युवती का कहना है कि दो साल पहले वह कंप्यूटर कोर्स सीखने एक सेंटर में जाती थी। वहां उसकी एक लड़के से जान पहचान हो गई। लड़के ने अपना नाम सुरेंद्र बताया। उसका इलाके में ही मेडिकल स्टोर है। दोनों के बीच प्रेम संबंध हो गए। सुरेंद्र ने लड़की के साथ शारीरिक संबंध बनाने के साथ ही उसकी अश्लील फोटो खींच लीं। इसके बाद युवती को बताया कि उसका असली नाम इमरान खान है।
इमरान ने युवती पर दबाव बनाकर उसका धर्म परिवर्तन कराया और फिर 26 मई 2020 को निकाह कर लिया। निकाह के बाद इमरान के घर वाले युवती का उत्पीड़न करने लगे। कहने लगे कि जब तक यह मीट नहीं खाएगी तब तक मुसलमान नहीं बनेगी।
युवती ने मीट खाने से साफ मना कर दिया। इस पर उसे अमानवीय यातनाएं दी जानें लगीं। भूखा प्यासा रखा जाता था, मारपीट की जाती थी। करीब छह महीने साथ रहने के बाद इमरान युवती को छोड़कर चला गया। काफी समय तक जब उसका पता नहीं चला तो युवती ने इज्जतनगर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। तब पुलिस ने इमरान को पकड़ा था। वह बरेली में ही किसी की गाड़ी चला रहा था।
कार्रवाई की नौबत आई तो इमरान और उसके घर वालों ने समझौता कर लिया। कुछ दिन तक इमरान युवती को लेकर हवाई अड्डे के पास एक किराए के मकान में रहा। करीब एक माह वहां रहने के बाद फिर युवती को छोड़कर चला गया। युवती की तहरीर पर इज्जतनगर पुलिस ने इमरान खान उर्फ सुरेंद्र, उसकी मां रिफत बी, इमरान के भाई मिसयार, खुर्शीद, इरशाद के अेलावा बहनोई आफताब व मोइन खान के खिलाफ धर्मांतरण, धोखाधड़ी, दुष्कर्म, एससीएसटी एक्ट, षडयंत्र करने आदि की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
आर्य समाज मंदिर में भी की शादी
युवती ने बताया कि इमरान की मां रिफत बी हिंदू होने के कारण उसे नहीं अपना रही थी। उसने निकाहनामा फाड़कर फेंक दिया था। शादी का कोई सबूत न होने पर युवती भी जिद पर अड़ गई जिस कारण इमरान ने आर्य समाज मंदिर में भी सुरेंद्र बनकर 2020 में उससे शादी की। इसके बाद से उसके घर वाले और ज्यादा जुल्म करने लगे। बाद में इमरान छोड़कर चला गया।