Chardham Yatra : पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आने से तीन यात्रियों की मौत, बारिश ने लगाया यात्रा पर ब्रेक


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रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग पर सोनप्रयाग में पुल के समीप पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आने से राजस्थान से आए एक यात्री की मौत हो गई। उधर, बदरीनाथ की यात्रा करके लौट रहे यात्रियों की कार के ऊपर पत्थर गिरने से एक तीर्थयात्री ने दम तोड़ दिया, वहीं गंगोत्री धाम से लौट रहे एक यात्री के सिर पर पत्थर गिरने से उसकी मौत हो गई।

बृहस्पतिवार सुबह सोनप्रयाग से कुछ यात्री केदारनाथ के लिए रवाना हुए। एक्रो पुल के समीप पहाड़ी से गिरा पत्थर जयंती लाल (50) बांसवाड़ा राजस्थान के सिर पर लग गई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। साथ में चल रही मयूरी (30) पत्नी धर्मेंद्र निवासी अहमदाबाद गुजरात, अवन सिंह (59) पुत्र मीर सिंह निवासी झज्जर सुरहती, हरियाणा और विकास (24) पुत्र वीरचंद्र, निवासी नेपाल घायल हो गए।

सूचना पर इंस्पेक्टर कर्ण सिंह रावत के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को सोनप्रयाग अस्पताल में भर्ती कराया। इधर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि इस सप्ताह यात्रा मार्ग पर पहाड़ी से पत्थर गिरने से तीन यात्रियों की मौत हो चुकी है।

उधर, बदरीनाथ धाम से लौट रही यूपी के श्रद्धालुओं की कार के ऊपर लंगासू और नंदप्रयाग के बीच पहाड़ी से भारी बोल्डर गिर गया, जिससे कार में सवार सौरभ अग्रवाल (28) पुत्र प्रदीप अग्रवाल, निवासी मऊ (यूपी) गंभीर घायल हो गया। सौरभ को चालक दुर्घटनाग्रस्त कार से ही उपजिला अस्पताल कर्णप्रयाग लाया, जहां डॉक्टरों ने सौरभ को मृत घोषित कर दिया। कार में सौरभ के साथ उनकी माता रेखा देवी भी सवार थीं। वे और चालक दोनों सुरक्षित हैं। 

गंगोत्री हाईवे पर बृहस्पतिवार को स्वारीगाड के समीप बंद हो गया था। हाईवे बंद होने पर बी बालाजी (59) पुत्र राधाकृष्णन निवासी आंध्र प्रदेश भी फंस गए। इस दौरान वे वाहन से बाहर उतरकर सड़क किनारे खड़े हुए, तभी पहाड़ी से गिरा पत्थर उनके सिर पर लग गया। आसपास के लोग उन्हें अस्पताल ले जा रहे थे, लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। 

बारिश ने रोकी बदरी-केदारनाथ यात्रा, गंगोत्री यात्रा हुई जोखिमभरी
तेज बारिश को देखते हुए प्रशासन ने सोनप्रयाग से वीरवार सुबह 8:30 बजे के बाद केदारनाथ यात्रा पर रोक लगा दी। इससे पूर्व सुबह 6 से 8 बजे तक 980 यात्री धाम के लिए रवाना हो गए थे, जो दोपहर बाद तक केदारनाथ पहुंच गए थे। उधर, बारिश से बदरीनाथ हाईवे पर खचड़ा नाले में मलबा और बोल्डर आने से बंद हो गया है। 

प्रशासन ने लामबगड़, गोविंदघाट और पांडुकेश्वर में करीब 600 यात्रियों को रोक दिया है। गंगोत्री हाईवे स्वारीगाड के पास मलबा व बोल्डर आने से करीब डेढ़ घंटे तक बंद रहा। हालांकि बाद में बीआरओ ने छोटे वाहनों के लिए हाईवे तो खोल दिया है, लेकिन पहाड़ी से गिर रहे पत्थरों को देखते हुए बड़े वाहनों की आवाजाही पर अभी रोक लगा रखी है। मलबा व बोल्डर गिरने का खतरा बना रहने से हाईवे के इस हिस्से में आवाजाही जोखिमभरी बनी हुई है।

विस्तार

रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग पर सोनप्रयाग में पुल के समीप पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आने से राजस्थान से आए एक यात्री की मौत हो गई। उधर, बदरीनाथ की यात्रा करके लौट रहे यात्रियों की कार के ऊपर पत्थर गिरने से एक तीर्थयात्री ने दम तोड़ दिया, वहीं गंगोत्री धाम से लौट रहे एक यात्री के सिर पर पत्थर गिरने से उसकी मौत हो गई।

बृहस्पतिवार सुबह सोनप्रयाग से कुछ यात्री केदारनाथ के लिए रवाना हुए। एक्रो पुल के समीप पहाड़ी से गिरा पत्थर जयंती लाल (50) बांसवाड़ा राजस्थान के सिर पर लग गई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। साथ में चल रही मयूरी (30) पत्नी धर्मेंद्र निवासी अहमदाबाद गुजरात, अवन सिंह (59) पुत्र मीर सिंह निवासी झज्जर सुरहती, हरियाणा और विकास (24) पुत्र वीरचंद्र, निवासी नेपाल घायल हो गए।

सूचना पर इंस्पेक्टर कर्ण सिंह रावत के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को सोनप्रयाग अस्पताल में भर्ती कराया। इधर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि इस सप्ताह यात्रा मार्ग पर पहाड़ी से पत्थर गिरने से तीन यात्रियों की मौत हो चुकी है।

उधर, बदरीनाथ धाम से लौट रही यूपी के श्रद्धालुओं की कार के ऊपर लंगासू और नंदप्रयाग के बीच पहाड़ी से भारी बोल्डर गिर गया, जिससे कार में सवार सौरभ अग्रवाल (28) पुत्र प्रदीप अग्रवाल, निवासी मऊ (यूपी) गंभीर घायल हो गया। सौरभ को चालक दुर्घटनाग्रस्त कार से ही उपजिला अस्पताल कर्णप्रयाग लाया, जहां डॉक्टरों ने सौरभ को मृत घोषित कर दिया। कार में सौरभ के साथ उनकी माता रेखा देवी भी सवार थीं। वे और चालक दोनों सुरक्षित हैं। 

गंगोत्री हाईवे पर बृहस्पतिवार को स्वारीगाड के समीप बंद हो गया था। हाईवे बंद होने पर बी बालाजी (59) पुत्र राधाकृष्णन निवासी आंध्र प्रदेश भी फंस गए। इस दौरान वे वाहन से बाहर उतरकर सड़क किनारे खड़े हुए, तभी पहाड़ी से गिरा पत्थर उनके सिर पर लग गया। आसपास के लोग उन्हें अस्पताल ले जा रहे थे, लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। 

बारिश ने रोकी बदरी-केदारनाथ यात्रा, गंगोत्री यात्रा हुई जोखिमभरी

तेज बारिश को देखते हुए प्रशासन ने सोनप्रयाग से वीरवार सुबह 8:30 बजे के बाद केदारनाथ यात्रा पर रोक लगा दी। इससे पूर्व सुबह 6 से 8 बजे तक 980 यात्री धाम के लिए रवाना हो गए थे, जो दोपहर बाद तक केदारनाथ पहुंच गए थे। उधर, बारिश से बदरीनाथ हाईवे पर खचड़ा नाले में मलबा और बोल्डर आने से बंद हो गया है। 

प्रशासन ने लामबगड़, गोविंदघाट और पांडुकेश्वर में करीब 600 यात्रियों को रोक दिया है। गंगोत्री हाईवे स्वारीगाड के पास मलबा व बोल्डर आने से करीब डेढ़ घंटे तक बंद रहा। हालांकि बाद में बीआरओ ने छोटे वाहनों के लिए हाईवे तो खोल दिया है, लेकिन पहाड़ी से गिर रहे पत्थरों को देखते हुए बड़े वाहनों की आवाजाही पर अभी रोक लगा रखी है। मलबा व बोल्डर गिरने का खतरा बना रहने से हाईवे के इस हिस्से में आवाजाही जोखिमभरी बनी हुई है।



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