ब्रह्मोस ने दिखाई ताकत: मिसाइल ने एक ही टारगेट पर दो बार किया सीधा वार, दोनों परीक्षण रहे सफल 


एएनआई, नई दिल्ली
Published by: Amit Mandal
Updated Wed, 20 Apr 2022 03:48 PM IST

सार

ब्रह्मोस मिसाइल लगभग 3000 किमी प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ती है और वायु रक्षा प्रणालियों का इसे रोकना मुश्किल होता है। अधिकारियों के मुताबिक इस तरह के परीक्षण अभी और होने हैं। 

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ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ने मंगलवार को सफलता का एक और पड़ाव पार किया। ब्रह्मोस ने एक ही लक्ष्य के खिलाफ दो सफल वार किए। इसमें एक जहाज को निशाना बनाया गया और हमले के बाद वह समुद्र में डूब गया। पहला परीक्षण भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस दिल्ली द्वारा देश के पूर्वी समुद्र तट पर किया गया। ब्रह्मोस के अधिकारियों ने एएनआई को बताया कि बिना वारहेड वाली मिसाइल ने इस जहाज में एक बड़ा सुराख बना दिया। यह मिसाइल लगभग 3000 किमी प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ती है और वायु रक्षा प्रणालियों का इसे रोकना मुश्किल होता है। 

सुखोई 30 एमकेआई से किया टारगेट पर वार 
भारतीय नौसेना द्वारा इस पहले सफल परीक्षण के बाद और मिसाइल के एयर-लॉन्च संस्करण से लैस भारतीय वायु सेना के सुखोई 30 एमकेआई (Su-30MKI) विमान ने एयरबेस से उड़ान भरी और उसी जहाज पर दोबारा वार किया। मिसाइल के वारहेड से सीधे टकराने के बाद जहाज पानी में डूब गया। भारतीय वायु सेना और नौसेना ने मंगलवार को हुए परीक्षण के लिए एक दूसरे के साथ समन्वय किया था। रक्षा अधिकारियों ने कहा कि निकट भविष्य में क्रूज मिसाइल के और प्रक्षेपण होने जा रहे हैं। 



 

विस्तार

ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ने मंगलवार को सफलता का एक और पड़ाव पार किया। ब्रह्मोस ने एक ही लक्ष्य के खिलाफ दो सफल वार किए। इसमें एक जहाज को निशाना बनाया गया और हमले के बाद वह समुद्र में डूब गया। पहला परीक्षण भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस दिल्ली द्वारा देश के पूर्वी समुद्र तट पर किया गया। ब्रह्मोस के अधिकारियों ने एएनआई को बताया कि बिना वारहेड वाली मिसाइल ने इस जहाज में एक बड़ा सुराख बना दिया। यह मिसाइल लगभग 3000 किमी प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ती है और वायु रक्षा प्रणालियों का इसे रोकना मुश्किल होता है। 

सुखोई 30 एमकेआई से किया टारगेट पर वार 

भारतीय नौसेना द्वारा इस पहले सफल परीक्षण के बाद और मिसाइल के एयर-लॉन्च संस्करण से लैस भारतीय वायु सेना के सुखोई 30 एमकेआई (Su-30MKI) विमान ने एयरबेस से उड़ान भरी और उसी जहाज पर दोबारा वार किया। मिसाइल के वारहेड से सीधे टकराने के बाद जहाज पानी में डूब गया। भारतीय वायु सेना और नौसेना ने मंगलवार को हुए परीक्षण के लिए एक दूसरे के साथ समन्वय किया था। रक्षा अधिकारियों ने कहा कि निकट भविष्य में क्रूज मिसाइल के और प्रक्षेपण होने जा रहे हैं। 

 



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