Anek: ‘नए जमाने के नए दर्शकों के लिए ये नया सिनेमा बहुत जरूरी है’, निर्देशक अनुभव सिन्हा से खास मुलाकात


अभिनेता आयुष्मान खुराना उन्हें अनुभव सिन्हा 2.0 कहते हैं। निर्देशक अनुभव सिन्हा को चाहने वाले भी फिल्म ‘मुल्क’ से उनकी निर्देशन शैली में आए बदलाव को पसंद कर रहे हैं। इस फिल्म के बाद अनुभव सिन्हा ने एक के बाद एक ऐसी फिल्में बनाई हैं, जो न सिर्फ सोचने पर मजबूर करती हैं बल्कि मौजूदा सामाजिक राजनीतिक स्थिति पर तंज कसते हुए एक टिप्पणी भी करती हैं। बदले दौर के बदले अनुभव सिन्हा कहते हैं, ‘लोग कहते हैं कि फिल्म ‘मुल्क’ से मेरा पुनर्जन्म हुआ लेकिन मैं इसे अपना नया जन्म मानता हूं। मैं शुक्रगुजार हूं उन सारे लोगों का जिन्होंने मेरे सिनेमा को देखा, सराहा और लोगों के साथ अपनी पसंद को साझा किया। एक दूसरे से सुनकर ही लोग अब सिनेमा देखने जाते हैं और मुझे खुशी है कि मेरा सिनेमा आज की युवा पीढ़ी की सोच को सिनेमा में उतार पा रहा है।’

फिल्म मुल्क’ के बाद की तस्वीर

अनुभव सिन्हा के निर्देशन में बनी नई फिल्म  ‘अनेक’  27 जून को रिलीज हो रही है। अच्छा सिनेमा देखने वालों को इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार है। अनुभव की पिछली फिल्मों ‘मुल्क’, ‘आर्टिकल 15’ और ‘थप्पड़’ की कामयाबी ने उन फिल्मकारों को एक नई हिम्मत और नया हौसला दिया है जो मसाला फिल्मों से इतर ऐसी फिल्में बनाना चाहते हैं जिनमें सामाजिक मुद्दों की बात हो और वह कारोबारी दृष्टि से भी सफल रहें। अनुभव सिन्हा अब एक व्यस्त निर्माता निर्देशक हैं, उनकी करीब 12 फिल्में निर्माण के विभिन्न चरणों में हैं। फिल्म  ‘मुल्क’ के बाद ये तस्वीर बदली है। वह कहते हैं, ‘नए जमाने के नए दर्शकों के लिए ये नया सिनेमा बहुत जरूरी है।’

अच्छी कहानियों का समय

‘अमर उजाला’ से एक खास मुलाकात में अनुभव कहते हैं, ‘मुझे इन फिल्मों से आर्थिक फायदा हुआ हो या कि मैं बहुत बड़ा प्रोड्यूसर बन गया हूं, इस सब पर मेरा ध्यान नहीं जाता। और, न ही मैं इस सफलता को अपने ऊपर हावी ही होने देता हूं। हां, सबसे बड़ा फायदा जो मुझे हुआ है वह है कि अब अच्छी कहानियां चलकर मेरे पास आ रही हैं। मैंने लेखकों की अपनी एक टीम इस बीच बनाई है जिनके साथ पटकथाएं लिखने में मुझे सहूलियत होती है। मैं खुद भी इन दिनों तमाम कहानियां सोच पा रहा हूं। कहानियों के इस संकलन से मुझे आगे की दिशा निर्धारित करने में मदद मिलती है। लेकिन अपनी अगली फिल्म शुरू करने से पहले अब मैं थोड़ा आराम चाहता हूं।’

विविधता में एकता, बर्ताव में लाने की बात

अनुभव सिन्हा की बतौर निर्देशक एक और फिल्म ‘भीड़’ की शूटिंग पूरी हो चुकी है। एक और फिल्म की शूटिंग वह सर्दियों में शुरू करने वाले थे लेकिन अब वह इसे अगले साल शुरू करेंगे। उससे पहले उनकी राजकुमार राव स्टारर फिल्म ‘भीड़’ नवंबर में रिलीज होगी। शुक्रवार को रिलीज हो रही फिल्म ‘अनेक’ की चर्चा चलने पर वह कहते हैं, ‘ये फिल्म उत्तर पूर्व की पृष्ठभूमि पर बनी जरूर है लेकिन इसकी कहानी किसी भी ऐसी जगह की हो सकती है जिसे हम भारत की मुख्यधारा का प्रदेश मानने को तैयार नहीं है। हमारी परवरिश ऐसी हुई है कि जो हमारे जैसा नहीं लगता उसे हम भारतीय ही नहीं मानते। फिल्म बस यही बात कहती है कि अनेकता में एकता वाली बात को सच की कसौटी पर कसने की जरूरत है। हम अपने देश को विविधताओं वाला देश अगर मानते हैं तो हमें इसे अपने बर्ताव में भी दिखाना होगा।’

युवाओं से सीधे जुड़ती है ‘अनेक’

आयुष्मान खुराना के साथ उनकी पिछली फिल्म ‘आर्टिकल 15’ ने रिलीज के पहले के किसी भी तरह के बड़े प्रचार के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर 65 करोड़ रुपये कमाए थे। आयुष्मान खुराना को वैसे भी शनिवार के बाद का स्टार माना जाता है। ‘अनेक’ के बारे में अनुभव अपनी उम्मीदों के बारे में बताते हैं, ‘ये फिल्म जो बात कहती है, उससे आज के युवा सीधी तौर पर जुड़ सकेंगे। हमने जानबूझकर फिल्म के प्रचार को ऐसा रखा है। आयुष्मान खुराना फिल्म के बारे में बात कर रहे हैं। अपने किरदार की संजीदगी के साथ वह टेलीविजन शोज में भी जा रहे हैं। लेकिन, हम ऐसा कुछ नहीं करना चाहते जिससे फिल्म के विषय और इसके प्रचार के बीच तालमेल भटक जाए। ‘अनेक’ एक मनोरंजन से भरपूर संवेदनशील फिल्म है।’



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