आर्यन खान को क्लीन चिट के बाद MVA नेता नवाब मलिक के बचाव में उतरे, वानखेड़े को घेरा


मुंबई. बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान के बेटे आर्यन को ड्रग्स मामले में एनसीबी ने क्लीन चिट दे दी है. एनसीबी की चार्जशीट में आर्यन का नाम नहीं है. इसे लेकर राजनीतिक बयानबाजी का सिलसिला तेज है. अब महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में शामिल दलों के नेताओं ने इस मामले को लेकर एनसीबी के अधिकारी समीर वानखेड़े के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नबाव मलिक के पक्ष में मोर्चाबंदी शुरू कर दी है. एनसीपी ने आरोप लगाया है कि नवाब मलिक सच बोलने की कीमत चुका रहे हैं. कांग्रेस ने वानखेड़े पर मुंबई और बॉलीवुड को बदनाम करने का आरोप लगाया, वहीं शिवसेना ने किसी भी सरकारी विभाग में वानखेड़े जैसे अफसरों के रहने को देश के लिए खतरनाक बता दिया है.

आर्यन मामले को लेकर समीर वानखेड़े के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले मंत्री नबाव मलिक भले ही इन दिनों मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में हों, लेकिन शुक्रवार को उनके आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करके सवाल किया गया कि अब जबकि आर्यन खान और 5 अन्य को क्लीन चिट मिल गई है, क्या एनसीबी समीर वानखेड़े, उनकी टीम और प्राइवेट आर्मी के खिलाफ कार्रवाई करेगी? या इन अपराधियों का बचाव करेगी?

नवाब मलिक की बेटी सना मलिक ने भी ट्वीट करके कहा था- फर्जीवाड़े का पर्दाफाश! सचाई की हमेशा जीत होती है! इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, एनसीपी के प्रवक्ता महेश तापसे ने नवाब मलिक की गिरफ्तारी को इस मामले से जोड़ते हुए आरोप लगाया कि ‘नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिससे दिल्ली के कुछ ताकतवर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. आज वह सच बोलने की कीमत चुका रहे हैं.’

एक्सप्रेस के मुताबिक, शिवसेना नेता और प्रवक्ता संजय राउत ने आर्यन मामले पर प्रतिक्रिया में कहा कि सच्चाई अब सबके सामने आ चुकी है. महज प्रचार पाने और राजनीतिक दबाव के चलते एक नौजवान की जिंदगी को तबाह करने की कोशिश की गई. किसी भी विभाग में ऐसे अधिकारी (वानखेड़े) का होना सरकार और देश के लिए खतरनाक है.

कांग्रेस के प्रवक्ता अतुल लौंधे ने कहा कि ये अब बिल्कुल साफ हो चुका है कि नवाब मलिक के आरोप सही थे. आर्यन खान के पास से कोई ड्रग्स नहीं मिला, उसके बावजूद उसे हिरासत में रखा गया. उन्होंने आरोप लगाया कि एनसीबी अफसर समीर वानखेड़े ने बॉलीवुड और मुंबई के साथ-साथ महाराष्ट्र को भी बदनाम करने का काम किया है.

बता दें कि आर्यन खान को 2 अक्टूबर 2021 को कॉर्डेलिया क्रूज़ पर छापा मारकर एनसीबी ने गिरफ्तार किया था. इस मामले में 19 लोगों को एनसीबी ने पकड़ा था. आर्यन को 20 दिन जेल में रहने के बाद जमानत मिली थी. महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने इस कार्रवाई को अंजाम देने वाले एनसीबी अफसर समीर वानखेड़े पर गंभीर सवाल उठाए थे. समीर पर नौकरी में कोटे का फायदा उठाने के लिए अपने बर्थ सर्टिफिकेट में छेड़छाड़ करने तक का आरोप लगाया. मामला बढ़ने पर एनसीबी ने समीर का मुंबई से तबादला कर दिया.

अब एनसीबी ने भी माना है कि आर्यन वाले मामले की जांच सही तरह से नहीं की गई थी. आर्यन समेत 6 लोगों के खिलाफ सबूत न मिलने पर चार्जशीट न करने के फैसले की घोषणा करते हुए एनसीबी के डीजी एसएन प्रधान ने कहा कि (समीर वानखेड़े की) जांच में कमियां थीं. आरोपों के सपोर्ट में कोई ठोस फिजिकल एविडेंस नहीं था. सूत्रों का अब कहना है कि सरकार वानखेड़े के खिलाफ कार्रवाई पर भी विचार कर रही है.

Tags: Aryan Khan, Maharashtra, MVA, Sanjay raut



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