SBI Ecowrap: FY2023 में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान 7.3% से बढ़ाकर 7.5% किया


नई दिल्ली. पब्लिक सेक्टर के बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने भारत के चालू वित्त वर्ष में ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP) ग्रोथ के अनुमान को 7.3 फीसदी से बढ़ाकर 7.5 फीसदी कर दिया है. इसका मतलब यह हुआ कि बैंक ने जीडीपी ग्रोथ रेट अनुमान में 0.2 फीसदी की बढ़ोतरी की है. इसकी हालिया Ecowrap रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 22 में इकोनॉमी 8.7 फीसदी बढ़कर 147 लाख करोड़ रुपये की हो गई. भारत ने इस अवधि के दौरान वास्तविक रूप से 11.8 लाख करोड़ रुपये जोड़े हैं. हालांकि, कोरोना महामारी पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 की तुलना में यह सिर्फ 1.5 फीसदी ही अधिक है.

एसबीआई के चीफ इकोनॉमिस्ट सौम्यकांति घोष ने गुरुवार को एक नोट में कहा, “अत्यधिक महंगाई और उसके बाद ब्याज दरों में संभावित वृद्धि को देखते हुए हमारा मत है कि वित्त वर्ष 2022-23 में वास्तविक जीडीपी ग्रोथ 11.1 लाख करोड़ रुपये का होगा. यह चालू वित्त वर्ष में 7.5 फीसदी की वास्तविक जीडीपी ग्रोथ को दर्शाता है, जो हमारे पिछले अनुमान से 0.2 फीसदी अधिक है.” रिपोर्ट के मुताबिक, कच्चे तेल की कीमत 120 डॉलर प्रति बैरल से अधिक रहने से चालू वित्त वर्ष में महंगाई 6.5-6.7 फीसदी रह सकती है.

16.1 फीसदी ग्रोथ का अनुमान
जहां तक मौजूदा मूल्य पर जीडीपी के आकार का सवाल है, तो 2021-22 में यह 38.6 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 237 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है, जो सालाना आधार पर 19.5 फीसदी ग्रोथ को दर्शाता है. घोष के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में महंगाई के ऊंचे स्तर पर बने रहने की आशंका के बीच मौजूदा मूल्य पर जीडीपी इस साल 16.1 फीसदी बढ़कर 275 लाख करोड़ रुपये हो जाएगी.

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कंपनियों का प्रॉफिट 51 फीसदी तक बढ़ा
एसबीआई की इस रिपोर्ट में कंपनियों के रेवेन्यू और प्रॉफिट में हो रही ग्रोथ और बढ़ते बैंक लोन के साथ इकोनॉमिक व्यवस्था में मौजूद पर्याप्त नकदी का भी उल्लेख किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले वित्त वर्ष में शेयर बाजार में लिस्टेड करीब 2,000 कंपनियों के रेवेन्यू में 29 फीसदी ग्रोथ दर्ज की गई. यही नहीं, 1 साल पहले की तुलना में उनका प्रॉफिट 52 फीसदी तक बढ़ गया.

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रेपो रेट में 0.5 फीसदी बढ़ोतरी संभव
लिक्विडिटी के मोर्चे पर यह रिपोर्ट कहती है कि भारतीय रिजर्व बैंक धीरे-धीरे रेपो रेट बढ़ाकर इकोनॉमिक ग्रोथ को समर्थन देगा. जून और अगस्त में होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षाओं के दौरान आरबीआई रेपो दर में 0.5 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकता है. वहीं, इस महीने कैश रिजर्व रेश्यो (CRR) में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की संभावना है. इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि केंद्रीय बैंक कोरोना काल में 4 फीसदी पर रही रेपो दर में कुल 1.25-1.5 फीसदी तक की बढ़ोतरी कर सकता है. आरबीआई ने पिछले महीने रेपो दर में 0.4 फीसदी की बढ़ोतरी की थी. साथ ही, सीआरआर में 0.5 फीसदी वृद्धि की थी.

Tags: Business news in hindi, GDP growth, India GDP, Sbi

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