Business Idea: यूनानी दवाओं में इस्तेमाल होने वाले इस फूल की करें खेती, होगी लाखों रुपये की कमाई


नई दिल्ली. आज हम आपको ऐसी एक फसल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे आप अन्य फसलों के साथ खेतों में बो सकते हैं और अच्छा मुनाफा भी कमा सकते हैं. यह फसल है गुलखैरा की. यह एक नकदी फसल है यानी किसान इसका बुआई पैसा कमाने के लक्ष्य से ही करते हैं.

गुलखैरा एक औषधीय गुण वाला फूल है जिसका इस्तेमाल दवा बनाने में होता है. इसलिए इसकी मांग भी अधिक रहती है. गुलखैरा का जड़, तना व पत्तियां सबकुछ बाजार में बिक जाता है.

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कितनी कमाई
खबरों के अनुसार, 1 क्विंटल गुलखैरा बाजार में आसानी से 10,000 रुपये में बिक जाता है. 1 बीघे में 5 क्विंटल तक गुलखैरा की फसल उग सकती है. इसका मतलब कि आप 1 बीघे में गुलखैरा की फसल उगाकर 50000 रुपये तक आसानी से कमा सकते हैं. गुलखैरा की एक फसल एक बार लगने के बाद आप उसी के बीजों से दोबारा बुआई कर सकते हैं. इसके लिए आपको फिर बीज खरीदने की जरुरत नहीं होती है. गुलखैरा की फसल सर्दियों की शुरुआत यानी नवंबर के आसपास की जाती है. यह फसल अप्रैल-मई तक तैयार हो जाती है. तैयार होने पर फसल की पत्तियां और तने सूख कर खेतों में गिर जाते हैं. इसे भी एकत्रित कर बाजार में बेचा जाता है. ये कई साल तक सुखा कर रखे जा सकते हैं और यह खराब नहीं होते.

कहां होता है इसका इस्तेमाल
गुलखैरा के फूल, पत्तियों और तनों का इस्तेमाल यूनानी दवाएं, मर्दाना ताकत की दवाएं बनाने में किया जाता है. इसके अलावा सर्दी, खांसी व अन्य रोगों के खिलाफ भी इसके फूल से बनी दवाएं फायदेमंद होती है.

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पड़ोसी मुल्क में सबसे अधिक खेती
गुलखैरा के फूल की खेती सबसे अधिक पाकिस्तान और अफगानिस्तान में होती है. अब भारत में इसकी खेती का चलन बढ़ रहा है. उत्तर प्रदेश के कई जिलों में किसान गुलखैरा के फूल की खेती कर रहे हैं. दरअसल, लंबे समय से किसानों को पारंपरिक खेती में कोई बहुत अधिक मुनाफा नहीं दिख रहा है इसलिए वह ऐसी फसलों की ओर रुख कर रहे हैं जहां से उनकी अच्छी कमाई हो सके. इसी प्रयास में यूपी के उन्नाव, कन्नौज के किसान गुलखैराल की खेती कर रहे हैं.

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