वाली रकम का इस्तेमाल फाइनेंशियल सर्विसेज के पोर्टफोलियो को बढ़ाने और अपने यूपीआई (UPI) आधारित पेमेंट सिस्टम का विस्तार करने में करेगी. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि फोनपे का मानना है कि इस साल के अंत तक उसका कोर बिजनेस मुनाफे में आ जाएगा. इसके बाद वह भारतीय शेयर मार्केट में लिस्टिंग की तैयारी शुरू कर देगी.

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रिपोर्ट में यह भी

एजेंसी ने कुछ इनवेस्टमेंट बैंकर्स सूत्रों के हवाले से यह भी बताया था कि कंपनी 8 से 10 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर आईपीओ लॉन्च करेगी. इसके लिए वह जल्द ही बैंकर्स और कानूनी सलाहकारों को नियुक्त करेगी. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने अपनी होल्डिंग कंपनी के रजिस्ट्रेशन को सिंगापुर से हटाकर भारत में लाने की भी तैयारी शुरू कर दी है, जिससे वह “मेड इन इंडिया” टैग के साथ आगे बढ़ सके.

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हमारे लिए रोड शो भी कर सकते

मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, फोनपे के को-फाउंडर और सीईओ समीर निगम ने आईपीओ से जुड़ी खबरों को खारिज किया है. उन्होंने ट्वीट किया, “यह काफी मजाकिया है. मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है कि मेरी कंपनी आईपीओ के लिए आवेदन करने जा रही है. शायद पीटीआई और उनके ‘इनवेस्टमेंट बैंकर’ दोस्त हमारे लिए आईपीओ आवेदन के साथ रोड शो भी कर सकते हैं. अगर इस प्रक्रिया में मेरी भी जरूरत पड़ी, तो कृपया मुझे जरूर बताइएगा.” दरअसल, बुधवार को न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से फोनपे के आईपीओ लाने से संबंधित रिपोर्ट दी थी.

2015 में हुई थी शुरुआत

फ्लिपकार्ट के पूर्व अधिकारियों में शामिल समीर निगम ने 2015 में फोनपे की शुरुआत की थी. हालांकि, 2016 में दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने इसका अधिग्रहण कर लिया था. इसी साल फोनपे ने यस बैंक के साथ साझेदारी में यूपीआई पेमेंट सिस्टम लॉन्च किया था. उसके बाद 2018 में फ्लिपकार्ट को दिग्गज अमेरिकी रिटेल कंपनी वालमार्ट ने अधिग्रहण कर लिया था. फिलहाल फोनपे की करीब 87 फीसदी हिस्सेदारी फ्लिपकार्ट के पास है. फोनपे के सीईओ समीर निगम ने पिछले साल कहा था कि उनकी कंपनी को आईपीओ लॉन्च करने की कोई जल्दीबाजी नहीं है.

Tags: Business news in hindi, IPO, Phonepe



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