डीसेंट्रलाइज्ड ब्लॉकचेन Tezos की शुरुआत अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में हुई थी। यह एक प्रूफ ऑफ स्टेक (PoS) ब्लॉकचेन है, जो Bitcoin और Ethereum जैसे प्रूफ ऑफ वर्क (PoW) नेटवर्क्स की तुलना में इलेक्ट्रिसिटी की बहुत कम खपत करती है। Tezos ने कुछ वर्ष पहले भारत में अपनी सब्सिडियरी शुरू की थी। इसके प्रमुख Om Malviya ने Gadgets 360 को बताया कि फर्म का उद्देश्य देश में क्रिप्टो को लेकर जागरूकता बढ़ाना है। देश की टेक और इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सेक्टर्स में मजबूत क्षमता क्रिप्टो को बढ़ावा देने में मददगार हो सकती है।
उन्होंने कहा, “भारत पर हम काफी फोकस कर रहे हैं। देश में बहुत से डिवेलपर्स और आर्टिस्ट्स हमारे साथ जुड़ना चाहते हैं। शुरुआत में हम डिवेलपर्स पर अधिक फोकस कर रहे थे लेकिन अब हम हेकाथॉन और फेलोशिप जैसे प्रोग्राम ला रहे हैं जिनमें 4,000 से अधिक स्टूडेंट्स ने आवेदन किया है। इनमें से 30 को चुना जाएगा और इस प्रोग्राम को समाप्त करने के बाद वे Web3 में आंत्रप्रेन्योर्स बन सकेंगे।”
NFT में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से यूनीक आइटम्स के टोकन्स को ऑथेंटिकेट किया जाता है जो दोबारा प्रोड्यूस किए जा सकने वाले डिजिटल एसेट्स से जुड़े होते हैं। इनमें आर्ट, म्यूजिक, इन-गेम आइटम्स और वीडियो शामिल हो सकते हैं। इनकी ऑनलाइन ट्रेडिंग की जा सकती है लेकिन इन्हें डुप्लिकेट नहीं किया जा सकता। हाल के महीनों में NFT की लोकप्रियता बढ़ी है। स्पोर्ट्स क्लब, ऑटोमोबाइल कंपनियां और पॉप स्टार्स भी इस कारोबार में उतर रहे हैं। पॉप बैंड Chainsmokers ने अपनी नई एल्बम ‘सो फार सो गुड’ के प्रचार के लिए NFT का इस्तेमाल करने का फैसला किया है।
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