पुलिस के अनुसार रोहित छात्रा के पड़ोसी सुभाष का भांजा है। वह काफी दिन से बातनौर में ही रहता था। रजनी के पिता ओमवीर की तहरीर के अनुसार रविवार को जब वह काम पर चले गए तो रोहित उनके घर में घुस गया और रजनी को बदनीयती से अंदर खींच कमरे का दरवाजा बंद कर लिया। रजनी विरोध कर खुद को छुड़ाने की कोशिश करती रही। बाहर रजनी का आठ साल का भाई यह देख शोर मचाता रहा और अंदर रोहित ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
लोगों ने जब बच्चे के चिल्लाने की आवाज सुनी तो कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन हत्यारोपी रोहित ने कुंडी नहीं खोली। ग्रामीणों ने हथौड़े से दीवार तोड़ी तो अंदर का मंजर देख खून खौल उठा। रोहित को भीड़ ने बेहोश होने तक पीटा। पुलिस ने उसे भीड़ के चंगुल से छुड़ाकर सीएचसी में भर्ती कराया।
छेड़छाड़ के मामले में हुई थी पंचायत
परिजनों ने बताया कि पंद्रह दिन पहले भी आरोपी रोहित ने छेड़छाड़ की थी। उस समय आसपास के लोगों ने समझौता करा दिया था। यह अंदेशा नहीं था कि आरोपी इस हद तक गिर सकता है।
वहीं फलावदा पुलिस का कहना है कि छेड़छाड़ की शिकायत हमारे पास नहीं की गई, अन्यथा आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाती।
हत्यारोपी ने बुनी प्रेम-प्रसंग की कहानी
हत्यारोपी के हवाले से पुलिस ने वारदात की जो वजह बताई है उसमें कई झोल हैं। पुलिस का दावा है कि हत्यारोपी रोहित ने बताया है कि दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग था और रजनी ने ही उसे बुलाकर कहा था कि वह साथ ले चले नहीं तो मार दे। रोहित ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कुबूल करते हुए कहा कि इसके बाद उसने गला दबाकर रजनी की हत्या कर दी।