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आनंद शर्मा, एक राजनीतिक दिग्गज और “जी -23” या असंतुष्ट कांग्रेस नेताओं के समूह के सदस्य, ने आज शाम भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा से मुलाकात की, जिससे उनके भगवा खेमे में जाने की अटकलों को हवा मिली। यह बैठक हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हुई है, जहां से आनंद शर्मा संसद के उच्च सदन के लिए चुने गए थे।
भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा से मिलने का पूरा अधिकार
सूत्रों के मुताबिक बैठक में आनंद शर्मा के भाजपा में शामिल होने की चर्चा हुई। हालांकि कांग्रेस के राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की खबरों पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर मुझे भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा से मिलना है, तो मुझे उनसे मिलने का पूरा अधिकार है।
एक ही विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं भाजपा अध्यक्ष नड्डा
साथ ही कहा कि मेरे लिए, वह सिर्फ भाजपा अध्यक्ष नहीं हैं। हम दोनों एक ही राज्य से आते हैं और एक ही विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं और हमारे सामाजिक और पारिवारिक संबंध भी है। इसमें कोई राजनीतिक महत्व नहीं जोड़ना चाहिए।
अगर मुझे उनसे मिलना है, तो मैं खुलकर जाऊंगा
आगे उन्होंने कहा कि अगर मुझे उनसे मिलना है, तो मैं खुलकर जाऊंगा। इसमें कौन सी बड़ी बात है? मैं कांग्रेस से ताल्लुक रखता हूं। वैचारिक विरोधी होने का मतलब यह नहीं है कि हमारे बीच कोई व्यक्तिगत विभाजन है। हम वैचारिक विरोधियों को अपना सामाजिक दुश्मन नहीं बनाते हैं।
हिमाचल प्रदेश के राजनीतिक हालातों पर हुई चर्चा
आनंद शर्मा जी-23 के उन अहम सदस्यों में शामिल हैं, जिन्होंने पार्टी नेतृत्व से कई बार और सार्वजनिक तौर पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। सूत्रों की माने तो बैठक में हिमाचल प्रदेश के राजनीतिक हालात और समीकरणों पर भी चर्चा हुई।