बचपन में ही करना पड़ा आर्थिक समस्या का सामना
संदीप माहेश्वरी (Sandeep Maheshwari) एक जन्म मिडिल क्लास फैमिली में हुआ था। इनके पिता रूप किशोर माहेश्वरी का एल्युमीनियम का बिजनेस था। संदीप जब पढाई कर रहे थे, तभी किसी कारणवश इनके पिता का एल्युमीनियम का बिज़नेस बंद हो गया। जिसके चलते परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने लगी। जिसके कारण संदीप ने 12वीं के बाद उन्होंने पढ़ाई के साथ ही जॉब करनी शुरू कर दी। उन्होंने छोटी-मोटी नौकरी शुरू कर दी और साथ ही किरोरीमल कॉलेज से बीकॉम करने लगे, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ख़राब होने के कारण इन्हें अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी।
शुरुआती दौर में करना पड़ा काफी संघर्ष
संदीप के पिता का बिजनेस जब बंद हुआ था, तब संदीप 10वीं क्लास में थे। इनके पिता ने बिजनेस बंद होने के बाद पीसीओ शॉप खोली थी, जहां पर संदीप में काम करते थे। इसके बाद उन्होंने घर पर ही एक लिक्विड शॉप बनाया, जिसे वे घर-घर जाकर बेचते थे। इस काम से उन्हें जो पैसे मिलते थे, उससे घर खर्च चलता था। हालांकि यह काम भी ज्यादा दिन नहीं चला और बंद हो गया।
इसके बाद संदीप ने मॉडलिंग की दुनिया में अपना करियर बनाना चाहा। हालांकि यहां भी संदीप को ज्यादा सफलता नहीं मिली। यहां पर उन्होंने देखा कि बहुत सारे युवा इस फील्ड में संघर्ष कर रहे हैं, इसलिए उन्होंने सोच कि क्यों न इन्हें प्रेरित करने का कार्य करूं। जिसके बाद उन्होंने अपना टारगेट बदला और लोगों को अपने अनुभव के आधार पर मोटिवेट करने लगे। इस दौरान उन्होंने फोटोग्राफी में भी हाथ आजमाना शुरू कर दिया था।
खोली खुद की कंपनी
हर फिल्ड में लगातार मिल रही असफलताओं के बाद भी संदीप हार मानने को तैयार नहीं थे। उन्होंने Audio visual pvt. Ltd. नाम से एक कंपनी खोल ली, लेकिन यहां भी वे असफलत रहे। कुछ समय बाद इसे भी बंद करना पड़ा। इसके बाद उनके एक दोस्त ने उन्हें एक मल्टी नेशनल मार्केटिंग कंपनी ज्वाइन कराई। जहां पर कुछ दिनों के कार्य के बाद संदीप का मन नहीं लगा और इसे भी छोड़ना पड़ गया। इसके बाद संदीप ने वर्ष 2002 में अपने 3 दोस्तों के साथ मिलकर एक कंपनी खोली। उन्हें उम्मीद थी कि इस बार वह सफल हो जाएंगे।
लेकिन यह कंपनी केवल 6 महीने ही चल पाई। संदीप ने एक इंटरव्यू में बताया कि इन असफलताओं के बाद मैं काफी परेशान रहने लगा। क्योंकि मैं जिस भी कार्य को करता उसमें असफलता के अलावा कुछ भी नहीं मिलता। उनके ऊपर परिवार की बहुत बड़ी जिम्मदारी थी। वह अपने परिवार में सबसे बड़े थे और उनकी एक छोटी बहन थी।
फोटोग्राफी की दुनिया में रखा कदम
संदीप माहेश्वरी को मॉडलिंग के समय से ही फोटोग्राफी में रूचि थी। जब भी उनका मन बेचैन होता तो वो अपना कैमरा लेकर फोटोग्राफी करने निकल पड़ते थे। वो उन फोटो को स्टोर करके रखते थे। उन्होंने सन् 2003 में 10.45 घंटे में 122 मॉडल्स के 10,000 से भी ज्यादा अलग अलग फोटोज ली। इस बार उन्होंने वर्ल्ड रिकॉर्ड बना लिया। उनका नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया। इस बार उन्हें इस काम में सफलता मिली। वे अपने इस सफल प्रयास से बहुत खुश थे। यहां से उन्होंने फोटोग्राफी में ही अपना करियर बनाने का फैसला किया।
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Imagesbazaar.com वेबसाइट की पड़ी नींव
संदीप माहेश्वरी ने इस वर्ल्ड रिकॉर्ड के बाद खुद की एक कंपनी बनाने का निर्णय लिया। उन्होंने एक वेबसाइट बनाई जिसका नाम Imagesbazaar.com है। शुरू में इस वेबसाइट से उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली, क्योंकि उस समय इस वेबसाइट में कम फोटोज हुआ करती थी। संदीप शुरू में इंडियन मॉडल्स और इंडियन फोटोग्राफर की फोटो डालते थे। समय के साथ साथ वह इस वेबसाइट को डिजाइन बेहतर बनाते गए। वो इस पर दिन रात मेहनत करने लगे। जिसके बाद उन्होंने इस वेबसाइट में वर्ल्ड वाइड मॉडल्स के फोटोज भी डालने लगे।
आज इमेज बाजार में करोड़ों फोटोज हैं। उन्होंने 26 साल की उम्र में इस कंपनी की शुरुआत की थी और 29 साल की उम्र में संदीप माहेश्वरी भारत के प्रसिद्ध युवा उद्योगपतियों में गिने जाने लगे। आज संदीप माहेश्वरी बहुत सारे लोगो को मोटीवेट करते है। उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते है। जो लोग असफल हो जाते हैं, उनका साहस बढ़ाते हैं और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते है। Imagesbazaar.com संदीप माहेश्वरी की मेहनत का परिणाम है।