सीबीआई की कार्रवाई: रिश्वतखोरी के मामले में रेलवे अधिकारी गिरफ्तार, बरामद की 1.22 करोड़ की नकदी


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Fri, 11 Feb 2022 09:35 PM IST

सार

भारतीय रेलवे के एक अधिकारी को सीबीआई ने रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है और उसके परिसरों से एक करोड़ रुपये से अधिक की नकदी व अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।

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सीबीआई ने रिश्वतखोरी के मामले में चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स के प्रधान मुख्य सामग्री प्रबंधक रवि शेखर सिन्हा को गिरफ्तार किया है। सिन्हा के खिलाफ यह कार्रवाई 1.80 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में की गई है। एजेंसी ने उसके विभिन्न परिसरों पर तलाशी के दौरान 1.22 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की है। 

जांच एजेंसी के प्रवक्ता आरसी जोशी ने शुक्रवार को बताया कि मामले में पांच और लोग भी गिरफ्तार किए गए हैं। जाल बिछाकर की गई गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने 1986 बैच के भारतीय रेलवे स्टोर्स सर्विस के अधिकारी सिन्हा के दिल्ली, पंचकुला, चंडीगढ़, वाराणसी और बंगाल के चितरंजन में 17 परिसरों पर तलाशी थी। 

जोशी ने बताया कि छापेमारी के दौरान लगभग 1.22 करोड़ रुपये की नकदी, करीब 500 ग्राम सोना और ऐसे दस्तावेज बरामद हुए हैं जो दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, हैदराबाद, पटना और रांची में स्थित संपत्तियों से जुड़े हैं। वहीं, अन्य आरोपियों के परिसरों से करीब 32 लाख रुपये नकद और दस्तावेज बरामद किए गए हैं।

एजेंसी को जानकारी मिली थी कि ईसी ब्लेड्स एंड टूल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों सोनी अरोड़ा और राजन गुप्ता रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिलकर कथित तौर पर साजिश रच रहे थे और अवैध तरीकों से बिल पारित करवा रहे थे। इसके बाद सिन्हा, अरोड़ा, गुप्ता और अन्य के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया।

मामले में अन्य सभी आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। निजी कंपनी के दोनों निदेशकों को चंडीगढ़ के सीबीआई मामलों के विशेष न्यायाधीश के सामने पेश किया गया था। जहां से उन्हें तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। सिन्हा को चितरंजन में 1.80 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।

विस्तार

सीबीआई ने रिश्वतखोरी के मामले में चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स के प्रधान मुख्य सामग्री प्रबंधक रवि शेखर सिन्हा को गिरफ्तार किया है। सिन्हा के खिलाफ यह कार्रवाई 1.80 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में की गई है। एजेंसी ने उसके विभिन्न परिसरों पर तलाशी के दौरान 1.22 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की है। 

जांच एजेंसी के प्रवक्ता आरसी जोशी ने शुक्रवार को बताया कि मामले में पांच और लोग भी गिरफ्तार किए गए हैं। जाल बिछाकर की गई गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने 1986 बैच के भारतीय रेलवे स्टोर्स सर्विस के अधिकारी सिन्हा के दिल्ली, पंचकुला, चंडीगढ़, वाराणसी और बंगाल के चितरंजन में 17 परिसरों पर तलाशी थी। 

जोशी ने बताया कि छापेमारी के दौरान लगभग 1.22 करोड़ रुपये की नकदी, करीब 500 ग्राम सोना और ऐसे दस्तावेज बरामद हुए हैं जो दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, हैदराबाद, पटना और रांची में स्थित संपत्तियों से जुड़े हैं। वहीं, अन्य आरोपियों के परिसरों से करीब 32 लाख रुपये नकद और दस्तावेज बरामद किए गए हैं।

एजेंसी को जानकारी मिली थी कि ईसी ब्लेड्स एंड टूल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों सोनी अरोड़ा और राजन गुप्ता रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिलकर कथित तौर पर साजिश रच रहे थे और अवैध तरीकों से बिल पारित करवा रहे थे। इसके बाद सिन्हा, अरोड़ा, गुप्ता और अन्य के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया।

मामले में अन्य सभी आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। निजी कंपनी के दोनों निदेशकों को चंडीगढ़ के सीबीआई मामलों के विशेष न्यायाधीश के सामने पेश किया गया था। जहां से उन्हें तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। सिन्हा को चितरंजन में 1.80 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।



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