पाकिस्तान: सिंध प्रांत के गांव में भड़की आग, नौ बच्चों की मौत और 20 अन्य घायल, 12 घंटे बाद भी नहीं पहुंची मदद


वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, कराची
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Thu, 21 Apr 2022 06:12 PM IST

सार

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि पीड़ितों के परिवारों को सहायता उपलब्ध कराने के लिए संघीय सरकार कदम उठाएगी।

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पाकिस्तान के सिंध प्रांत के एक गांव में लगी आग की चपेट में आने से कम से कम नौ बच्चों की मौत होने और 20 अन्य के गंभीर रूप से झुलसने की खबर है। समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार यह घटना सोमवार रात लगभग नौ बजे की है, जब दादू जिले के फैज मोहम्मद दरयानी चांदियो गांव में एक झोपड़ी में कथित तौर पर खाना बनाते समय आग लग गई थी। 

तेज गर्मी के चलते आग को फैलने में जरा सा वक्त भी नहीं लगा। इस दौरान गांव में मौजूद सभी 50 घर मलबे में बदल गए। घटना में 160 से ज्यादा मवेशियों की जान भी गई है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि कई बार कॉल करने के बाद भी फायर सर्विस की ओर से कोई मदद नहीं मिली। आग बुझने के 12 घंटे से भी अधिक समय के बाद फायर ब्रिगेड के कर्मचारी गांव पहुंचे थे।

वहीं, सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने गुरुवार को कहा कि दमकल अधिकारियों की ओर से धीमी प्रतिक्रिया का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि जो लोग भी इस घटना के लिए जिम्मेदार होंगे उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री शाह ने नुकसान झेलने वाले ग्रामीणों को मुआवजा दिए जाने का वादा भी किया।

इसी बीच, देश के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि पीड़ितों के परिवारों को सहायता उपलब्ध कराने के लिए संघीय सरकार कदम उठाएगी। शरीफ ने सिंध के मुख्यमंत्री से एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा है। इसमें एफआईआर की एक प्रति, आग लगने का कारण, संपत्ति व मवेशियों के नुकसान और मृतकों की जानकारी शामिल करने को भी कहा गया है।

विस्तार

पाकिस्तान के सिंध प्रांत के एक गांव में लगी आग की चपेट में आने से कम से कम नौ बच्चों की मौत होने और 20 अन्य के गंभीर रूप से झुलसने की खबर है। समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार यह घटना सोमवार रात लगभग नौ बजे की है, जब दादू जिले के फैज मोहम्मद दरयानी चांदियो गांव में एक झोपड़ी में कथित तौर पर खाना बनाते समय आग लग गई थी। 

तेज गर्मी के चलते आग को फैलने में जरा सा वक्त भी नहीं लगा। इस दौरान गांव में मौजूद सभी 50 घर मलबे में बदल गए। घटना में 160 से ज्यादा मवेशियों की जान भी गई है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि कई बार कॉल करने के बाद भी फायर सर्विस की ओर से कोई मदद नहीं मिली। आग बुझने के 12 घंटे से भी अधिक समय के बाद फायर ब्रिगेड के कर्मचारी गांव पहुंचे थे।

वहीं, सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने गुरुवार को कहा कि दमकल अधिकारियों की ओर से धीमी प्रतिक्रिया का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि जो लोग भी इस घटना के लिए जिम्मेदार होंगे उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री शाह ने नुकसान झेलने वाले ग्रामीणों को मुआवजा दिए जाने का वादा भी किया।

इसी बीच, देश के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि पीड़ितों के परिवारों को सहायता उपलब्ध कराने के लिए संघीय सरकार कदम उठाएगी। शरीफ ने सिंध के मुख्यमंत्री से एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा है। इसमें एफआईआर की एक प्रति, आग लगने का कारण, संपत्ति व मवेशियों के नुकसान और मृतकों की जानकारी शामिल करने को भी कहा गया है।



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