न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अभिषेक दीक्षित
Updated Thu, 03 Mar 2022 06:53 PM IST
सार
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि हम और उड़ानें शेड्यूल कर रहे हैं और अगले 2-3 दिनों में बड़ी संख्या में भारतीय वापस लौट आएंगे। मैं अपने लोगों की मेजबानी करने और उन्हें निकालने में सहायता प्रदान करने के लिए यूक्रेन की सरकार और पड़ोसी देशों की सराहना करना चाहता हूं।
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विस्तार
उन्होंने कहा कि हमारे पास वहां पर बंधक बनाकर रखने की कोई भी जानकारी नहीं है। भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए हमें जो रूट सुविधाजनक लगेगा, हम वहां से उन्हें निकालेंगे। यूक्रेन से बाहर निकलने के बाद ज्यादा परेशानी नहीं है। उन्होंने बताया कि शुरुआत में 20,000 भारतीय नागरिकों का पंजीकरण किया गया था, लेकिन कई ऐसे भी थे जिन्होंने पंजीकरण नहीं कराया था। हमारा अनुमान है कि कुछ सौ नागरिक अभी भी खारकीव में रह गए हैं। हमारी प्राथमिकता छात्रों को सुरक्षित रूप से बाहर ले जाना है।
उन्होंने कहा कि उड़ानों की यह संख्या उन बड़ी संख्या में भारतीयों को दर्शाती है जो यूक्रेन से पार कर गए हैं और अब पड़ोसी देशों में हैं। हम इन सभी भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द भारत वापस लाने के प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हम और उड़ानें शेड्यूल कर रहे हैं और अगले 2-3 दिनों में बड़ी संख्या में भारतीय वापस लौट आएंगे। मैं अपने लोगों की मेजबानी करने और उन्हें निकालने में सहायता प्रदान करने के लिए यूक्रेन की सरकार और पड़ोसी देशों की सराहना करना चाहता हूं।
भारत में फ्रांस के राजदूत का बड़ा बयान
दूसरी ओर भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन ने दिल्ली में कहा कि हम यूक्रेन की बहुत मदद कर रहे हैं। यूरोप के सभी देशों ने यूक्रेन को मानवीय सहायता के अलावा उपकरण, हथियार भेजने का फैसला किया है। हम बहुत अधिक राजनीतिक समर्थन भी प्रदान करते हैं। रिकॉर्ड समय में हमने रूस, उसके बैंकिंग संस्थानों के खिलाफ अभूतपूर्व प्रतिबंध लगाए हैं।
पुरी ने हंगरी के विदेश-व्यापार मंत्री से मुलाकात की
इस बीच केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट कर बताया कि हंगरी के विदेश और व्यापार मंत्री पीटर सज्जीजार्टो के साथ बैठक की। पीटर सज्जीजार्टो ने 2,000 से अधिक छात्रों को वापस भारत पहुंचाने में मदद की है और हर तरह से हमारी मदद कर रहे हैं।