ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी एंड्रयू साइमंड्स की शनिवार रात टाउन्सविले में एक कार दुर्घटना में मौत हो गई। इस दुखद सूचना से क्रिकेट जगत में शोक की लहर है। एडम गिलक्रिस्ट, डेमियन फ्लेमिंग, जेसन गिलेस्पी, माइकल वॉन और शोएब अख्तर समेत दुनिया के कई पूर्व क्रिकेटर्स ने इस घटना पर दुख जताया है। इस साल क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने तीन पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों को खो दिया। इसमें साइमंड्स के अलावा रॉड मार्श और शेन वॉर्न शामिल हैं।
साइमंड्स ने अपने 11 साल लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर में कई बेहतरीन और महत्वपूर्ण पारियां खेलीं। इसके अलावा घरेलू क्रिकेट में भी उनके नाम कई रिकॉर्ड्स रहे। उन्हें सीमित ओवर क्रिकेट का एक कम्प्लीट पैकेज माना जाता था। 2003 और 2007 में ऑस्ट्रेलिया को वर्ल्ड कप जिताने में साइमंड्स ने अहम रोल अदा किया था। इसके अलावा टेस्ट में भी साइमंड्स ने कई महत्वपूर्ण पारियां खेली थीं। भारत के खिलाफ 2008 में विवादित सिडनी टेस्ट में नाबाद 162 रन की पारी से लेकर पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद 143 रन बनाने तक आइए उनकी टॉप पांच पारियों के बारे में जानते हैं…
5. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 72 रन की पारी और 50 रन देकर तीन विकेट, मेलबर्न, दिसंबर 2005
एंड्रयू साइमंड्स इस मैच की पहली पारी में पहली गेंद पर ही आउट हुए थे। इसने उन आलोचकों को मौका दे दिया था, जो ये कहते थे कि साइमंड्स सिर्फ सीमित ओवर के क्रिकेट में ही एक बेहतर खिलाड़ी हैं और उन्हें टेस्ट में मौका नहीं दिया जाना चाहिए। हालांकि, इसके बाद साइमंड्स ने गजब की गेंदबाजी की थी और 50 रन देकर तीन विकेट झटके थे। इसने साइमंड्स को आत्मविश्वास दिया और दूसरी पारी में उन्होंने 54 गेंदों में 72 रनों की पारी खेली। अपनी इस पारी में साइमंड्स ने छह छक्के लगाए। ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच आराम से जीत लिया और साइमंड्स ने टेस्ट टीम में अपनी जगह और मजबूत कर ली थी।
4. श्रीलंका के खिलाफ 151 रन की पारी, सिडनी, फरवरी 2006
श्रीलंका की टीम 2006 में खेली गई वीबी सीरीज (वनडे) में 1-0 से आगे चल रही थी। इसके बाद सिडनी में खेले गए वनडे में श्रीलंकाई टीम ने तीन ओवर में ऑस्ट्रेलिया को 10 रन पर तीन झटके दे दिए थे। इसके बाद मैदान में साइमंड्स की एंट्री हुई और उन्होंने रिकी पोंटिंग (124) के साथ मिलकर श्रीलंकाई गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ा दी। क्वींसलैंड के साइमंड्स ने 127 गेंदों में तीन छक्कों की मदद से 151 रन बनाए। उनकी पारी ने मेजबान ऑस्ट्रेलिया को मजबूत स्थिति में ला दिया। कंगारू टीम ने 50 ओवर में 368/5 का स्कोर बनाया। बल्ले से कमाल करने के बाद साइमंड्स ने शानदार गेंदबाजी की और दो विकेट चटकाए। श्रीलंका यह मैच हार गया।
3. भारत के खिलाफ 162 रन की नाबाद पारी, सिडनी, जनवरी 2008
2008 में जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर गई थी, तो टेस्ट सीरीज में काफी विवाद हुए थे। सिडनी में दूसरा टेस्ट खेला जाना था। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने मेलबर्न टेस्ट जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली थी। सिडनी टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 134 रन पर छह विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद साइमंड्स मैदान पर उतरे और उन्होंने गजब की पारी खेली।
इस दौरान साइमंड्स को दो जीवनदान भी मिले। उनके खिलाफ कॉट बिहाइंड की अपील हुई, लेकिन अंपायर ने इसे नकार दिया था और फिर बाद में स्टंपिंग पर बेनिफिट ऑफ डाउट का फायदा साइमंड्स को दिया था। इन दो जीवनदानों की बदौलत साइमंड्स ने बेहतरीन शतक जड़ा था, जो कि उनके टेस्ट करियर का दूसरा और अंतरराष्ट्रीय टेस्ट करियर का आखिरी शतक था।
साइमंड्स ने 226 गेंदों पर 18 चौके और दो छक्के की मदद से 162 रन की नाबाद पारी खेली थी और ब्रैड हॉग (79 रन) और ब्रेट ली (59 रन) के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलिया को 463 के स्कोर तक पहुंचाया था। भारत यह मैच 122 रन से हार गया था।
2. इंग्लैंड के खिलाफ 156 रन की पारी, मेलबर्न, दिसंबर 2006
डेमियन मार्टिन के अचानक संन्यास लेने के बाद 2006 में ऑस्ट्रेलिया को एशेज सीरीज खेलनी थी। इंग्लैंड की टीम ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर आई थी। पहले तीन टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने जीत तो हासिल की, लेकिन साइमंड्स का इसमें कोई विशेष योगदान नहीं रहा। मेलबर्न में खेले गए सीरीज के चौथे टेस्ट में साइमंड्स ने एक बार फिर अपनी उपयोगिता साबित की और बेहतरीन शतक जड़ा।
पहली पारी में कंगारुओं ने इंग्लैंड को 159 रन पर समेट दिया। इसके बाद टीम ने 84 रन पर पांच विकेट गंवा दिए थे और मुश्किल में दिखाई पड़ रही थी। तब साइमंड्स की एंट्री हुई और उन्होंने मैथ्यू हेडन के साथ मिलकर इंग्लैंड के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। हेडन ने तब 153 रन की पारी खेली थी। वहीं, साइमंड्स ने 220 गेंदों पर 15 चौके और एक छक्के की मदद से 156 रन बनाए थे।
दोनों ने छठे विकेट के लिए 279 रन की साझेदारी निभाई थी। इसके बाद इंग्लैंड की टीम वापसी नहीं कर सकी और ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें पारी और 99 रन से हराया था। साथ ही एशेज सीरीज में भी 4-0 की बढ़त बना ली थी। इसके बाद सिडनी में खेले गए सीरीज के आखिरी टेस्ट को 10 विकेट से जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड का क्लीन स्वीप किया था।