क्या जल्दी-जल्दी नौकरियां बदलना है सही? जानें क्या हो सकते हैं फायदे और नुकसान


क्या आप बहुत जल्दी-जल्दी नौकरियां बदल (Job Hopping) रहे हैं या बदले की चाह रखते हैं तो यह जान लीजिए कि इससे कंपनी को आपकी कुछ आदतों के विषय में पता चलता है। ऐसा करने से कंपनी को लगता है कि आप अच्छी सैलरी और पॉजिशन की चाह रखते हैं या नौकरी को लेकर आप गंभीर नहीं हैं। हालांकि इसमें कोई दो राय नहीं कि डेवलपमेंट के लिए सभी जगहों के कार्य का एक्सपीरियंस होना बेहद जरूरी है। किसी भी करियर में एक अवधि ऐसी भी होनी चाहिए जहां आप खुद को जांच सकें कि अगर आपको मदद करने वाला वातावरण मिले, तो आपका प्रदर्शन कैसा होगा। कंपनी किसी को भी हायर करने से पहले कुछ खास संकेतों का ध्यान रखती है जिसपर आपका करियर निर्भर कर सकता है। नीचे उन संकेतों के उदाहरण दिए गए हैं-

1- एक कर्मचारी काम के दौरान लिए गए गलत निर्णयों के आधार पर या काम से बचने के लिए भी बार-बार जॉब बदल सकते हैं। अक्सर ऐसा होता है कि बड़े लेवल पर कोई निर्णय लेने में समय लगता है। उस निर्णय के आने तक कर्मचारी कंपनी में रूकेगा।

2- अगर कंपनी छोड़ने वाले के पास कोई बड़ा कारण न हो तो बार-बार चेंज करने पर कंपनी यह सोचती है कि वह एक ऐसा कर्मचारी है जिस पर पूरी तरह से निर्भर नहीं हुआ जा सकता है।

3- इंडस्ट्री के एक्सपर्ट मानते हैं कि करियर में ब्रेक लेना पॉजिटिव है लेकिन केवल सैलरी और अच्छी पोजीशन इसके पीछे कारण न हो।

4- इसके साथ ही शॉर्ट कॉन्ट्रैक्ट के पूरा हो जाने, ट्रेवलिंग, खुद का काम आदि जैसे कार्यों को पूरा करने के लिए करियर में ब्रेक लेना हो तो यह पॉजिटिव रूप में कार्य करेगा।

5- चयन करते समय कंपनी ध्यान देती है कि अगर उम्मीदवार किसी भी तरीके से पिछली कंपनी के बारे में नेगेटिव बातें करता है तो यह भी आपकी छवि को कम करने का कार्य करता है।

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