नई दिल्ली. बाजार नियामक सेबी ने म्यूचुअल फंडों और ब्रोकरेज फर्मों के कर्मचारियों द्वारा किए जाने वाले संभावित फ्रंट रनिंग को रोकने के लिए नया तरीका ईजाद किया है. इसके लिए सेबी अपने डेटाबेस का इस्तेमाल कर रहा है. हाल के दिनों में सेबी को फ्रंट रनिंग की कई शिकायतें मिली हैं. सेबी उन सबकी जांच कर रहा है.
सबसे पहले ये जानना जरूरी है कि फ्रंट रनिंग है क्या बला. दरअसल, बड़े म्यूचुअल फंड हाउस के कर्मचारी किसी स्टॉक में पैसा डालने से पहले खुद उसमें पैसा डाल लेते हैं और जब बड़े फंड हाउस का पैसा लगता है तो शेयर ऊपर जाता है. जब शेयर ऊपर जाता है तो ये लोग अपना मुनाफा निकाल लेते हैं. यह एक तरह की धोखाधड़ी है.
इसी कड़ी में ऐक्सिस म्यूचुअल फंड के भी दो फंड मैनेजरों पर फ्रंट रनिंग का आरोप लगा है. सेबी इसकी भी जांच कर रहा है. इसमें से एक फंड मैनेजर वीरेश जोशी को एक्सिस म्यूचुअल फंड ने बर्खास्त कर दिया है. ऐक्सिस MF की ओर से यह जानकारी दी गई है. जोशी की बर्खास्तगी 18 मई, 2022 से प्रभावी हो गई है. दूसरे आरोपी फंड मैनेजर दीपक अग्रवाल हैं जो अभी निलंबित हैं.
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सेबी कर रहा इंटेलिजेंस आर्टिफिशयल का इस्तेमाल
सूत्रों का कहना है कि फंड हाउसों द्वारा शेयरों की खरीद के दिन उन शेयरों में हुए उतार-चढ़ाव पर नजर रखने के लिए सेबी अपने डेटाबेस का उपयोग कर रहा है, ताकि फ्रंट रनिंग का पता चल सके. फंड मैनेजरों और ट्रेडरों द्वारा फ्रंट रनिंग किया जाना कोई नई बात नहीं है. पहले इसमें सबसे बड़ी समस्या यह थी कि फ्रंट रनिंग का पता लगाया जाए और फिर उसे साबित किया जाए. पिछले कुछ महीनों से सेबी अपने डेटा ट्रोव पर इंटेलिजेंस आर्टिफिशयल का इस्तेमाल कर रहा है ताकि फंडों द्वारा स्टॉक की खरीद के दिन उस स्टॉक में हुए बदलाव या उतार-चढ़ाव की पहचान की जा सके.
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इस तरीके के इस्तेमाल से सेबी अब पूरी तरह से इस बात से वाकिफ हो गया है कि म्यूचुअल फंडों और कभी-कभी ब्रोकरेज फर्मों के कर्मचारियों द्वारा फ्रंट रनिंग किया जा रहा है. सेबी के करीबी सूत्रों का कहना है कि अपने आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर से पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद बाजार नियामक सरकार से इस संबंध में अधिकार देने के लिए संपर्क कर सकता है.
फ्रंट रनिंग से यूं लाभ उठाते हैं मैनेजर
फ्रंट रनिंग में फंड मैनेजर अपने डीमैट खातों के जरिये शेयरों को खरीदने या बेचने में शामिल हो सकता है. चूंकि म्यूचुअल फंड बड़ी मात्रा में शेयरों का सौदा करते हैं. उनके सौदों का शेयरों की कीमत पर असर पड़ता है. फ्रंट रनर इसके जरिये मुनाफा कमा सकता है या होने वाले नुकसान से बच सकता है.
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FIRST PUBLISHED : May 20, 2022, 14:31 IST