चीन-पाकिस्तान पर सेना प्रमुख का निशाना: ‘कुछ देश युद्ध से बचते हुए सीमा की स्थिति बदलने की कोशिश में, नियमों को दे रहे चुनौती


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: कीर्तिवर्धन मिश्र
Updated Thu, 03 Feb 2022 07:31 PM IST

सार

पाकिस्तान के मुद्दे पर जनरल नरवणे ने कहा कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम इसलिए जारी है, क्योंकि हमने मजबूत स्थिति के साथ बातचीत की है। 

सेना प्रमुख नरवणे

सेना प्रमुख नरवणे
– फोटो : ANI

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विस्तार

भारत के सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने चीन और पाकिस्तान की ओर से पेश हो रहीं सुरक्षा चुनौतियों को लेकर बात की है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि भारत अभी भविष्य के संघर्षों की कुछ झलकियां (ट्रेलर) देख रहा है और उसके विरोधी अपने रणनीतिक लक्ष्यों को हासिल करने के प्रयास लगातार जारी रखेंगे। नरवणे ने चीन का नाम लिए बिना कहा कि कुछ देश विश्व स्तर पर स्वीकृत मानदंडों और नियम-आधारित व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। यह देश मौकापरस्ती के साथ युद्ध से बचते हुए सीमा पर मौजूदा स्थिति को बदलने की फिराक में हैं। 

पाकिस्तान के मुद्दे पर जनरल नरवणे ने कहा कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम इसलिए जारी है, क्योंकि हमने मजबूत स्थिति के साथ बातचीत की है। हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि भारत सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है और उत्तरी सीमा पर घटनाक्रम ने पूरी तरह से तैयार और सक्षम बलों की जरूरत को रेखांकित किया है। उन्होंने देश की संप्रभुता और अखंडता सुरक्षित रखने में बल की मदद के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर भी जोर दिया।

‘थिएटर कमान की पहल को लेकर प्रतिबद्ध’

चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बिना थल सेना प्रमुख ने कहा कि परमाणु-क्षमता से लैस पड़ोसियों के साथ सीमा विवाद साथ ही राज्य प्रायोजित छद्म युद्ध ने सुरक्षा तंत्र एवं संसाधनों के समक्ष चुनौतियां बढ़ा दी हैं। उन्होंने कहा कि सेना अपने बलों के ‘‘पुनर्गठन, पुनर्संतुलन और पुनर्विन्यास’’ पर ध्यान केंद्रित कर रही है और प्रक्रिया पहले ही शुरू की जा चुकी है और बल त्रि-सेवा एकीकरण सुनिश्चित करने के लिए ‘थिएटर कमान पहल’ (सेना के तीनों अंगों का साथ मिलकर काम करना) को लेकर प्रतिबद्ध है।

जनरल नरवणे ने यह भी कहा कि ‘थिएटर कमान’ के माध्यम से तीनों सेवाओं के एकीकरण की प्रक्रिया पहले से ही एक समयबद्ध योजना के तहत आगे बढ़ रही है और भारतीय सेना इस परिवर्तन के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, ‘‘हम इन परिवर्तनों के लिए अपने परिचालन अनुभवों को और मजबूत कर रहे हैं और यह कार्य प्रगति पर रहेगा।’’

अफगानिस्तान-इस्राइल को लेकर क्या बोले सेना प्रमुख?

जनरल नरवणे ने कहा कि अफगानिस्तान के घटनाक्रम ने फिर से छद्म और राज्य से इतर तत्वों के इस्तेमाल पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे विरोधी अपने रणनीतिक लक्ष्यों को हासिल करने के अपने प्रयासों को जारी रखेंगे।’’ आधुनिक तकनीक के महत्व के बारे में थल सेना प्रमुख ने पिछले साल इजराइल और हमास के बीच संघर्ष का हवाला दिया और कहा कि इसने कृत्रिम बुद्धिमत्ता की शक्ति को मजबूती से रेखांकित किया है।

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